मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज (MOFS) के शेयर ने एक बार फिर ब्रोकरेज फर्मों का ध्यान अपनी ओर खींचा है। वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में कंपनी के नतीजे उम्मीद से बेहतर रहे हैं। इसी के आधार पर ब्रोकरेज हाउस एमके ग्लोबल ने इस स्टॉक पर अपनी 'BUY' यानी खरीदारी की रेटिंग बरकरार रखी है और टारगेट प्राइस को 850 रुपये से बढ़ाकर 1050 रुपये कर दिया है।
18 फीसदी की और तेजी का अनुमान
सोमवार, 28 जुलाई के कारोबारी सत्र में यह स्टॉक 895 रुपये के आस-पास ट्रेड कर रहा था। मौजूदा स्तर से देखें तो शेयर में आगे करीब 18 फीसदी की तेजी आने की संभावना जताई गई है। एमके ग्लोबल के अनुसार, कंपनी की मौजूदा स्थिति और भविष्य की रणनीति को देखते हुए यह शेयर और उछाल दिखा सकता है।
ब्रोकिंग इनकम ने डिस्ट्रीब्यूशन इनकम की कमी को संतुलित किया
वेल्थ मैनेजमेंट सेगमेंट में सीजनल प्रभाव के कारण डिस्ट्रीब्यूशन इनकम में गिरावट आई, लेकिन ब्रोकिंग इनकम में मजबूती ने इसका असर काफी हद तक संतुलित कर दिया। कुल मिलाकर तिमाही के दौरान कंपनी के कुल राजस्व में लगभग 5 फीसदी की गिरावट जरूर देखने को मिली, लेकिन सेगमेंटल मजबूती के चलते यह गिरावट ज्यादा प्रभावी नहीं रही।
ब्रोकरेज ने क्या कहा कंपनी की पहली तिमाही पर
एमके ग्लोबल की रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल से जून तिमाही में मोतीलाल ओसवाल की परफॉर्मेंस एक बार फिर बेहतर रही है। कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट सालाना आधार पर 21 फीसदी बढ़कर 522 करोड़ रुपये हो गया है। कैपिटल मार्केट सेगमेंट से मिली मजबूती के चलते यह बढ़त देखने को मिली।
साथ ही ट्रेजरी गेन से कंपनी को अतिरिक्त फायदा हुआ, जिसकी वजह से रिपोर्टेड नेट प्रॉफिट (OCI समेत) 1430 करोड़ रुपये रहा। यह आंकड़ा बाजार अनुमानों से कहीं ज्यादा था, जिससे ब्रोकरेज को स्टॉक के प्रति अपना रुख और मजबूत करना पड़ा।
कैपिटल मार्केट्स सेगमेंट में जबरदस्त नेट प्रॉफिट
कैपिटल मार्केट्स सेगमेंट में सौदों की सक्रियता और बेहतर रणनीति के चलते कंपनी ने 94 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया। यह सेगमेंट कंपनी के लिए लगातार मजबूत होता जा रहा है और इसका असर समग्र वित्तीय प्रदर्शन पर भी साफ नजर आया।
AUM में दिखी मजबूती, लेकिन लागत बढ़ने से दबाव
एमके ग्लोबल का कहना है कि एसेट मैनेजमेंट और प्राइवेट वेल्थ सेगमेंट में बेहतर ग्रोथ देखने को मिली है। दोनों सेगमेंट का AUM यानी एसेट अंडर मैनेजमेंट लगातार बढ़ा है। हालांकि, लागत में वृद्धि के चलते नेट प्रॉफिट यानी PAT पर कुछ दबाव बना रहा।
हाउसिंग फाइनेंस बिजनेस की परफॉर्मेंस कमजोर रही
जहां एक ओर अन्य सेगमेंट ने बेहतर प्रदर्शन किया, वहीं हाउसिंग फाइनेंस कारोबार की परफॉर्मेंस थोड़ी फीकी रही। इसमें नेट इंटरेस्ट मार्जिन यानी NIM में गिरावट दर्ज की गई, जिसका असर मुनाफे पर पड़ा है। लेकिन कंपनी की अन्य यूनिट्स का प्रदर्शन इस कमजोरी को काफी हद तक छुपा गया।
ब्रोकरेज का FY26-28 के लिए अनुमान बदला
पहली तिमाही के शानदार नतीजों के बाद एमके ग्लोबल ने कंपनी के वित्त वर्ष 2026 से 2028 तक के नेट प्रॉफिट अनुमान को 4 से 5 फीसदी तक बढ़ा दिया है। साथ ही ‘BUY’ रेटिंग को दोहराते हुए जून 2026 तक का टारगेट प्राइस 1050 रुपये तय किया गया है। पहले यह लक्ष्य 850 रुपये रखा गया था।
पिछले एक साल में 50 फीसदी तक उछला शेयर
मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज का स्टॉक बीते एक साल में 50 फीसदी से अधिक चढ़ चुका है। वहीं, दो साल में इसने 330 फीसदी, तीन साल में 360 फीसदी और पांच साल में 415 फीसदी का रिटर्न दिया है। यह इसके मजबूत लॉन्ग टर्म प्रदर्शन को दर्शाता है।
BSE पर शेयर का हाई-लो और मौजूदा स्तर
BSE पर MOFS का 52 हफ्तों का उच्चतम स्तर 1063.40 रुपये और निचला स्तर 488 रुपये रहा है। वर्तमान में यह शेयर 895 रुपये के आस-पास ट्रेड कर रहा है। इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 53,656 करोड़ रुपये से अधिक का है, जो इसे इस सेगमेंट की बड़ी कंपनियों में शामिल करता है।
कंपनी का ट्रैक रिकॉर्ड और आउटलुक मजबूत
ब्रोकरेज की रिपोर्ट में कहा गया है कि अस्थिर बाजार स्थितियों के बावजूद कंपनी ने लगातार दमदार प्रदर्शन किया है। इसका कारण बेहतर बिजनेस मॉडल, मजबूत क्लाइंट बेस, तकनीकी अपग्रेडेशन और सेगमेंट वाइज मजबूत पकड़ है। ब्रोकिंग, वेल्थ और एसेट मैनेजमेंट तीनों क्षेत्रों में कंपनी का प्रभाव लगातार बढ़ता जा रहा है।
ब्रोकरेज का मजबूत भरोसा
एमके ग्लोबल जैसे ब्रोकरेज हाउस का यह कहना है कि कंपनी आने वाले समय में भी बेहतर प्रदर्शन जारी रख सकती है, जिससे निवेशकों की निगाहें इस स्टॉक पर बनी हुई हैं। अब जबकि टारगेट प्राइस को 24 फीसदी बढ़ाया गया है, बाजार में इस शेयर की चर्चा और तेज हो गई है।