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गोरखपुर: मिलावटखोरों पर खाद्य विभाग की बड़ी कार्रवाई, 20 क्विंटल मिलावटी खजूर-मिठाई जब्त

गोरखपुर: मिलावटखोरों पर खाद्य विभाग की बड़ी कार्रवाई, 20 क्विंटल मिलावटी खजूर-मिठाई जब्त

गोरखपुर में खाद्य विभाग ने दिवाली से पहले मिलावटखोरों पर बड़ी कार्रवाई की। टीम ने दिल्ली से लाई जा रही 5 क्विंटल खराब खजूर और 15 क्विंटल मिलावटी मिठाई जब्त की। पकड़ी गई मिठाइयों पर एल्यूमिनियम वर्क पाया गया।

गोरखपुर: दिवाली से पहले मिठाई और ड्राई फ्रूट्स में मिलावट के खिलाफ खाद्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। शुक्रवार को सहायक खाद्य आयुक्त डॉ. सुधीर कुमार सिंह के नेतृत्व में की गई छापेमारी में टीम ने दिल्ली से लाई जा रही 500 किलो (5 क्विंटल) खराब खजूर और 15 क्विंटल खराब मिठाई जब्त की।

टीम ने यह कार्रवाई नौसड़ चौक पर की, जहां एक प्राइवेट बस में 50 डिब्बों में भरे खजूर पकड़े गए। हर डिब्बे में 10 किलो खराब डेट्स (खजूर) रखे थे। इसके अलावा, लखनऊ से आ रही एक ब्रेड वाहन में छिपाकर लाई जा रही मिलावटी मिठाई भी पकड़ी गई।

5 क्विंटल खराब क्वालिटी के खजूर बरामद

खाद्य विभाग के अनुसार, जब्त किए गए खजूरों पर पैकेजिंग और एक्सपायरी डेट का कोई उल्लेख नहीं था। पहली नजर में ही ये खजूर खराब और मानक से नीचे गुणवत्ता के दिखाई दिए। अधिकारियों ने बताया कि कई बार फैक्ट्रियों में छुहारे को गर्म पानी में पकाकर उसमें सैकरीन, शुगर और रंग मिलाकर नकली खजूर तैयार किए जाते हैं।

जांच में पता चला कि जब्त खजूरों के पैकेट पर UAE (संयुक्त अरब अमीरात) लिखा था, लेकिन उन पर FSSAI नंबर और वैध जानकारी नहीं थी। फिलहाल खाद्य विभाग ने सभी खजूर सीज कर दिए हैं और व्यापारी को हिदायत दी है कि सैंपल रिपोर्ट आने तक बिक्री नहीं की जाएगी।

15 क्विंटल खराब मिठाई जब्त

डॉ. सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि टीम ने लखनऊ से आ रहे एक ब्रेड वाहन में छिपाकर लाई जा रही 15 क्विंटल खराब मिठाई भी जब्त की। जांच में सामने आया कि इन मिठाइयों पर चांदी की जगह एलुमिनियम का वर्क लगाया गया था, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है।

मिठाई को गोरखपुर के कई व्यापारियों ने ऑर्डर किया था। फिलहाल उनके फूड लाइसेंस और दस्तावेजों की जांच की जा रही है। खाद्य विभाग ने साफ किया है कि मिठाई को नष्ट किया जाएगा और संबंधित व्यापारियों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

बिना लाइसेंस कारोबार करने वालों पर शिकंजा

खजूर भेजने वाले और मंगाने वाले किसी के पास वैध फूड लाइसेंस नहीं मिला। इसके चलते खाद्य विभाग ने पूरा माल सीज कर दिया। यह माल महेवा मंडी के व्यापारी राजू सोनकर के पास भेजा जा रहा था।

अधिकारियों ने बताया कि अब ऐसे मिलावटखोरों पर सख्त एक्शन लिया जाएगा। अभियान के तहत वैधानिक दस्तावेज, FSSAI प्रमाणपत्र और क्वालिटी टेस्ट रिपोर्ट अनिवार्य रूप से जांची जाएगी।

त्योहारों को देखते हुए चलाया जा रहा अभियान

सहायक खाद्य आयुक्त डॉ. सुधीर कुमार सिंह ने कहा कि त्योहारों के सीजन में मिलावटखोरी बढ़ जाती है, इसलिए विभाग ने विशेष निगरानी अभियान शुरू किया है। टीम लगातार मिठाइयों, मिल्क प्रोडक्ट्स और ड्राई फ्रूट्स की सैंपल जांच कर रही है।

उन्होंने बताया कि अभी तक इस तरह की सख्ती नहीं थी, जिसकी वजह से व्यापारी आसानी से बच जाते थे। लेकिन अब हर संदिग्ध उत्पाद पर कार्रवाई की जाएगी और बाधा डालने वालों पर केस दर्ज किया जाएगा।

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