HDFC बैंक ने अपने इम्पेरिया प्रोग्राम के नियमों में बदलाव किए हैं, जो 1 अक्टूबर 2025 से लागू होंगे। अब ग्राहकों को समूह स्तर पर कम से कम 1 करोड़ रुपये का टोटल रिलेशनशिप वैल्यू (TRV) बनाए रखना होगा। इसके अलावा मौजूदा पात्रता शर्तें भी जारी रहेंगी।
HDFC Bank New Rule: HDFC Bank ने अपने प्रीमियम बैंकिंग सेवा ‘इम्पेरिया प्रोग्राम’ के पात्रता नियमों में बड़े बदलाव किए हैं। बैंक की घोषणा के अनुसार, 1 अक्टूबर 2025 से ग्राहकों को समूह स्तर पर न्यूनतम 1 करोड़ रुपये का टोटल रिलेशनशिप वैल्यू (TRV) बनाए रखना अनिवार्य होगा। इसमें सेविंग्स, करंट और फिक्स्ड डिपॉजिट की राशि, निवेश, बीमा और कुछ लोन का मूल्य शामिल होगा। जो ग्राहक 30 जून 2025 तक प्रोग्राम में शामिल हुए हैं, उनके लिए भी ये नए मानदंड लागू होंगे।
किन ग्राहकों पर लागू होंगे नए नियम
एचडीएफसी बैंक ने साफ कर दिया है कि जिन ग्राहकों ने 30 जून 2025 तक इम्पेरिया प्रोग्राम में एनरोलमेंट कराया है, उनके लिए नए मानदंड 1 अक्टूबर से लागू होंगे। वहीं, जो ग्राहक 1 जुलाई 2025 के बाद इस प्रोग्राम में शामिल हुए हैं या जिनका अकाउंट हाल ही में अपग्रेड हुआ है, उन पर ये नियम पहले से ही लागू हो चुके हैं। यानी पुराने ग्राहकों को कुछ समय की राहत दी गई थी, लेकिन अब उन्हें भी नई शर्तों का पालन करना होगा।
नए नियमों में सबसे बड़ा बदलाव
नए नियमों के तहत अब इम्पेरिया प्रोग्राम में बने रहने के लिए ग्राहकों को समूह स्तर पर कम से कम 1 करोड़ रुपये का टोटल रिलेशनशिप वैल्यू यानी TRV बनाए रखना होगा। TRV का मतलब है कि ग्राहक और उसके परिवार या समूह की ओर से बैंक में जमा राशि, निवेश और चुनिंदा लोन का कुल मूल्य। पहले इस तरह की कोई सख्त शर्त नहीं थी, लेकिन अब बैंक ने इसे मुख्य मानदंड बना दिया है।
TRV कैसे तय होगा
एचडीएफसी बैंक के मुताबिक TRV की गणना कई कारकों को जोड़कर की जाएगी। इसमें शामिल हैं।
- सेविंग्स अकाउंट, करंट अकाउंट और फिक्स्ड डिपॉजिट में रखी गई राशि।
- बैंक के जरिए खरीदे गए म्यूचुअल फंड और अन्य निवेश उत्पाद।
- किसी भी बकाया रिटेल लोन का 20 प्रतिशत हिस्सा।
- डीमैट अकाउंट में रखे गए निवेश का 20 प्रतिशत मूल्य।
- एचडीएफसी बैंक के जरिए खरीदी गई बीमा पॉलिसी का प्रीमियम।
इस तरह से सभी खातों, निवेशों और कर्जों को जोड़कर ग्राहक की कुल TRV निकाली जाएगी।
मौजूदा नियम भी रहेंगे लागू
बैंक ने यह भी बताया है कि TRV के अलावा पहले से मौजूद नियमों के आधार पर भी ग्राहक इम्पेरिया प्रोग्राम के लिए पात्र रह सकते हैं। इनमें शामिल हैं।
- चालू खाते में न्यूनतम औसत तिमाही बैलेंस 15 लाख रुपये रखना।
- सेविंग्स अकाउंट में कम से कम 10 लाख रुपये का औसत मासिक बैलेंस होना।
- सेविंग्स, करंट और फिक्स्ड डिपॉजिट मिलाकर संयुक्त औसत मासिक बैलेंस 30 लाख रुपये बनाए रखना।
- कॉर्पोरेट सैलरी अकाउंट में हर महीने कम से कम 3 लाख रुपये का नेट सैलरी क्रेडिट होना।
यानी ग्राहकों के पास अब कई विकल्प हैं, जिनमें से किसी एक शर्त को पूरा करने पर वे इम्पेरिया का हिस्सा बने रह सकते हैं।
इम्पेरिया ग्राहकों को मिलने वाले फायदे
एचडीएफसी बैंक का इम्पेरिया प्रोग्राम ग्राहकों को कई तरह की प्रीमियम सेवाएं निःशुल्क देता है। इन सेवाओं के लिए आम तौर पर सामान्य खाताधारकों से शुल्क लिया जाता है। इसमें शामिल हैं।
- इंटर-ब्रांच फंड ट्रांसफर की सुविधा बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के।
- भुगतान रोकने के निर्देश यानी स्टॉप पेमेंट की सेवा।
- चेक कलेक्शन और डुप्लिकेट अकाउंट स्टेटमेंट की सुविधा।
- पुराने रिकॉर्ड का रिट्रीवल और मैनडेट रजिस्ट्रेशन।
- ब्याज और बैलेंस सर्टिफिकेट की मुफ्त सुविधा।
- पते की पुष्टि और हस्ताक्षर वेरिफिकेशन की सेवा।
इन सुविधाओं की वजह से इम्पेरिया ग्राहकों को बैंकिंग सेवाओं का एक अलग और आसान अनुभव मिलता है।
क्यों किए गए बदलाव
एचडीएफसी बैंक ने इन बदलावों को लेकर कोई आधिकारिक कारण नहीं बताया है, लेकिन बैंकिंग क्षेत्र के जानकारों का मानना है कि इस कदम से बैंक अपने प्रीमियम ग्राहक आधार को और मजबूत करना चाहता है। साथ ही, बैंक उन ग्राहकों पर फोकस कर रहा है जिनके पास उच्च वित्तीय क्षमता है और जो लंबे समय तक बैंक के साथ जुड़े रहते हैं।