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ओलंपिक में क्रिकेट की वापसी पर आईओसी अध्यक्ष का बयान: कहा- 'भारत और ओलंपिक आंदोलन के बीच रिश्ते होंगे और मजबूत'

ओलंपिक में क्रिकेट की वापसी पर आईओसी अध्यक्ष का बयान: कहा- 'भारत और ओलंपिक आंदोलन के बीच रिश्ते होंगे और मजबूत'

अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) की अध्यक्ष क्रिस्टी कोवेंट्री ने शुक्रवार को कहा कि ओलंपिक कार्यक्रम में क्रिकेट की वापसी से भारत और ओलंपिक आंदोलन के बीच संबंध और मजबूत होंगे।

स्पोर्ट्स न्यूज़: ओलंपिक खेलों में क्रिकेट की 128 साल बाद वापसी होने जा रही है, और इस ऐतिहासिक फैसले को लेकर अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) की अध्यक्ष क्रिस्टी कोवेंट्री ने कहा है कि इससे भारत और ओलंपिक आंदोलन के बीच संबंध और गहरे होंगे। लॉस एंजिलिस ओलंपिक 2028 में क्रिकेट को टी20 प्रारूप में शामिल किया जाएगा, जिससे दुनिया के सबसे लोकप्रिय खेलों में से एक को एक बार फिर वैश्विक मंच मिलेगा।

आईओसी अध्यक्ष ने शुक्रवार को कहा कि क्रिकेट की वापसी से भारत जैसे खेल-प्रेमी देश में ओलंपिक की लोकप्रियता में भारी वृद्धि होगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि इससे भारतीय दर्शकों की भागीदारी और उत्साह दोनों में बड़ा उछाल देखने को मिलेगा।

कोवेंट्री ने क्या कहा?

क्रिस्टी कोवेंट्री, जो खुद सात बार की ओलंपिक पदक विजेता और पूर्व तैराक रह चुकी हैं, ने कहा,

'लॉस एंजिलिस 2028 ओलंपिक में क्रिकेट की वापसी से भारत और ओलंपिक आंदोलन के बीच रिश्ता और मजबूत होगा। यह खेलों के जादू को भारतीय प्रशंसकों के और भी करीब लाएगा।'

उन्होंने यह भी बताया कि आईओसी वर्तमान में भारत में ओलंपिक खेलों के मीडिया प्रसारण अधिकार तय करने की प्रक्रिया में है। उनके अनुसार, भारत में हम ओलंपिक प्रसारण अधिकारों के लिए एक खुली निविदा प्रक्रिया आयोजित कर रहे हैं। हमारा उद्देश्य है कि इस असाधारण देश के हर कोने में ओलंपिक खेलों का जादू पहुंचाने के लिए सही मीडिया पार्टनर चुना जाए।

128 साल बाद क्रिकेट की वापसी

ओलंपिक इतिहास में क्रिकेट आखिरी बार 1900 में पेरिस ओलंपिक में खेला गया था, जहां केवल दो टीमें  ब्रिटेन और फ्रांस ने भाग लिया था। उसके बाद यह खेल ओलंपिक कार्यक्रम से बाहर हो गया। अब, 128 साल बाद, लॉस एंजिलिस ओलंपिक 2028 में क्रिकेट की टी20 फॉर्मेट में वापसी तय है। क्रिकेट को शामिल करने का निर्णय न केवल दक्षिण एशियाई देशों भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका बल्कि ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और कैरेबियाई देशों जैसे पारंपरिक क्रिकेट राष्ट्रों के लिए भी एक बड़ा उत्सव है। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे ओलंपिक की वैश्विक दर्शक संख्या में भारी वृद्धि होगी।

भारत की भूमिका 2036 ओलंपिक 

कोवेंट्री ने भारत की संभावनाओं पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि भारत एक ऐसा देश है जो खेलों के क्षेत्र में लगातार प्रगति कर रहा है और भविष्य के लिए आत्मविश्वास से आगे बढ़ रहा है। भारत ने 2036 ओलंपिक की मेजबानी के लिए आधिकारिक रूप से अपनी बोली पेश की है, जिसमें अहमदाबाद को संभावित मेजबान शहर के रूप में प्रस्तावित किया गया है। आईओसी अध्यक्ष ने कहा कि भारत के पास खेल अवसंरचना और युवा प्रतिभा के दम पर वैश्विक खेल आयोजनों की मेजबानी करने की पूरी क्षमता है।

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