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हिमाचल BJP को मिलेगा नया सेनापति: 1 जुलाई को होगा एलान, राजीव बिंदल की दावेदारी सबसे मजबूत

हिमाचल BJP को मिलेगा नया सेनापति: 1 जुलाई को होगा एलान, राजीव बिंदल की दावेदारी सबसे मजबूत

हिमाचल प्रदेश भाजपा को आखिरकार 1 जुलाई को नया प्रदेश अध्यक्ष मिलने वाला है। पार्टी ने अध्यक्ष पद के लिए चुनाव प्रक्रिया का शेड्यूल भी जारी कर दिया है। इसके मुताबिक, सोमवार को भाजपा मुख्यालय में नामांकन दाखिल किए जाएंगे।  

Himachal Politics: हिमाचल प्रदेश भाजपा में लंबे समय से जारी असमंजस आखिरकार खत्म होने जा रहा है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के नए नाम पर 1 जुलाई को मुहर लगने वाली है। पार्टी ने अध्यक्ष चयन की प्रक्रिया का पूरा शेड्यूल जारी कर दिया है, जिसके मुताबिक 30 जून को नामांकन की प्रक्रिया पूरी होगी और 1 जुलाई को नए अध्यक्ष की औपचारिक घोषणा कर दी जाएगी। इस बीच मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल की दावेदारी सबसे मजबूत मानी जा रही है, लेकिन मुकाबले में कई और दिग्गज नेता भी हैं, जो अंतिम वक्त पर चौंका सकते हैं।

दरअसल हिमाचल भाजपा 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट चुकी है और पार्टी संगठन में नई ऊर्जा भरने के लिए मजबूत और अनुभवी नेतृत्व की जरूरत महसूस की जा रही थी। सूत्रों की मानें तो केंद्रीय नेतृत्व भी चाहता है कि एक ऐसे चेहरे को कमान सौंपी जाए, जो न सिर्फ कार्यकर्ताओं में लोकप्रिय हो, बल्कि संगठन और सत्ता के बीच संतुलन भी बना सके।

कौन-कौन हैं रेस में?

भाजपा अध्यक्ष पद की दौड़ में सबसे मजबूत नाम मौजूदा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल का है। बिंदल ने पिछले कार्यकाल में संगठन को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई थी, और पार्टी के भीतर उनका अच्छा नेटवर्क भी माना जाता है। हालांकि, उनके अलावा कई अन्य नाम भी चर्चा में हैं। इनमें कांगड़ा से सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज, विधायक त्रिलोक जम्वाल, विधायक राकेश जम्वाल, राज्यसभा सांसद डॉ. सिकंदर कुमार और इंदु गोस्वामी शामिल हैं। 

पार्टी सूत्र बताते हैं कि हाईकमान किसी ऐसे चेहरे पर भी दांव खेल सकता है, जिसकी चर्चा अभी कम हो, लेकिन जो भविष्य में चुनावी लिहाज से उपयोगी साबित हो सके।

केंद्रीय नेतृत्व निभाएगा अहम रोल

नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम की घोषणा केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह शिमला में करेंगे। वह भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष के प्रतिनिधि के तौर पर चुनाव अधिकारी की भूमिका में रहेंगे। माना जा रहा है कि डॉ. जितेंद्र सिंह ने पिछले दिनों सभी संभावित दावेदारों की रिपोर्ट पार्टी हाईकमान को सौंप दी है और अंतिम मुहर हाईकमान ही लगाएगा।

हालांकि एक समय नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का नाम भी अध्यक्ष पद के लिए सामने आया था, लेकिन उन्होंने खुद ही इन अटकलों को दरकिनार कर दिया था।

क्यों हुई देरी?

दरअसल हिमाचल भाजपा में नए अध्यक्ष की नियुक्ति जनवरी में ही होनी थी, लेकिन कई कारणों से यह मामला लटकता चला गया। बीच में पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव, फिर भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव और कुछ आंतरिक रणनीतिक चर्चाओं की वजह से फैसला टलता रहा। अब जबकि लोकसभा चुनाव का दौर निकल चुका है, भाजपा ने फौरन संगठन को दुरुस्त करने का काम शुरू कर दिया है।

गौरतलब है कि भाजपा में राष्ट्रीय स्तर पर भी मौजूदा अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा का कार्यकाल समाप्त होने वाला है। पार्टी के संविधान के मुताबिक जब तक 50% प्रदेश अध्यक्षों का चुनाव नहीं हो जाता, तब तक राष्ट्रीय अध्यक्ष पर फैसला नहीं लिया जाएगा। ऐसे में हिमाचल प्रदेश में अध्यक्ष की घोषणा राष्ट्रीय अध्यक्ष चयन की दिशा में भी एक अहम कदम माना जा रहा है।

हालांकि भाजपा परंपरागत रूप से सर्वसम्मति से अध्यक्ष का चुनाव करना पसंद करती है, लेकिन अगर किसी वजह से चुनाव हुआ तो करीब 200 डेलीगेट इस प्रक्रिया में हिस्सा लेंगे। इसके बाद शिमला के होटल पीटरहाफ में नवनियुक्त अध्यक्ष के नाम का औपचारिक ऐलान किया जाएगा।

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