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गोवा में रमेश तावड़कर और दिगंबर कामत बने मंत्री, राज्यपाल ने दिलाई गोपनीयता की शपथ

गोवा में रमेश तावड़कर और दिगंबर कामत बने मंत्री, राज्यपाल ने दिलाई गोपनीयता की शपथ

गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के नेतृत्व वाली कैबिनेट में गुरुवार को दो बड़े फेरबदल हुए। भाजपा के वरिष्ठ नेता रमेश तावड़कर और दिगंबर कामत ने राज्य के मंत्री पद की शपथ ग्रहण की। राज्यपाल अशोक गजपति राजू ने राजभवन में आयोजित समारोह में दोनों नेताओं को गोपनीयता की शपथ दिलाई। 

पणजी: भाजपा के दो नेताओं रमेश तावड़कर और दिगंबर कामत ने गुरुवार को मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के नेतृत्व वाली गोवा कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल अशोक गजपति राजू ने राजभवन में आयोजित समारोह में दोनों को गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री सावंत के अलावा, भाजपा की गोवा इकाई के अध्यक्ष दामू नाइक और अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे। 

इस कदम के साथ ही तावड़कर और कामत को कैबिनेट में शामिल कर सरकार के प्रशासनिक और नीतिगत कामकाज में सक्रिय भूमिका निभाने का अधिकार मिला है।

रमेश तावड़कर का राजनीतिक सफर

गोवा मंत्रिमंडल में दो सीटें हाल ही में खाली हुई थीं। 18 जून को गोविंद गौड़े को कैबिनेट से हटाया गया था। इसके अलावा, एलेक्सो सेक्वेरा ने बुधवार को निजी कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया। इसके बाद मुख्यमंत्री सावंत ने घोषणा की थी कि रमेश तावड़कर और दिगंबर कामत को मंत्री बनाया जाएगा।शपथ ग्रहण से कुछ घंटे पहले, रमेश तावड़कर ने गोवा विधानसभा के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। 57 वर्षीय तावड़कर कैनाकोना विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।

उनकी राजनीतिक यात्रा 2005 में शुरू हुई, जब वे दक्षिण गोवा की पोइंगुइनिम सीट से उपचुनाव के माध्यम से विधानसभा पहुंचे। 2007 में वे इसी सीट से फिर से निर्वाचित हुए। परिसीमन के बाद उन्होंने 2012 और 2022 में कैनाकोना से जीत हासिल की। 2017 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।

तावड़कर अप्रैल 2012 से जनवरी 2017 तक पहले भी कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। इस दौरान उन्होंने कृषि, पशुपालन एवं पशु चिकित्सा सेवाएं, आदिवासी कल्याण, खेल एवं युवा मामले जैसे विभाग संभाले। मार्च 2022 में उन्हें गोवा विधानसभा का अध्यक्ष चुना गया, और वे इस तटीय राज्य में इस पद पर आसीन होने वाले पहले आदिवासी विधायक बने।

दिगंबर कामत का राजनीतिक इतिहास

दूसरे नए मंत्री दिगंबर कामत 71 वर्षीय हैं और वर्तमान में मडगांव निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। कामत 2007 से 2012 तक गोवा के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। कामत ने अपनी राजनीतिक यात्रा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से शुरू की और 1989 से 1994 तथा 2005 से 2022 तक कांग्रेस में रहे। 1994 में मडगांव से पहली बार विधायक चुने गए, और इसके बाद कई बार इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया।

सितंबर 2022 में उन्होंने भाजपा का दामन थामा। 2022 के चुनावों में मडगांव से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में जीतने के बावजूद, 14 सितंबर, 2022 को सात अन्य विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए। रमेश तावड़कर और दिगंबर कामत के शामिल होने से प्रमोद सावंत मंत्रिमंडल में स्थिरता और अनुभव दोनों बढ़ेंगे। विशेषज्ञ मानते हैं कि यह कदम गोवा में भाजपा की राजनीतिक मजबूती को और मजबूत करेगा।

तावड़कर के अनुभव और आदिवासी प्रतिनिधित्व के साथ, मंत्री बनने के बाद वे कृषि, आदिवासी कल्याण और युवा मामलों में नई दिशा दे सकते हैं। वहीं, दिगंबर कामत की अनुभवी नेतृत्व क्षमता और पूर्व मुख्यमंत्री का अनुभव कैबिनेट को रणनीतिक मजबूती देगा।

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