केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने हाजीपुर में आयोजित एक जनसभा के दौरान राष्ट्रीय जनता दल (RJD) पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि बिहार की जनता अब 1990 के दशक के 'जंगलराज' को नहीं भूली है और दोबारा उस दौर की गलती नहीं दोहराएगी। उन्होंने कहा कि राज्य अब विकास चाहता है, न कि फिर से भय और अराजकता के दौर में लौटना।
लालू राज की याद दिलाते हुए की तीखी आलोचना
चिराग पासवान ने आरजेडी पर निशाना साधते हुए कहा कि 1990 का दशक बिहार के लिए एक काला दौर था, जब कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गई थी। उन्होंने कहा कि उस समय पूरे राज्य में अपराध, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी चरम पर थी, और लोग पलायन को मजबूर थे। चिराग ने पहली बार वोट देने जा रहे युवाओं से अपील की कि वे उस दौर की सच्चाई को जानें और समझें कि बिहार ने कितना कुछ खोया है।
उन्होंने कहा, लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार ने बिहार को अंधकार में धकेल दिया था। जनता अब जागरूक हो चुकी है और वह फिर से उस जंगलराज को सत्ता में नहीं देखना चाहती।
सीएम चेहरे की घोषणा पर ली चुटकी
आरजेडी द्वारा मुख्यमंत्री पद के दावेदार की घोषणा पर चिराग पासवान ने कटाक्ष करते हुए कहा कि यह भले ही उनके गठबंधन का आंतरिक मामला हो, लेकिन असली फैसला बिहार की जनता करेगी। उन्होंने कहा कि जनता को पता है कि किसने राज्य को पिछड़ेपन की ओर धकेला और कौन विकास की बात करता है।
उन्होंने कहा कि जैसे देश को इमरजेंसी के दौर की सच्चाई बताना जरूरी है, वैसे ही बिहार के 90 के दशक के हालात को भी नई पीढ़ी को जानना चाहिए, ताकि वे सोच-समझकर मतदान कर सकें।
वोटर लिस्ट पर विपक्ष को घेरा
वोटर लिस्ट अपडेट को लेकर विपक्ष के आरोपों पर जवाब देते हुए पासवान ने कहा कि यह एक नियमित प्रक्रिया है, जो चुनाव आयोग की निगरानी में पारदर्शी ढंग से की जाती है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष हर मुद्दे को राजनीतिक रंग देने में जुटा है और अब उन्हें किसी भी संवैधानिक संस्था पर भरोसा नहीं रह गया है।
पासवान ने कहा, विपक्ष को लगता है कि हर प्रक्रिया फर्जी है, क्योंकि वे जानते हैं कि इस बार जनता उन्हें नकार देगी। यह एक साफ संकेत है कि उन्होंने पहले ही हार मान ली है।
जनता विकास के साथ नहीं चाहिए जंगलराज
चिराग पासवान ने विश्वास जताया कि बिहार की जनता इस बार भी समझदारी से फैसला लेगी और उन ताकतों को नकार देगी जो राज्य को फिर से अराजकता में धकेलना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता ने अब विकास को अपना लक्ष्य बना लिया है और वह किसी भी हाल में जंगलराज की वापसी नहीं चाहती।
पासवान का यह बयान न सिर्फ आरजेडी पर तीखा हमला है, बल्कि आगामी चुनावों से पहले बिहार की राजनीतिक फिजा को भी गर्म करता दिख रहा है।