गुरु तेग बहादुर के 350वें शहीदी दिवस पर CM योगी आदित्यनाथ ने धर्मांतरण के मामलों पर सख्त रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि सरकार कार्रवाई कर रही है और सभी नागरिकों को सजग रहना चाहिए।
CM Yogi Adityanath: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ से दिल्ली के लिए रवाना होने वाली "तेग बहादुर संदेश यात्रा" को अपने सरकारी आवास से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस ऐतिहासिक यात्रा का आयोजन गुरु तेग बहादुर के 350वें शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में किया गया है। यह यात्रा लखनऊ से शुरू होकर कानपुर, इटावा और आगरा होते हुए दिल्ली के चांदनी चौक स्थित गुरुद्वारा श्री शीशगंज साहिब तक पहुंचेगी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब पर प्रकाश डालते हुए सामाजिक और धार्मिक मुद्दों पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने देश और प्रदेश में हो रहे मतांतरण को लेकर गंभीर चिंता जताई और इसे एक गहरी साजिश करार दिया।
मतांतरण पर सीएम योगी की सख्त चेतावनी
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश और प्रदेश में सुनियोजित तरीके से हिंदुओं और सिखों का मतांतरण करवाया जा रहा है। इस काम के लिए बाकायदा रेट तय किए गए हैं। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि सरकार इस विषय को लेकर बेहद गंभीर है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। साथ ही उन्होंने आम जनता से भी सजग रहने की अपील की और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत जानकारी प्रशासन को देने की सलाह दी।
सीएम योगी ने विशेष रूप से हिंदू युवतियों को निशाना बनाए जाने की घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि यह सांस्कृतिक और धार्मिक अस्तित्व पर हमला है जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
धार्मिक सहिष्णुता और राष्ट्रीय एकता पर जोर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरु तेग बहादुर के बलिदान को याद करते हुए कहा कि उन्होंने सनातन धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। उनका जीवन भारत की सांप्रदायिक सौहार्द, सहिष्णुता और धार्मिक स्वतंत्रता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि आज भी उस बलिदान की प्रेरणा से भारत को एकजुट रखने की आवश्यकता है।
सीएम ने कहा कि भारत की विविधता उसकी शक्ति है और इसे तोड़ने के प्रयासों को पूरी ताकत से नाकाम किया जाएगा। उन्होंने इस संदेश यात्रा को 'बलिदान, शांति और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक' बताते हुए कहा कि यह यात्रा नई पीढ़ी को अपने इतिहास और मूल्यों से जोड़ने का एक सशक्त माध्यम है।
औरंगजेब के दौर की तुलना
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में इतिहास का भी उल्लेख किया और औरंगजेब के शासन काल को याद किया। उन्होंने कहा कि औरंगजेब का उद्देश्य भारत में इस्लामीकरण को बढ़ावा देना था और उसके रास्ते में सबसे बड़ी बाधा गुरु तेग बहादुर बने थे। उन्हीं के बलिदान ने धार्मिक स्वतंत्रता को एक नई दिशा दी। सीएम योगी ने कहा कि आज जब देश एक बार फिर ऐसे खतरों से जूझ रहा है, तब हमें भी उसी साहस और संकल्प की आवश्यकता है जो गुरु तेग बहादुर ने दिखाया था।
उत्तर प्रदेश में धार्मिक स्थलों पर कार्यक्रमों की योजना
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि उत्तर प्रदेश में गुरु तेग बहादुर से जुड़े स्थलों पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को उनके बलिदान और शिक्षाओं से अवगत कराया जाएगा। उन्होंने दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के साथ मिलकर आयोजन की योजना बनाने की बात कही।
जनता से जागरूक
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार अकेले सब कुछ नहीं कर सकती। समाज को भी सजग रहना होगा। उन्होंने कहा कि अगर किसी को भी मतांतरण या जबरन धर्म परिवर्तन की कोई जानकारी मिले तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें। उन्होंने कहा कि कानून अपना काम करेगा लेकिन समाज की सक्रिय भागीदारी जरूरी है।