राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा ने सीतामढ़ी कांग्रेस को सक्रिय कर दिया। टिकट के लिए दावेदारी बढ़ी, नेता जिला से दिल्ली तक दौड़ रहे हैं। परिहार और बथनाहा विधानसभा सीट पर दावेदारी का माहौल तेज।
Bihar Election 2025: सीतामढ़ी जिले में राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा ने कांग्रेस पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को नई ऊर्जा दी है। इस यात्रा के बाद जिले में पार्टी की सक्रियता बढ़ गई है और विभिन्न विधानसभा सीटों पर टिकट के लिए दावेदारी तेज हो गई है। अब नेताओं और उम्मीदवारों की दौड़ जिला कार्यालय से लेकर पटना और दिल्ली तक पहुंच चुकी है। कांग्रेस के पदाधिकारी और संभावित उम्मीदवार पार्टी की रणनीति को अपने फायदे के अनुसार तैयार कर रहे हैं और टिकट पाने के लिए जोर लगा रहे हैं।
टिकट की मांग और दावेदारी का माहौल
राहुल गांधी के दौरे के दौरान जिन तीन विधानसभा क्षेत्रों से यात्रा गुजरी—रुन्नीसैदपुर, सीतामढ़ी और रीगा—उन क्षेत्रों के संभावित उम्मीदवारों ने अपनी ताकत और लोकप्रियता का प्रदर्शन किया। भीड़ का अधिकांश हिस्सा टिकट दावेदारों द्वारा जुटाया गया था। इसके अलावा, यात्रा का प्रभाव बथनाहा, परिहार, बेलसंड, सुरसंड और बाजपट्टी विधानसभा क्षेत्रों तक भी पहुंचा। टिकट की दावेदारी में स्थानीय नेताओं के साथ-साथ जिला और प्रदेश स्तर के कार्यकर्ता भी शामिल हो रहे हैं।
रीगा विधानसभा में दावेदारी और प्रत्याशी
रीगा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस से पूर्व विधायक अमित कुमार टुन्ना की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। वे 2015 में इस सीट से विधायक रह चुके हैं और 2020 में भाजपा के मोतीलाल प्रसाद से लगभग 35 हजार वोटों से हार गए थे। इस बार उन्होंने पुनः टिकट के लिए दावा ठोक दिया है। टुन्ना ने पूरी यात्रा का नेतृत्व भी संभाला था, जिससे संभावना है कि उनका टिकट पक्का हो सकता है। हालांकि, पूर्व जिलाध्यक्ष कमलेश कुमार सिंह और पूर्व राज्यपाल राम दुलारी सिन्हा के पौत्र मृगेंद्र सिंह भी इस सीट के लिए दावेदारी कर रहे हैं।
बथनाहा क्षेत्र में संभावित उम्मीदवार
बथनाहा विधानसभा क्षेत्र से संजय राम इस बार भी चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। वे 2010 और 2020 में इस सीट से प्रत्याशी रह चुके हैं, लेकिन सफलता नहीं मिली। इस क्षेत्र में कांग्रेस के पूर्व विधायक गौरी शंकर नागदंश के पुत्र आकाश नागदंश पासवान, जिला पार्षद ई. नवीन कुमार, पार्टी की नेत्री अर्चना पासवान और जैनेन्द्र कुमार भी टिकट के लिए दावेदारी कर रहे हैं। राहुल गांधी की यात्रा ने इस क्षेत्र में कांग्रेस के अंदर जोश और दावेदारी को और बढ़ावा दिया है।
परिहार और मुस्लिम बहुल सीट पर कांग्रेस की दावेदारी
राहुल गांधी की यात्रा के बाद कांग्रेस ने परिहार और सीतामढ़ी विधानसभा सीट पर भी अपनी दावेदारी पेश की है। परिहार सीट अब तक राजद के कब्जे में रही है। इस क्षेत्र से पूर्व मुखिया ऋतु जायसवाल और रामचंद्र पूर्वे की दावेदारी चल रही है। कांग्रेस मुस्लिम बहुल सीट होने का हवाला देकर इस पर दावेदारी कर रही है। प्रदेश प्रतिनिधि मो. शम्स शाहनवाज और मो. अफाक खान ने भी इस सीट के लिए अपनी दावेदारी पेश की है।
राजद के कुछ नेताओं का मानना है कि बथनाहा क्षेत्र से कांग्रेस लगातार हार रही है, इसलिए इस सीट से राजद का प्रत्याशी होना चाहिए और परिहार से कांग्रेस को उम्मीदवार बनाना चाहिए। हालांकि, इसका अंतिम निर्णय हाईकमान करेगा।
सीतामढ़ी सदर सीट की राजनीतिक स्थिति
सीतामढ़ी सदर सीट पर अब तक राजद के प्रत्याशी ही चुनाव लड़ते रहे हैं। यहां से सुनील कुशवाहा 2015 में विधायक रह चुके हैं और 2020 में भाजपा के मिथिलेश कुमार से हार गए थे। 2010 के चुनाव में लोजपा के राघवेन्द्र कुशवाहा ने चुनाव लड़ा था, जो वर्तमान में राजद में शामिल हैं। इस सीट पर कांग्रेस से जिलाध्यक्ष रकटू प्रसाद, ऋतु कुमारी और वीरेंद्र कुशवाहा अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं।