आजकल के भागदौड़ और तनाव भरे जीवन में दिल की बीमारियां एक आम समस्या बन गई हैं। यह केवल बुज़ुर्गों की परेशानी नहीं रही, बल्कि अब युवा भी तेजी से हार्ट अटैक की चपेट में आ रहे हैं। खराब खानपान, असंतुलित जीवनशैली, बढ़ता वजन और तनाव इस गंभीर समस्या को जन्म दे रहे हैं। मगर दिलचस्प बात यह है कि थोड़ी सी जागरूकता और कुछ आदतों में बदलाव करके हार्ट अटैक जैसे खतरनाक रोग से बचा जा सकता है।
हार्ट अटैक क्यों होता है?
हार्ट अटैक तब होता है जब दिल को पर्याप्त ऑक्सीजन और रक्त नहीं मिल पाता। आमतौर पर ऐसा तब होता है जब धमनियों में वसा, कोलेस्ट्रॉल और अन्य पदार्थ जमा होकर ब्लॉकेज बना लेते हैं। इस ब्लॉकेज की वजह से रक्त प्रवाह रुक जाता है और हार्ट मसल को नुकसान होता है, जिसे हम दिल का दौरा कहते हैं।
किन लोगों को अधिक खतरा?
1. मोटापा और पेट की चर्बी
पेट के आसपास फैट जमा होना हार्ट डिज़ीज़ का सबसे बड़ा संकेत है। यह शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) बढ़ाता है और धमनियों को संकरा कर देता है।
2. फैटी फूड का अत्यधिक सेवन
तली-भुनी चीजें, घी, बटर और प्रोसेस्ड फूड्स धमनी में प्लाक जमा करने का काम करते हैं जिससे हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है।
3. हाई ब्लड प्रेशर (Hypertension)
अधिक नमक और जंक फूड का सेवन ब्लड प्रेशर बढ़ाता है। लगातार हाई बीपी दिल पर दबाव बनाता है जो हार्ट फेलियर की ओर ले जा सकता है।
4. डायबिटीज और अनियंत्रित ब्लड शुगर
डायबिटीज से रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
5. कोलेस्ट्रॉल का असंतुलन
HDL (अच्छा कोलेस्ट्रॉल) कम और LDL (खराब कोलेस्ट्रॉल) ज्यादा होना धमनी में प्लाक जमने का कारण बनता है।
6. धूम्रपान और शराब
सिगरेट और शराब में मौजूद केमिकल्स धमनियों को क्षति पहुंचाते हैं जिससे दिल की बीमारियां पनपती हैं।
7. निष्क्रिय जीवनशैली और तनाव
लंबे समय तक बैठे रहना, व्यायाम न करना और मानसिक तनाव भी हार्ट अटैक की मुख्य वजहों में से हैं।
हार्ट अटैक से कैसे बचा जाए? आसान और असरदार उपाय
1. संतुलित और पौष्टिक आहार अपनाएं
- तली-भुनी और बहुत ज्यादा फैटी चीजों से दूर रहें।
- सब्ज़ियां, फल, साबुत अनाज और दलिया को रोज़ाना के भोजन में शामिल करें।
- नमक और चीनी का सेवन कम करें।
- खाना पकाने में हल्के तेल का उपयोग करें जैसे सरसों या ऑलिव ऑयल।
2. नियमित व्यायाम करें
- हर दिन कम से कम 30 मिनट तेज चलना, साइकिल चलाना या हल्का दौड़ना लाभदायक होता है।
- योग और प्राणायाम भी दिल को मजबूत करने में सहायक होते हैं।
- वर्क फ्रॉम होम के चलते बैठे रहने की आदत को तोड़ें और हर 1 घंटे में थोड़ा चलें-फिरें।
3. रेगुलर हेल्थ चेकअप कराएं
- हर 6 से 12 महीने में ब्लड प्रेशर, शुगर और कोलेस्ट्रॉल की जांच कराएं।
- यदि परिवार में किसी को दिल की बीमारी रही है, तो विशेष सावधानी रखें।
- ECG और ईको टेस्ट जैसे कार्डियक चेकअप समय-समय पर कराते रहें।
4. तनाव कम करें और अच्छी नींद लें
- तनाव आपके दिल का सबसे बड़ा दुश्मन है। ध्यान, संगीत, किताबें पढ़ना या कुकिंग जैसी गतिविधियाँ अपनाएं।
- हर दिन 7–8 घंटे की गहरी नींद दिल को स्वस्थ रखने में मदद करती है।
5. बुरी आदतों से दूरी बनाएं
- धूम्रपान और शराब से पूरी तरह परहेज करें।
- अनावश्यक दवाइयों या सप्लीमेंट्स का सेवन बिना डॉक्टर की सलाह के ना करें।
डॉक्टर की राय: छोटी सावधानियां, बड़ा फायदा
डॉ. के अनुसार, 'बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवा या सप्लीमेंट न लें।' फैटी चीजों का सेवन सीमित करें, क्योंकि वही दिल की धमनी को धीरे-धीरे ब्लॉक कर सकती हैं। बैलेंस डाइट, समय पर जांच और एक्टिव लाइफस्टाइल को अपनाकर हम हार्ट अटैक के जोखिम को न केवल कम कर सकते हैं, बल्कि पूरी तरह से बच भी सकते हैं।
दिल की बीमारी जितनी गंभीर है, उससे बचाव उतना ही आसान है — बशर्ते आप समय रहते सतर्क हो जाएं। अपनी दिनचर्या में थोड़े से बदलाव, सही खानपान, नियमित व्यायाम और मानसिक शांति दिल को लंबे समय तक स्वस्थ रख सकते हैं।