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इंडसइंड बैंक के शेयर में उछाल, नोमुरा ने बढ़ाया टारगेट प्राइस

नोमुरा ने इंडसइंड बैंक की स्थिति की तुलना पहले के वर्षों में RBL बैंक और यस बैंक से की है, जहां नेतृत्व में बदलाव और सुधारात्मक कदमों के बाद धीरे-धीरे प्रदर्शन में सुधार हुआ था।

भारतीय शेयर बाजार में 18 जून को इंडसइंड बैंक के शेयरों में तेज़ी दर्ज की गई जब जापान की प्रमुख ब्रोकरेज फर्म नोमुरा ने बैंक की रेटिंग को 'बाय' में अपग्रेड किया और इसके टारगेट प्राइस को 700 रुपये से बढ़ाकर 1050 रुपये कर दिया। यह मौजूदा बाजार मूल्य से करीब 25 प्रतिशत की बढ़त की संभावना को दर्शाता है।

इंडसइंड बैंक का शेयर मंगलवार को 3.5 प्रतिशत की बढ़त के साथ 838 रुपये के स्तर पर पहुंचा, जो हाल के कुछ महीनों में इसके कमजोर प्रदर्शन के बाद निवेशकों के लिए एक राहत की खबर रही। यह बैंक वर्ष 2025 में अब तक करीब 13 प्रतिशत गिर चुका था, लेकिन पिछले एक महीने में इसने लगभग 7 प्रतिशत की रिकवरी की है।

नोमुरा का भरोसा: पुराने संकट हुए दूर

नोमुरा की रिपोर्ट के अनुसार, बैंक की अधिकतर 'लीगेसी' समस्याएं अब सुलझ चुकी हैं। विशेष रूप से ऋण पुस्तिका (लोन बुक) की सफाई, एकमुश्त प्रावधान और आंतरिक संरचनात्मक सुधारों ने बैंक की साख को मजबूत किया है। नोमुरा ने बैंक की वापसी की तुलना आरबीएल बैंक (2021) और यस बैंक (2018) से की है, जहां नेतृत्व परिवर्तन के बाद बैंकों की स्थिति में धीरे-धीरे सुधार देखा गया।

विश्लेषकों का मानना है कि इंडसइंड बैंक की रिटर्न ऑन एसेट्स (ROA) FY27 तक 1 प्रतिशत तक पहुंच सकती है। बैंक वर्तमान में अपने एक साल के फॉरवर्ड बुक वैल्यू प्रति शेयर के 0.9 गुना पर ट्रेड कर रहा है, जो विश्लेषकों के अनुसार एक आकर्षक वैल्यूएशन है।

प्रबंधन में बदलाव और आरबीआई का समर्थन

नोमुरा की रिपोर्ट में इस बात को रेखांकित किया गया कि बैंक का बोर्ड गवर्नेंस में सुधार को लेकर गंभीर है और FY26 में लीडरशिप में बदलाव का संकेत भी मिला है। आरबीआई द्वारा बैंक के रिकवरी प्रयासों को मिली स्वीकृति भी सकारात्मक संकेत देती है। इसके साथ ही, प्रमोटर स्टेक बढ़ाने की संभावित मंजूरी भी निवेशकों की चिंता को कम कर सकती है।

वित्तीय मजबूती: पूंजी और तरलता दोनों मजबूत

इंडसइंड बैंक की मौजूदा वित्तीय स्थिति भी उसकी मजबूती का संकेत देती है। बैंक का कॉमन इक्विटी टियर-1 (CET-1) अनुपात 15.1 प्रतिशत है जबकि लिक्विडिटी कवरेज रेश्यो (LCR) 118 प्रतिशत है। बैंक की रिटेल फ्रेंचाइज़ भी व्यापक और मजबूत है, जो उसे प्रोफिटेबिलिटी के मोर्चे पर तेजी से वापस लाने में मदद करेगी।

कम लागत, बेहतर आय और बढ़ा EPS अनुमान

नोमुरा ने बैंक के FY27 और FY28 के लिए अर्निंग्स पर शेयर (EPS) के अनुमान को 14 से 16 प्रतिशत तक बढ़ाया है। इसकी मुख्य वजह बेहतर नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) और कम क्रेडिट लागत रही। रिपोर्ट के अनुसार, अब बैंक की RoA 0.8 से 1.1 प्रतिशत के बीच रह सकती है, जबकि RoE (रिटर्न ऑन इक्विटी) 7 से 10 प्रतिशत तक रहने की संभावना है।

गवर्नेंस और ट्रस्ट की वापसी

पिछले कुछ महीनों में इंडसइंड बैंक को गवर्नेंस और लेखा-जोखा से जुड़ी चिंताओं का सामना करना पड़ा। लेकिन बैंक द्वारा की गई सुधारात्मक कार्रवाइयों ने निवेशकों का विश्वास दोबारा अर्जित किया है। एक बार जब आरबीआई से प्रमोटर हिस्सेदारी में वृद्धि की अनुमति मिल जाएगी, तो इससे शेयर की स्थिरता में भी वृद्धि होगी।

तकनीकी विश्लेषण 

तकनीकी विशेषज्ञों के अनुसार, इंडसइंड बैंक का शेयर अब 800-820 रुपये के स्तर पर मजबूत सपोर्ट दिखा रहा है और 850 से ऊपर जाते ही इसमें नई खरीदारी देखने को मिल सकती है। निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे लंबी अवधि की रणनीति अपनाएं और बैंक के फंडामेंटल्स पर भरोसा बनाए रखें।

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