भारतीय टीम के पूर्व ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को तमिलनाडु प्रीमियर लीग (TNPL) में एक बड़ी राहत मिली है। अश्विन इस समय डिंडिगुल ड्रैगंस की कप्तानी कर रहे हैं और हाल ही में उनके ऊपर बॉल टेम्परिंग के गंभीर आरोप लगाए गए थे।
स्पोर्ट्स न्यूज़: भारत के दिग्गज स्पिनर और तमिलनाडु प्रीमियर लीग (TNPL) में डिंडिगुल ड्रैगंस के कप्तान रविचंद्रन अश्विन को बॉल टेम्परिंग के गंभीर आरोपों से बड़ी राहत मिली है। लीग के एक अहम मुकाबले में मदुरई पैंथर्स द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के बाद TNPL प्रबंधन ने अश्विन और उनकी टीम को क्लीन चिट दे दी है। इस फैसले के साथ अश्विन का दामन साफ हो गया है और यह विवाद अब शांत पड़ता नजर आ रहा है।
क्या था पूरा मामला?
यह मामला TNPL के एक मुकाबले से जुड़ा है जिसमें डिंडिगुल ड्रैगंस का सामना मदुरई पैंथर्स से हुआ था। इस मैच में अश्विन की टीम ने नौ विकेट से जीत दर्ज की थी। हालांकि मैच के बाद मदुरई पैंथर्स ने आरोप लगाया कि डिंडिगुल टीम ने गेंद से छेड़छाड़ की है। आरोप था कि टीम ने एक ऐसी तौलिया का इस्तेमाल किया जिस पर कैमिकल लगा था, और इससे गेंद को चमकाया गया। आरोपों के मुताबिक, यह प्रक्रिया बॉल टेम्परिंग की श्रेणी में आती है, जो क्रिकेट के नियमों के विरुद्ध है।
TNPL प्रबंधन की जांच और निष्कर्ष
मामला जब गर्माया तो TNPL के सीईओ प्रसन्ना कनन ने तुरंत आंतरिक जांच के आदेश दिए। जांच में पाया गया कि:
- जिन तौलियों का उपयोग हुआ, वे TNCA (तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन) द्वारा उपलब्ध कराए गए थे।
- ये तौलिये दोनों टीमों को समान रूप से वितरित किए गए थे।
- मैच रेफरी और ऑन-फील्ड अंपायर्स की ओर से खेल के दौरान किसी तरह की आपत्ति या अनियमितता की रिपोर्ट नहीं की गई।
- मैच फुटेज और मौजूद सबूतों की जांच के बाद बॉल टेम्परिंग का कोई प्रमाण नहीं मिला।
- इस आधार पर अश्विन और डिंडिगुल ड्रैगंस को आधिकारिक रूप से निर्दोष घोषित किया गया।
आगे क्या?
टीएनपीएल प्रबंधन ने यह भी कहा है कि यदि मदुरई पैंथर्स की टीम 17 जून, दोपहर 3 बजे तक इस आरोप से जुड़े कोई ठोस सबूत प्रस्तुत करती है, तो स्वतंत्र जांच समिति का गठन किया जाएगा। हालांकि, अब तक कोई अपील या सबूत प्रस्तुत नहीं किए गए हैं। इस स्थिति में अब यह मामला विवाद से बाहर माना जा रहा है।
अश्विन का ऑलराउंड प्रदर्शन
- हालांकि इस विवाद ने मैच के बाद सुर्खियां बटोरीं, लेकिन खुद अश्विन ने मैच में बल्ले से शानदार योगदान दिया था।
- गेंदबाजी में उन्होंने चार ओवर में 27 रन दिए, लेकिन कोई विकेट नहीं ले पाए।
- लेकिन बल्लेबाजी में अश्विन ने 29 गेंदों में 49 रनों की आक्रामक पारी खेली, जिससे टीम ने मात्र 12.3 ओवर में 150 रनों का लक्ष्य हासिल कर लिया।
उनकी यह पारी टीम की जीत में निर्णायक साबित हुई, और दर्शकों ने एक बार फिर देखा कि अश्विन केवल गेंदबाज ही नहीं, बल्कि जरूरत पड़ने पर एक मैच-विनिंग बल्लेबाज़ भी हैं। रविचंद्रन अश्विन का क्रिकेट करियर विवादों से दूर और अनुशासन से भरा रहा है। इस विवाद में उनका नाम आना फैंस और क्रिकेट जगत के लिए हैरानी की बात थी।