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हमास ने इज़राइल को सौंपे 2 बंधकों के शव, अमेरिका ने हमास पर हमले की योजना का किया दावा

हमास ने इज़राइल को सौंपे 2 बंधकों के शव, अमेरिका ने हमास पर हमले की योजना का किया दावा

हमास ने इज़राइल को दो मृत बंधकों के ताबूत सौंपे। अमेरिका ने हमास पर गाज़ा में नागरिकों पर हमला करने की योजना होने का दावा किया। रफ़ाह सीमा फिलहाल बंद है, जिससे मानवीय राहत प्रभावित हो सकती है।

काहिरा। शनिवार देर रात हमास ने इज़राइल को दो मृत बंधकों के ताबूत सौंपे। इज़रायली सेना ने इसकी पुष्टि की है। इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास पर दबाव बढ़ाया कि युद्धविराम के तहत बचे हुए बंधकों के अवशेष जल्द लौटाए जाएँ। इन दो शवों को इज़राइल के राष्ट्रीय फॉरेंसिक चिकित्सा संस्थान भेजा गया, और उनकी पहचान को लेकर अभी कोई जानकारी साझा नहीं की गई है।

बंधकों की वापसी 

युद्धविराम समझौते के तहत अब तक कुल 12 बंधकों के अवशेष लौटाए जा चुके हैं। शनिवार को गाज़ा से 15 फिलिस्तीनियों के शव स्वीकार किये जाने के बाद कुल संख्या 135 हो गई। इज़राइल ने गाज़ा और मिस्र के बीच रफ़ाह सीमा अगले आदेश तक बंद रखने का निर्णय लिया है। इससे पहले मिस्र में फिलिस्तीनी दूतावास ने कहा था कि सीमारेखा सोमवार को लौटने वालों के लिए खोल दी जाएगी, लेकिन नेतन्याहू के कार्यालय ने स्पष्ट किया कि रफ़ाह खोलने का निर्णय इस बात पर निर्भर करेगा कि हमास युद्धविराम की शर्तों के अनुसार सभी मृत 28 बंधकों के अवशेष लौटाता है। गाज़ा का स्वास्थ्य मंत्रालय मृतकों की तस्वीरें साझा कर रहा है जबकि इज़राइल ने सिर्फ संख्या के साथ शव लौटाए हैं।

अमेरिका ने हमास को लेकर किया बड़ा दावा

अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसके पास "विश्वसनीय रिपोर्ट" है जिनके अनुसार हमास गाज़ा में फिलिस्तीनी नागरिकों पर हमला कर सकता है। मंत्रालय ने इस तरह की कार्रवाई को युद्धविराम का गंभीर उल्लंघन बताया। बयान में कहा गया कि अगर हमास ने ऐसा किया तो यह दो साल से जारी संघर्ष समाप्त करने के अमेरिकी समझौते का प्रत्यक्ष उल्लंघन होगा। अमेरिका ने चेतावनी दी कि किसी भी हमले की स्थिति में गाज़ा की सुरक्षा और संघर्षविराम बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

ट्रम्प की चेतावनी

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर चेतावनी दी कि अगर हमास समझौते का उल्लंघन करता है तो उनके खिलाफ "हमारे पास वहां जाकर उन्हें मारने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।" बाद में पत्रकारों से कहा कि अमेरिकी सेना सीधे गाज़ा में नहीं जाएगी। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के अंदर कुछ सहयोगी लोग आवश्यक कार्रवाई करेंगे और यह बिना अमेरिकी सेना की प्रत्यक्ष भागीदारी होगा।

रफ़ाह सीमा पर स्थिति

रफ़ाह सीमा फिलहाल बंद है और इससे मानवीय राहत सामग्री के प्रवाह पर असर पड़ सकता है। युद्ध शुरू होने से पहले यह सीमा इज़राइल के नियंत्रण में नहीं थी, लेकिन मई 2024 के बाद से बंद है। बचे हुए बंधकों के अवशेषों की वापसी और युद्धविराम की शर्तों के पालन पर ही सीमा खोलने का निर्णय निर्भर करेगा।

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