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Eternal Q2 Result: जोमैटो पैरेंट को बड़ा झटका! मुनाफा 63% घटा

Eternal Q2 Result: जोमैटो पैरेंट को बड़ा झटका! मुनाफा 63% घटा

जोमैटो की पैरेंट कंपनी एटर्नल के सितंबर 2025 तिमाही नतीजे निराशाजनक रहे। कंपनी का कंसालिडेटेड मुनाफा सालाना आधार पर 63% घटकर ₹65 करोड़ रह गया, जबकि रेवेन्यू 183% बढ़ा। खर्चों में तेज उछाल से प्रॉफिटेबिलिटी पर दबाव पड़ा। नतीजों के बाद शेयर रिकॉर्ड हाई ₹368.40 से गिरकर ₹348.40 पर बंद हुए।

Eternal Q2 Result: फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो की पैरेंट कंपनी एटर्नल के लिए सितंबर 2025 की तिमाही चुनौतीपूर्ण रही। तिमाही नतीजों में कंपनी का मुनाफा 63% घटकर ₹65 करोड़ रह गया, जबकि ऑपरेशनल रेवेन्यू 183% बढ़कर ₹13,590 करोड़ पहुंचा। बढ़े हुए खर्चों ने कमाई पर असर डाला, जिससे शेयरों में भारी गिरावट आई। नतीजे जारी होने से पहले एटर्नल का शेयर ₹368.40 के रिकॉर्ड हाई पर पहुंचा था, लेकिन नतीजों के बाद यह 8% लुढ़ककर ₹348.40 पर बंद हुआ। कंपनी ने इस तिमाही में नई सब्सिडरी “एटर्नल जनरल सर्विस फाउंडेशन” बनाने की घोषणा भी की।

नतीजों से पहले रिकॉर्ड हाई, लेकिन बाद में गिरावट

एटर्नल के शेयर नतीजे आने से पहले जबरदस्त तेजी में थे। कारोबारी सत्र के दौरान शेयर 3.91% उछलकर ₹368.40 के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गए। लेकिन जैसे ही कंपनी ने अपने तिमाही नतीजे घोषित किए, निवेशकों की बिकवाली शुरू हो गई।

नतीजों के बाद शेयर अचानक टूटे और दिन के निचले स्तर पर ₹338.25 तक गिर गए। आखिर में थोड़ी रिकवरी के बावजूद शेयर संभल नहीं पाए और पिछले कारोबारी दिन के क्लोजिंग प्राइस ₹354.55 के मुकाबले 1.73% की गिरावट के साथ ₹348.40 पर बंद हुए।

मुनाफे में 63% की भारी गिरावट

वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में एटर्नल का कंसालिडेटेड मुनाफा सालाना आधार पर 63.07% घटकर ₹65 करोड़ रह गया। पिछले साल की समान अवधि में कंपनी ने ₹176 करोड़ का मुनाफा कमाया था।

हालांकि, तिमाही आधार पर कंपनी का प्रदर्शन बेहतर रहा है। जून 2025 तिमाही में एटर्नल को ₹25 करोड़ का मुनाफा हुआ था, यानी सीक्वेंशियल आधार पर सुधार देखने को मिला है।

रेवेन्यू में बंपर ग्रोथ, खर्चों ने बढ़ाई चिंता

एटर्नल का ऑपरेशनल रेवेन्यू सालाना आधार पर 183.18% बढ़कर ₹13,590 करोड़ पर पहुंच गया। यह वृद्धि कंपनी के ऑनलाइन फूड डिलीवरी, क्विक कॉमर्स और नए बिजनेस सेगमेंट में मजबूत प्रदर्शन के कारण रही।

हालांकि रेवेन्यू में जबरदस्त बढ़ोतरी के बावजूद कंपनी का मुनाफा इसलिए घटा क्योंकि खर्चे भी बहुत तेजी से बढ़े। कंपनी के कुल खर्च 188.79% उछलकर ₹13,813 करोड़ तक पहुंच गए। यह आंकड़ा कंपनी के रेवेन्यू से भी ज्यादा रहा, जिससे प्रॉफिटेबिलिटी पर दबाव पड़ा।

कैश बैलेंस में कमी

सितंबर तिमाही के अंत में एटर्नल का कैश बैलेंस घटकर ₹18,314 करोड़ रह गया। यह जून तिमाही के ₹18,857 करोड़ की तुलना में कम है। विश्लेषकों के अनुसार, कंपनी ने इस दौरान मार्केटिंग और नई सर्विसेज के विस्तार पर अधिक खर्च किया, जिससे कैश रिजर्व पर असर पड़ा।

नई सब्सिडरी की घोषणा

कंपनी ने इस तिमाही में एक बड़ी घोषणा भी की है। एटर्नल ने “एटर्नल जनरल सर्विस फाउंडेशन (Eternal Foundation)” नाम की नई पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडरी स्थापित करने का निर्णय लिया है।

कंपनी के अनुसार, यह फाउंडेशन सामाजिक पहलों, स्किल डेवलपमेंट और डिजिटल सशक्तिकरण से जुड़ी गतिविधियों पर काम करेगा। प्रबंधन का मानना है कि यह कदम कंपनी की कॉरपोरेट जिम्मेदारी (CSR) को और मजबूत करेगा।

जोमैटो से मिला सपोर्ट

जोमैटो, जो एटर्नल की प्रमुख इकाई है, ने इस तिमाही में बेहतर ऑर्डर वॉल्यूम और नए शहरों में विस्तार से मजबूत प्रदर्शन दिखाया। इसके बावजूद ग्रुप स्तर पर बढ़ते ऑपरेशनल खर्चों और कर्मचारी लागत ने मुनाफे को सीमित कर दिया।

विशेषज्ञों के अनुसार, एटर्नल की बिजनेस स्ट्रैटेजी फिलहाल ग्रोथ पर केंद्रित है, इसलिए निकट भविष्य में मुनाफे में उतार-चढ़ाव रह सकता है।

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