Columbus

दिल्ली सब्जी मंडी: चार मंजिला जर्जर इमारत ढही, रेस्क्यू ऑपरेशन में 22 लोग सुरक्षित

दिल्ली सब्जी मंडी: चार मंजिला जर्जर इमारत ढही, रेस्क्यू ऑपरेशन में 22 लोग सुरक्षित

दिल्ली के सब्जी मंडी इलाके में मंगलवार तड़के खाली पड़ी जर्जर चार मंजिला इमारत ढह गई। पास की दो इमारतों के हिस्से क्षतिग्रस्त हुए, लेकिन किसी को गंभीर चोट नहीं आई और सभी फंसे लोग सुरक्षित बचा लिए गए।

नई दिल्ली: सब्जी मंडी इलाके में मंगलवार तड़के चार मंजिला जर्जर इमारत अचानक ढह गई। गनीमत रही कि इमारत पहले से खाली थी, जिससे कोई भी हताहत नहीं हुआ। हालांकि, पास की दो इमारतों के कुछ हिस्से क्षतिग्रस्त हो गए और वहां रहने वाले लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए पुलिस और रेस्क्यू टीम ने संयुक्त कार्रवाई की।

पंजाबी बस्ती में चार मंजिला इमारत ढही

DCP राजा बांठिया के अनुसार, घटना मंगलवार तड़के लगभग 3 बजे हुई। सब्जी मंडी पुलिस स्टेशन को PCR कॉल मिली जिसमें बताया गया कि पंजाबी बस्ती के पास एक चार मंजिला इमारत ढह गई है और कई लोग मलबे में फंसे हैं। कॉल मिलने के तुरंत बाद सब्जी मंडी थाने के SHO बनवारी लाल और अन्य पुलिसकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे।

स्थानीय दमकल विभाग की दो गाड़ियां, NDRF की टीम, छह PCR वैन, चार एम्बुलेंस और SDM ऑफिस के कर्मचारी भी मौके पर पहुंचे। वहां तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। पुलिस ने बताया कि यह इमारत बूटा सिंह गुरुद्वारा के पास स्थित थी और इसकी जर्जर स्थिति के बारे में MCD को पहले ही सूचित किया गया था।

रेस्क्यू ऑपरेशन में मलबे से 22 लोग निकाले गए

रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान मलबे में फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला गया। कुल 22 लोगों को बड़ी सतर्कता से बाहर लाया गया। मामूली चोटें आई कुछ लोगों को अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई। अधिकारियों ने कहा कि यह एक शानदार टीमवर्क था, जिसने किसी भी जान को खतरे में पड़ने से बचाया।

स्थानीय पुलिस और एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू के दौरान आसपास के इलाके को भी खाली कराया ताकि और कोई दुर्घटना न हो। गली में खड़ी कई गाड़ियों, जिसमें कुछ बाइक और एक कार शामिल थी, को क्षति पहुंची, लेकिन किसी भी व्यक्ति को गंभीर चोट नहीं आई।

पास की इमारतों और गाड़ियों को हुआ नुकसान

इमारत के ढहने से पास की दो इमारतों के हिस्से क्षतिग्रस्त हो गए। इससे वहां रहने वाले कुछ लोग थोड़े समय के लिए फंस गए, जिन्हें सुरक्षित बाहर निकाला गया। संकरी गलियों में खड़ी गाड़ियों को भी मलबे और धूल से नुकसान हुआ। पुलिस ने प्रभावित इलाकों को तत्काल खाली कराकर सुरक्षा सुनिश्चित की।

स्थानीय लोगों ने बताया कि इमारत पहले से जर्जर स्थिति में थी और उन्हें हमेशा इसका डर रहता था। MCD को इस इमारत की हालत की कई बार सूचना दी गई थी, लेकिन हादसे को रोकने के लिए आवश्यक कार्रवाई नहीं की गई।

जर्जर इमारतों की सुरक्षा पर उठे सवाल

इस घटना ने शहर में जर्जर इमारतों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि पुरानी और जर्जर इमारतों की नियमित जांच और समय पर मरम्मत आवश्यक है। यह हादसा चेतावनी है कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं की गई तो बड़ी आपदा हो सकती है।

स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में अस्थायी राहत शिविर स्थापित किए और लोगों की मदद के लिए राहत सामग्री पहुंचाई। इसके साथ ही MCD को निर्देश दिए गए हैं कि वे जर्जर इमारतों की सूची तैयार कर तुरंत कार्रवाई करें।

Leave a comment