भारत के सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की स्टार पुरुष युगल जोड़ी ने शुक्रवार को डेनमार्क ओपन सुपर 750 बैडमिंटन टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में जगह बना ली। वहीं, लक्ष्य सेन पुरुष एकल क्वार्टरफाइनल में सीधे गेम में हारकर प्रतियोगिता से बाहर हो गए।
स्पोर्टस न्यूज़: भारत के स्टार पुरुष युगल सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने डेनमार्क ओपन सुपर 750 बैडमिंटन टूर्नामेंट में धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए सेमीफाइनल का टिकट काट लिया। वहीं, भारत के पुरुष एकल खिलाड़ी लक्ष्य सेन को क्वार्टरफाइनल में हार का सामना करना पड़ा। छठी वरीयता प्राप्त सात्विक और चिराग की जोड़ी ने 65 मिनट तक चले कड़े क्वार्टरफाइनल मुकाबले में इंडोनेशियाई जोड़ी मुहम्मद रियान अर्दियांतो और रहमत हिदायत को 21-15, 18-21, 21-16 से हराया।
इस जीत के साथ भारतीय जोड़ी ने टूर्नामेंट में अपना दबदबा बनाए रखा और अब सेमीफाइनल में चीन की आठवीं वरीय जोड़ी चेन बो यांग और यी लियू या जापान के ताकुरो होकी और युगो कोबायाशी के बीच होने वाले क्वार्टरफाइनल के विजेता से भिड़ेगी। सात्विक और चिराग की जोड़ी की रणनीति और संयम ने उन्हें इंडोनेशियाई जोड़ी के मजबूत हमलों के बीच से जीत दिलाई। मैच के निर्णायक गेम में भारतीय जोड़ी ने अपनी ताकतवर सर्विस और नेट प्ले का बेहतरीन प्रदर्शन किया।
सात्विक-चिराग की जोड़ी ने टूर्नामेंट में शुरुआती दौर में भी शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने पहले दौर में स्कॉटलैंड के क्रिस्टोफर और मैथ्यू ग्रिमली की जोड़ी को हराया। इसके बाद दूसरे दौर में चीनी ताइपे की ली झे-हुई और यांग पो-ह्सुआन की जोड़ी को भी मात दी। इन जीतों के बाद सात्विक-चिराग की जोड़ी की सेमीफाइनल में जगह पक्की हुई और यह भारतीय बैडमिंटन फैंस के लिए उत्साहजनक खबर साबित हुई।
लक्ष्य सेन को झेलनी पड़ी हार
पुरुष एकल में भारत के लक्ष्य सेन को क्वार्टरफाइनल में फ्रांस के सातवें वरीय एलेक्स लेनियर से हार का सामना करना पड़ा। 44 मिनट तक चले मुकाबले में लक्ष्य सेन 9-21, 14-21 से सीधे गेम में हार गए। यह हार विशेष रूप से चौंकाने वाली थी क्योंकि लक्ष्य सेन ने बृहस्पतिवार को दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी और स्थानीय दावेदार एंडर्स एंटोनसेन को हराकर टूर्नामेंट में बड़े उलटफेर किए थे। हालांकि क्वार्टरफाइनल में फ्रांस के खिलाड़ी ने अनुभव और सामरिक खेल से बढ़त बनाई और लक्ष्य सेन को मात दी।
सात्विक और चिराग की जोड़ी की यह जीत भारत के लिए महत्वपूर्ण बैडमिंटन सफलता है। युगल जोड़ी की कड़ी मेहनत, सामंजस्य और मजबूत मानसिकता ने उन्हें कठिन मुकाबलों में विजयी बनाया।