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बिहार NDA में सीट बंटवारे का पेंच सुलझा, कुशवाहा-मांझी की नाराजगी अब भी बरकरार

बिहार NDA में सीट बंटवारे का पेंच सुलझा, कुशवाहा-मांझी की नाराजगी अब भी बरकरार

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले NDA में सीट बंटवारा तय। भाजपा और JDU को 101-101 सीटें, LJP को 29। छोटे दलों कुशवाहा और मांझी असंतुष्ट, लेकिन गठबंधन के साथ चुनाव लड़ने की प्रतिबद्धता दोहराई।

पटना। बिहार विधानसभा चुनावों से पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में सीटों के बंटवारे को लेकर सियासी हलचल जारी रही। एनडीए अध्यक्ष और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान ने मंगलवार को सोशल मीडिया (Social Media) पर घोषणा की कि गठबंधन सहयोगियों के बीच सीट बंटवारे का मुद्दा सौहार्दपूर्ण तरीके से सुलझ गया है। उन्होंने कहा कि उम्मीदवारों का चयन सकारात्मक रूप से आगे बढ़ रहा है और सभी दल आगामी चुनाव के लिए पूरी तैयारी में हैं।

सौहार्दपूर्ण बातचीत के बाद हुआ समझौता

चिराग पासवान ने पोस्ट में लिखा कि एनडीए दलों के बीच सीट बंटवारे का मसला बातचीत के जरिए सुलझा लिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि कौन सी पार्टी किस सीट पर चुनाव लड़ेगी, इस पर अंतिम चर्चा सकारात्मक ढंग से हो रही है। चिराग ने इस अवसर पर भाजपा और जनता दल यूनाइटेड (JDU) के नेता नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के नेतृत्व की सराहना की। उन्होंने सभी दलों की एकजुटता पर जोर दिया और कहा कि चुनाव में हर दल पूरी प्रतिबद्धता के साथ हिस्सा लेगा।

एनडीए का फाइनल फॉर्मूला

घोषित समझौते के अनुसार, भाजपा और जनता दल यूनाइटेड को 101-101 सीटें दी गई हैं। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 29 सीटें दी गई हैं। इसके अलावा हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) को छह-छह सीटें दी गई हैं। यह फॉर्मूला एनडीए के लिए चुनावी रणनीति (Election Strategy) को अंतिम रूप देने का कदम माना जा रहा है।

कुशवाहा और मांझी की नाराजगी

हालांकि, सीटों के इस बंटवारे से छोटे दलों के नेता नाराज हैं। आरएलएम प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा और हम के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने इस फॉर्मूले पर असंतोष जताया। दोनों नेताओं ने पहले अधिक सीटों की मांग की थी। कुशवाहा ने 24 और हम ने 40 सीटें मांगी थीं, लेकिन उन्हें केवल छह-छह सीटें मिलीं। इस फैसले के बावजूद, दोनों नेताओं ने एनडीए में बने रहने और गठबंधन के साथ चुनाव लड़ने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।

कुशवाहा का संदेश

सोमवार को उपेंद्र कुशवाहा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में अपने समर्थकों से माफी मांगी। उन्होंने कहा कि सीटों की संख्या उनके और समर्थकों की उम्मीदों के अनुसार नहीं हो सकी। उन्होंने लिखा कि इस फैसले से हजारों-लाखों लोगों का दिल दुख सकता है, जिनमें वे सहयोगी भी शामिल हैं जो पार्टी के उम्मीदवार बनने की इच्छा रखते थे। कुशवाहा ने यह भी कहा कि गठबंधन की एकजुटता बनाए रखना अभी प्राथमिकता है और इसके लिए सभी दलों को समझौता करना होगा।

छोटे दलों की उम्मीदें

जानकारी के अनुसार, छोटे दलों के असंतोष से एनडीए के भीतर संतुलन बनाए रखना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। एनडीए की जीत के लिए भाजपा और JDU के अलावा छोटे दलों का सहयोग जरूरी है। इसलिए गठबंधन के भीतर सीट बंटवारे को लेकर बातचीत लगातार चल रही थी। चिराग पासवान ने यह सुनिश्चित किया कि गठबंधन की एकजुटता दिखाने के लिए सोशल मीडिया पर एक सकारात्मक संदेश साझा किया जाए।

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