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Closing Bell: सेंसेक्स और निफ्टी में मामूली हलचल, लेकिन इन स्टॉक्स ने पकड़ ली रफ्तार!

Closing Bell: सेंसेक्स और निफ्टी में मामूली हलचल, लेकिन इन स्टॉक्स ने पकड़ ली रफ्तार!

बुधवार का कारोबारी दिन शेयर बाजार के लिए स्थिरता और सतर्कता का दिन रहा। वीकली ऑप्शन एक्सपायरी से ठीक पहले निवेशकों ने एहतियातन रुख अपनाया, जिससे प्रमुख सूचकांक सीमित दायरे में घूमते रहे। जहां सरकारी बैंकिंग, आईटी और ऑटो सेक्टर में थोड़ी बहुत खरीदारी नजर आई, वहीं मेटल और फार्मा जैसे क्षेत्रों में दबाव ने बाजार को ऊंचाई पर टिकने नहीं दिया।

बाजार का हाल: सेंसेक्स और निफ्टी में मामूली हलचल

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स बुधवार को लगभग सपाट बंद हुआ। दिनभर की अस्थिरता के बाद सेंसेक्स सिर्फ कुछ अंकों की बढ़त या गिरावट के साथ बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी भी लगभग स्थिर रहा। दोनों सूचकांकों में खुलते समय हल्की मजबूती दिखी थी, लेकिन कारोबारी सत्र के दौरान इसमें खास बढ़त नहीं बन सकी।

मिडकैप और स्मॉलकैप निवेशकों ने भी रखी सतर्कता

बाजार की चौड़ाई भी बुधवार को सीमित रही। निफ्टी मिडकैप 100 और स्मॉलकैप 100 इंडेक्स भी सपाट स्तर पर बंद हुए। इन दोनों सेगमेंट्स में निवेशकों ने किसी बड़े सौदे से परहेज किया। ट्रेडर्स का मानना है कि वीकली एक्सपायरी से पहले लोग स्थिति साफ होने का इंतजार कर रहे हैं।

सरकारी बैंकिंग शेयरों में हल्की खरीदारी

बुधवार को जिन सेक्टर्स में थोड़ा बहुत निवेशकों का झुकाव दिखा, उनमें सरकारी बैंकिंग स्टॉक्स शामिल थे। पीएसयू बैंकों के शेयरों में दिनभर के कारोबार में अच्छी पकड़ नजर आई। बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक और केनरा बैंक जैसे स्टॉक्स हरे निशान में बने रहे।

आईटी और ऑटो सेक्टर में दिखा दम

आईटी कंपनियों के शेयरों में भी बुधवार को हल्की खरीदारी देखने को मिली। इंफोसिस, टीसीएस और विप्रो जैसे दिग्गज स्टॉक्स में सौदे हुए, जिससे इंडेक्स को सपोर्ट मिला। वहीं ऑटो सेक्टर में महिंद्रा एंड महिंद्रा और बजाज ऑटो जैसे शेयरों ने हल्का सहारा दिया।

FMCG और रियल्टी ने दिखाई मजबूती

FMCG सेक्टर में ITC और हिंदुस्तान यूनिलीवर जैसे स्टॉक्स में थोड़ी बहुत खरीदारी नजर आई। वहीं रियल एस्टेट शेयरों ने भी सत्र के दूसरे हिस्से में मजबूती दिखाई। गोदरेज प्रॉपर्टीज और ओबेरॉय रियल्टी जैसे शेयरों में तेजी देखी गई।

बाजार की चाल बनी सतर्क

बाजार के जानकारों का मानना है कि एक्सपायरी से पहले की ट्रेडिंग में अक्सर निवेशक सावधानी बरतते हैं। इस बार भी वही स्थिति दिख रही है। वायदा और विकल्प (F&O) की पोजिशनिंग, वैश्विक संकेत और कंपनियों के तिमाही नतीजों के बीच निवेशकों का रुख मिला-जुला बना हुआ है।

PSE स्टॉक्स पर दबाव

सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों यानी PSE स्टॉक्स में बुधवार को हल्का दबाव नजर आया। ओएनजीसी, एनटीपीसी और बीएचईएल जैसे शेयरों में बिकवाली का रुख देखने को मिला। यह ट्रेंड दिनभर जारी रहा, जिससे यह सेगमेंट लाल निशान में बंद हुआ।

FIIs और DIIs की भागीदारी पर नजर

विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की गतिविधियों पर भी बाजार की नजर बनी हुई है। बीते कुछ सत्रों में जहां एफआईआई की खरीदारी में उतार-चढ़ाव रहा है, वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने बाजार को सहारा देने का प्रयास किया है। बुधवार के कारोबार में भी दोनों पक्षों की ओर से सीमित दायरे में भागीदारी देखी गई।

एक्सपायरी से पहले किस रणनीति पर हैं निवेशक

ज्यादातर निवेशक अब वीकली एक्सपायरी के बाद की स्थिति पर नजर गड़ाए बैठे हैं। दरअसल, ऑप्शन डेटा और टेक्निकल संकेतों के अनुसार, बाजार फिलहाल एक रेंज में फंसा हुआ है। इसी वजह से अल्पकालिक ट्रेडर भी तेजी से पोजिशन बना और काट रहे हैं।

ग्लोबल मार्केट्स का असर भी सीमित

अंतरराष्ट्रीय बाजारों से भी बुधवार को कोई बड़ा संकेत नहीं आया। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की अगली बैठक को लेकर अटकलें पहले से ही बाजार में फैली हुई हैं। एशियाई बाजारों में भी उतार-चढ़ाव का माहौल रहा, जिसका असर घरेलू बाजार पर भी पड़ा।

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