भारत और अमेरिका के बीच रिश्तों में तनाव के बाद अब नई शुरुआत हुई है। एस जयशंकर और अमेरिकी रक्षा मंत्री के बीच 10 वर्षीय रक्षा सहयोग फ्रेमवर्क पर सहमति बनी है।
India-US relations: भारत और अमेरिका के बीच हाल के महीनों में जो कूटनीतिक तनाव नजर आया, उसमें अब ठोस सुधार देखने को मिल रहा है। विदेश मंत्री एस जयशंकर और अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ की बैठक में अगले दस वर्षों के लिए रणनीतिक सहयोग के फ्रेमवर्क पर सहमति बन गई है। साथ ही राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के साथ व्यापार समझौते की घोषणा कर दोनों देशों के बीच रिश्तों को नई दिशा दी है।
हालिया कारणों से आई थी असहजता
भारत और अमेरिका के रिश्तों में हाल में कई मुद्दों को लेकर असहजता देखी गई थी। इनमें प्रमुख रहे—अमेरिका द्वारा आयात शुल्क में वृद्धि, भारत के ऑपरेशन सिंदूर को लेकर पश्चिमी देशों की टिप्पणी, और अमेरिका द्वारा पाकिस्तान के सेना प्रमुख के साथ रिश्ते सुधारने की कोशिशें। इन सभी कारणों से दोनों देशों के संबंधों में तनाव आया था। हालांकि, बीते 24 घंटों में इन तनावों को कम करने के स्पष्ट संकेत मिले हैं।
जयशंकर और हेगसेथ की अहम बैठक
बुधवार देर रात भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ के बीच बैठक हुई। इस बैठक में अगले दस वर्षों के लिए रणनीतिक सहयोग के फ्रेमवर्क पर सहमति बनी। इस दौरान रक्षा उपकरणों की बिक्री, साझा रक्षा अभ्यास और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए सहयोग पर चर्चा हुई।
इस बैठक से पहले अमेरिकी रक्षा मंत्री हेगसेथ ने भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से टेलीफोन पर बातचीत की थी। इसमें द्विपक्षीय रक्षा सहयोग से जुड़े कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। अमेरिकी रक्षा विभाग के बयान के अनुसार, दोनों देश हिंद-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा चुनौतियों को लेकर एक जैसे विचार रखते हैं और साझा रूप से उनका समाधान करना चाहते हैं।
व्यापार समझौते पर ट्रंप का ऐलान
व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौता लगभग अंतिम चरण में है। दोनों देश अपने-अपने आयात शुल्क में कटौती करने को तैयार हैं। इससे न केवल व्यापार में तेजी आएगी, बल्कि आर्थिक संबंध भी मजबूत होंगे।
जयशंकर और हेगसेथ की बैठक में फरवरी 2025 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच हुई रक्षा वार्ता को आगे बढ़ाने की रणनीति पर भी बात हुई। इसमें जेवेलिन एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल और भारतीय थल सेना के लिए स्ट्राइकर युद्धक वाहन की खरीद पर सहमति बनी है।
सामरिक उपकरणों की खरीद पर चर्चा
अमेरिका ने जानकारी दी कि भारत छह अतिरिक्त P-81 समुद्री गश्ती विमान खरीदने पर विचार कर रहा है। ये विमान हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की समुद्री सुरक्षा क्षमताओं को और मजबूत करेंगे। जयशंकर ने इस अवसर पर कहा कि भारत और अमेरिका के संबंध पहले से ही मजबूत हैं और इन्हें आने वाले वर्षों में और विस्तार दिया जा सकता है।