त्योहारी सीजन में क्रेडिट कार्ड खर्च में बड़ा उछाल देखने को मिला है। पैसाबाज़ार के सर्वे के अनुसार, 42% लोगों ने दिवाली पर ₹50,000 से ज्यादा खर्च किया, जबकि 20% ने ₹1 लाख से अधिक की खरीदारी की। सबसे ज्यादा खर्च होम एप्लायंसेस, मोबाइल, कपड़े और ज्वेलरी पर हुआ। 91% उपभोक्ताओं ने ऑफर्स और कैशबैक के आधार पर खरीदारी की योजना बनाई।
Credit Card: पैसाबाज़ार के ताजा सर्वे में खुलासा हुआ है कि इस दिवाली 42% क्रेडिट कार्ड उपयोगकर्ताओं ने ₹50,000 से ज्यादा खर्च किया, जबकि 20% ने ₹1 लाख से अधिक की खरीदारी की। सर्वे में शामिल 2,300 से अधिक लोगों में से ज्यादातर ने होम एप्लायंसेस, गैजेट्स, कपड़े और सोने-गहनों पर सबसे अधिक खर्च किया। रिपोर्ट के अनुसार, 91% उपभोक्ताओं ने कैशबैक, रिवॉर्ड्स और नो-कॉस्ट ईएमआई जैसे ऑफर्स को ध्यान में रखकर खरीदारी की। सर्वे यह भी दर्शाता है कि उपभोक्ता अब ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से वैल्यू-ड्रिवन खरीदारी कर रहे हैं, जिसमें Amazon और Flipkart उनकी सबसे पसंदीदा शॉपिंग डेस्टिनेशन बनी रहीं।
त्योहारों में बढ़ा क्रेडिट कार्ड से खर्च
पैसाबाज़ार के सर्वे के मुताबिक इस साल फेस्टिव सीजन में क्रेडिट कार्ड यूजर्स के खर्च में जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई। सर्वे में शामिल करीब 2,300 प्रतिभागियों में से 42 फीसदी लोगों ने ₹50,000 से अधिक की खरीदारी की। वहीं ₹50,000 से ₹1 लाख तक खर्च करने वालों की संख्या 22 फीसदी रही। वहीं 20 फीसदी प्रतिभागियों ने अपने क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल ₹1 लाख से ज्यादा की शॉपिंग के लिए किया। यह आंकड़े बताते हैं कि उपभोक्ता अब क्रेडिट कार्ड का उपयोग सिर्फ छोटी-मोटी खरीदारी के लिए नहीं बल्कि बड़ी और महंगी चीजों के लिए कर रहे हैं।
सबसे ज्यादा क्या खरीदा गया
सर्वे में यह भी बताया गया कि इस बार दिवाली पर सबसे ज्यादा खर्च होम एप्लायंसेस और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स पर हुआ। 25 फीसदी लोगों ने होम एप्लायंसेस खरीदे, जबकि 23 फीसदी ने मोबाइल, लैपटॉप और अन्य गैजेट्स पर खर्च किया। इसके अलावा 22 फीसदी ने कपड़ों पर, 18 फीसदी ने फर्नीचर और डेकोर आइटम पर, जबकि 12 फीसदी उपभोक्ताओं ने सोना, ज्वेलरी और अन्य मूल्य आधारित खरीदारी पर पैसा खर्च किया।
ऑफर्स ने बढ़ाया क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल

त्योहारी सीजन में ऑफर्स और डिस्काउंट्स का लोगों पर खास असर दिखा। सर्वे के अनुसार, 91 फीसदी उपभोक्ताओं ने अपनी खरीदारी क्रेडिट कार्ड ऑफर्स के आधार पर प्लान की। इसका मतलब है कि लोग अब अपनी जरूरतों के साथ-साथ कार्ड ऑफर्स और रिवॉर्ड्स को भी ध्यान में रखते हैं। सिर्फ 10 फीसदी से भी कम उपभोक्ताओं ने बिना किसी विशेष ऑफर के सामान्य रिवॉर्ड्स पर भरोसा किया।
पैसाबाज़ार की सीईओ संतोष अग्रवाल ने कहा कि यह ट्रेंड इस बात का संकेत है कि भारतीय उपभोक्ता अब खर्च को सिर्फ खर्च नहीं बल्कि निवेश की तरह देखने लगे हैं। वे महंगी वस्तुओं की खरीदारी को क्रेडिट कार्ड के रिवॉर्ड्स, कैशबैक और ईएमआई ऑफर्स के साथ प्लान करते हैं।
सबसे पसंदीदा फायदे
सर्वे में यह भी सामने आया कि कैशबैक और को-ब्रांडेड ऑफर्स उपभोक्ताओं की पहली पसंद बन गए हैं। करीब 20 फीसदी प्रतिभागियों ने कैशबैक को सबसे ज्यादा फायदेमंद माना। 19 फीसदी को-ब्रांडेड ऑफर्स पसंद करते हैं, जबकि 18 फीसदी लोगों ने एक्सेलरेटेड रिवॉर्ड पॉइंट्स को प्राथमिकता दी।
EMI विकल्पों की बात करें तो 56 फीसदी उपभोक्ताओं ने ‘नो-कॉस्ट EMI’ का चयन किया। वहीं 29 फीसदी ने बेहतर डिस्काउंट पाने के लिए EMI के साथ खरीदारी की। यह दर्शाता है कि उपभोक्ता अब खर्च करते समय अपने बजट और ऑफर्स दोनों पर ध्यान दे रहे हैं।
ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों में दिलचस्पी
त्योहारों में खरीदारी के तरीकों में भी बड़ा बदलाव देखा गया है। पहले जहां उपभोक्ता ज्यादातर दुकान से खरीदारी करते थे, वहीं अब 48 फीसदी लोगों ने ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों को मिलाकर शॉपिंग की। कई उपभोक्ताओं ने बताया कि वे बेहतर डील्स और डिस्काउंट्स के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर नज़र रखते हैं, लेकिन प्रोडक्ट की क्वालिटी देखने के लिए स्टोर्स पर जाना नहीं छोड़ते।
रिपोर्ट के अनुसार, दिवाली के दौरान 83 फीसदी उपभोक्ताओं ने बताया कि उन्हें सबसे अच्छे ऑफर्स Amazon और Flipkart जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर मिले। सिर्फ 7 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्हें फिजिकल स्टोर्स में ज्यादा फायदेमंद डील्स मिलीं। दिलचस्प बात यह रही कि Amazon और Flipkart दोनों ही उपभोक्ताओं की समान पसंद बने रहे, जिनमें से 43 फीसदी उपभोक्ताओं ने Amazon को और 43 फीसदी ने Flipkart को प्राथमिकता दी।













