धामनोद के मुकुंद आगीवाल ने सीमित संसाधनों के बावजूद सीए फाइनल परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल कर इतिहास रच दिया. 83.33 प्रतिशत अंक के साथ टॉप करने वाले मुकुंद की सफलता ने देशभर के युवाओं को प्रेरित किया है. ICAI ने इंटर और फाउंडेशन परीक्षाओं के भी नतीजे जारी किए, जिनमें कई प्रतिभाशाली छात्रों ने शीर्ष स्थान पाया.
CA Final Result 2025 Topper: धामनोद के मुकुंद आगीवाल ने सितंबर 2025 में आयोजित सीए फाइनल परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल कर पूरे देश का ध्यान खींचा. ICAI द्वारा तय समय से पहले घोषित नतीजों में मुकुंद ने 500 अंक यानी 83.33 प्रतिशत प्राप्त किए. साधारण परिवार से आने वाले मुकुंद ने रोजाना 8 से 10 घंटे की पढ़ाई और सोशल मीडिया से दूरी रखकर यह मुकाम हासिल किया. वहीं इंटर और फाउंडेशन परीक्षाओं में भी देशभर से प्रतिभाशाली छात्रों ने अपनी जगह बनाई. मुकुंद की इस उपलब्धि ने साबित किया है कि निरंतर मेहनत और फोकस सफलता की कुंजी हैं.
धामनोद के मुकुंद बने देश के टॉपर
मुकुंद आगीवाल धामनोद के साधारण परिवार से आते हैं. उनके पिता दुकानदार हैं और मां गृहिणी हैं, ऐसे में सीमित सुविधाओं के बीच इतना बड़ा लक्ष्य हासिल करना चुनौतीभरा था. इसके बावजूद उन्होंने पढ़ाई के दौरान लगातार फोकस बनाए रखा और हर मुश्किल को सीखने का मौका माना.
तैयारी के दौरान मुकुंद ने सोशल मीडिया से दूरी बनाई और रोजाना 8 से 10 घंटे पढ़ाई की. उनका कहना है कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता. मेहनत, ईमानदारी और खुद पर भरोसा रखना जरूरी है. उनकी यह सोच आज कई युवा छात्रों के लिए प्रेरणा बन गई है.

ICAI ने जारी किए रिजल्ट
इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया ने तय समय से पहले ही रिजल्ट जारी कर दिया. उम्मीदवार रोल नंबर और रजिस्ट्रेशन नंबर डालकर रिजल्ट डाउनलोड कर सकते हैं. इस साल सीए इंटरमीडिएट में जयपुर की नेहा खानवानी टॉपर रहीं, उन्होंने 505 अंक हासिल किए. अहमदाबाद की कृति शर्मा दूसरे और अक्षत नौटियाल तीसरे स्थान पर रहे.
सीए फाउंडेशन में चेन्नई की एल. राजलक्ष्मी ने 360 अंक यानी 90 प्रतिशत के साथ पहला स्थान हासिल किया. इस साल सभी कैटेगरी में नई प्रतिभाओं ने देशभर में अपनी पहचान बनाई और युवाओं को प्रेरित किया.
युवा छात्रों के लिए प्रेरणादायक सफलता
मुकुंद की कहानी उन छात्रों के लिए खास संदेश है जो साधारण बैकग्राउंड से आते हैं और बड़े सपने देखते हैं. उनके अनुसार लगातार सीखते रहना और दृढ़ इरादे ही सफलता का आधार हैं. उन्होंने साबित किया कि सपनों तक पहुंचने के लिए संसाधन नहीं, इरादा सबसे बड़ा होता है.
मुकुंद की उपलब्धि धामनोद समेत पूरे मध्यप्रदेश और देश के लिए प्रेरणादायक है. उम्मीद है कि वे आगे भी पेशेवर जीवन में अपनी प्रतिभा से देश का नाम रोशन करेंगे.
                                                                        
                                                                            
                                                











