चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची को नए सिरे से तैयार किए जाने की घोषणा पर बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। तेजस्वी ने इस कदम को लोकतंत्र पर हमला करार देते हुए कई गंभीर सवाल उठाए हैं।
Bihar Assembly Election 2025: बिहार की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है, और इस बार वजह बना है चुनाव आयोग का वह फैसला जिसमें मतदाता सूची को नए सिरे से तैयार करने की घोषणा की गई है। इस पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कड़ा एतराज जताते हुए इसे लोकतंत्र पर हमला करार दिया और एनडीए सरकार पर गहरी साजिश का आरोप लगाया। तेजस्वी का दावा है कि इस प्रक्रिया के जरिए गरीब, वंचित और पिछड़े वर्गों के मतदाताओं को सूची से बाहर करने की साजिश रची जा रही है।
सोमवार को पटना में प्रेसवार्ता करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, आखिर चुनाव आयोग को इतनी जल्दी क्यों है? 22 साल बाद जब यह प्रक्रिया हो रही है, तो 25 दिनों में इसे कैसे पूरा किया जाएगा? 2003 में जब देशभर में नई मतदाता सूची तैयार हुई थी, तब इसे पूरा होने में पूरे दो साल का समय लगा था। ऐसे में इतनी जल्दबाजी से संदेह पैदा होना स्वाभाविक है।
तेजस्वी ने बीजेपी पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि गरीब और वंचित तबकों का मताधिकार छीनने की कोशिश हो रही है। उन्होंने कहा, यह संविधान और लोकतंत्र दोनों का अपमान है। बीजेपी जानती है कि गरीब, मजदूर और दलित समाज उसके खिलाफ वोट डालते हैं, इसलिए उनके नाम लिस्ट से काटने का षड्यंत्र चल रहा है।
महागठबंधन पहुंचेगा चुनाव आयोग
तेजस्वी यादव ने प्रेसवार्ता में साफ कहा कि महागठबंधन का एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही चुनाव आयोग से मुलाकात करेगा और इस फैसले पर आपत्ति दर्ज कराएगा। उन्होंने कहा कि आयोग को पारदर्शिता बनाए रखनी चाहिए और ऐसी जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए जिससे करोड़ों मतदाताओं के नाम गायब होने का खतरा खड़ा हो जाए।
तेजस्वी ने कहा, अगर चुनाव आयोग को मतदाता सूची को अपडेट करना है तो समय दीजिए, प्रक्रिया को पारदर्शी बनाइए, लेकिन 25 दिन में यह काम संभव ही नहीं है। ये सिर्फ गरीबों और शोषितों की आवाज को दबाने का प्रयास है।
बीजेपी पर जमकर बरसे तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “बीजेपी गरीबों और पिछड़े तबकों के खिलाफ है, यह बार-बार साबित हुआ है। अब जब उन्हें लग रहा है कि हार पक्की है, तो वोटर लिस्ट में छेड़छाड़ करके लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता सब देख रही है और समय आने पर इसका जवाब जरूर देगी। तेजस्वी ने यह भी कहा कि एनडीए सरकार को डर है कि 2025 के विधानसभा चुनाव में उसे शिकस्त मिलेगी, इसलिए वोट बैंक में तोड़फोड़ की साजिश रची जा रही है।
प्रेसवार्ता में जुटे कई नेता
इस मौके पर राष्ट्रीय जनता दल के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे, जिनमें पार्टी प्रवक्ता शक्ति यादव, सांसद संजय यादव, पूर्व मंत्री विजय प्रकाश, पूर्व विधायक अजय प्रताप, त्रिवेणी यादव, शमशाद आलम, रविन्द्र मंडल और अशोक कुशवाहा शामिल थे। सभी ने तेजस्वी के रुख का समर्थन किया और कहा कि यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक संकेत हैं।
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में महागठबंधन जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए पूरी मजबूती से खड़ा रहेगा और अगर जरूरत पड़ी तो सड़कों पर उतरकर भी आंदोलन किया जाएगा। प्रेसवार्ता के बाद तेजस्वी यादव चकाई में आयोजित ‘हुल दिवस समारोह’ में शामिल होने के लिए रवाना हो गए। वहां भी उन्होंने लोगों से बातचीत में इसी मुद्दे को उठाया और जनता को सतर्क रहने की सलाह दी।