भारतीय क्रिकेट टीम ने एशिया कप 2025 का खिताब पाकिस्तान को हराकर अपने नाम किया था। हालांकि, खिताबी जीत के बावजूद एशिया कप की ट्रॉफी अभी तक भारत नहीं पहुंची है।
नई दिल्ली: भारत ने एशिया कप 2025 का खिताब जीतकर क्रिकेट इतिहास में एक और सुनहरा अध्याय जोड़ा, लेकिन जीत के बाद भी जश्न अधूरा रह गया है। भारतीय क्रिकेट टीम को अब तक एशिया कप की ट्रॉफी नहीं मिल पाई है। एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के प्रमुख मोहसिन नकवी के अड़ियल रवैये के चलते यह मामला अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में है। बीसीसीआई (BCCI) अब इस मुद्दे को आईसीसी (ICC) के समक्ष उठाने की तैयारी में है, अगर अगले एक-दो दिन में ट्रॉफी भारत नहीं पहुंचती।
बीसीसीआई ने दी चेतावनी - 'दो दिन में ट्रॉफी नहीं आई तो आईसीसी में उठेगा मामला'
बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने कहा कि बोर्ड ने एशियन क्रिकेट काउंसिल को पहले ही औपचारिक पत्र भेजा था, लेकिन अब तक कोई जवाब नहीं मिला। उन्होंने कहा,
'एक महीने से अधिक समय बीत गया है, और अब तक ट्रॉफी हमारे पास नहीं आई है। हमने 10 दिन पहले भी ACC प्रमुख को चिट्ठी लिखी थी, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। हमें उम्मीद है कि ट्रॉफी अगले एक-दो दिन में मुंबई स्थित बीसीसीआई मुख्यालय पहुंच जाएगी। अगर ऐसा नहीं हुआ, तो हम 4 नवंबर को आईसीसी की बैठक में यह मामला औपचारिक रूप से उठाएंगे।'
सैकिया ने भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को भरोसा दिलाया कि चाहे जितना भी वक्त लगे, ट्रॉफी भारत जरूर आएगी।
आखिर क्यों नहीं मिली ट्रॉफी भारत को?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, एशिया कप 2025 के फाइनल मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को हराकर खिताब जीता था। लेकिन पुरस्कार वितरण समारोह में विवाद खड़ा हो गया। एसीसी अध्यक्ष मोहसिन नकवी स्वयं ट्रॉफी सौंपना चाहते थे, जबकि भारतीय खिलाड़ियों ने उनके हाथों से ट्रॉफी लेने से इंकार कर दिया। टीम का कहना था कि हालिया राजनीतिक और खेलगत तनाव के बीच यह उपयुक्त नहीं होगा।
नकवी ने इस पर आपत्ति जताई और समारोह स्थल से ट्रॉफी अपने साथ लेकर चले गए। बाद में खबर आई कि उन्होंने ट्रॉफी को एसीसी के कार्यालय में ताला लगवाकर रखवा दिया।
भारत-पाकिस्तान के बीच फिर से बढ़ा तनाव
एशिया कप के दौरान दोनों टीमों के बीच काफी तनाव देखने को मिला था। मैदान पर खिलाड़ियों के बीच झगड़े तक की नौबत आ गई थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, मैच के बाद भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ मिलाने से भी मना कर दिया था। यही तनाव बाद में ट्रॉफी विवाद का कारण बना। नकवी अब भी इस बात पर अड़े हैं कि ट्रॉफी वे खुद भारतीय खिलाड़ियों को व्यक्तिगत रूप से देंगे। जबकि बीसीसीआई ने आधिकारिक तौर पर अनुरोध किया है कि ट्रॉफी को औपचारिक रूप से भारत भेजा जाए।
बीसीसीआई इस मामले को केवल ट्रॉफी तक सीमित नहीं मानता। बोर्ड का कहना है कि यह मुद्दा भारत के सम्मान और खिलाड़ियों की गरिमा से जुड़ा है। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, हमने मैदान पर जीत हासिल की है, ट्रॉफी प्रतीक मात्र है। लेकिन यह मामला इस बात का है कि एक अंतरराष्ट्रीय संस्था किस तरह व्यवहार करती है। यह किसी देश के प्रति असम्मान नहीं होना चाहिए।
बीसीसीआई ने स्पष्ट किया है कि यदि ट्रॉफी जल्द नहीं लौटाई जाती, तो इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर “स्पोर्ट्समैनशिप और प्रशासनिक मर्यादा” का मुद्दा बनाया जाएगा।













