गाजा से हमास ने रेड क्रॉस को दो और इजरायली बंधकों के अवशेष सौंपे। अब तक कुल 13 अवशेष लौट चुके हैं और 13 शवों की बरामदगी व रिहाई बाकी है। युद्धविराम (ceasefire) और मानवीय सहायता पर निगरानी जारी है।
World News: गाजा से हमास ने दो और इजरायली बंधकों के अवशेष रेड क्रॉस (Red Cross) को सौंपे हैं। इजरायल की सेना ने इसकी पुष्टि की है। हमास और इजरायल के बीच हुए युद्धविराम (ceasefire) के बाद अब तक कुल 13 बंधकों के अवशेष इजरायल को लौटाए जा चुके हैं। फिलहाल 13 और शवों की बरामदगी और वापसी बाकी है।
अमेरिका के उपराष्ट्रपति वेंस का बयान
इस बीच, अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस (J.D. Vance) इजरायल पहुंचे हैं। उन्होंने युद्धविराम के क्रियान्वयन पर चिंता व्यक्त करते हुए हमास को चेतावनी दी है। वेंस ने कहा कि अगर हमास ने सहयोग नहीं किया, तो उसे पूरी तरह “मिटा दिया जाएगा।” उन्होंने सीजफायर (ceasefire) को सफल बनाए रखने के लिए इजरायल से भी संयम और धैर्य बरतने की अपील की।
वेंस ने इजरायल से कहा- धैर्य रखें
जेडी वेंस ने कहा कि कुछ बंधकों के अवशेष हजारों टन मलबे के नीचे दबे हैं और कई लोगों का अब तक कोई पता नहीं चला है। ऐसे में बचाव कार्य बेहद मुश्किल है। उन्होंने कहा, “हम जानते हैं कि इस काम में बहुत कठिनाई है, लेकिन इजरायल को थोड़ा धैर्य रखना होगा।” वेंस के साथ अमेरिका के शीर्ष राजनयिक (top diplomats) भी इस दौरे पर मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि अब तक युद्धविराम मेरी उम्मीद से बेहतर तरीके से आगे बढ़ रहा है।
अमेरिकी दूत की टिप्पणी
अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ (Steve Witkoff) ने कहा कि स्थिति में सुधार हो रहा है और युद्धविराम समझौता उम्मीद से ज्यादा स्थिर दिख रहा है। उन्होंने कहा, “हम उस स्थिति से आगे हैं, जहां हमने सोचा था कि हम होंगे।”
वेंस ने दी हमास को सख्त चेतावनी
प्रेस कॉन्फ्रेंस में वेंस ने हमास को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अगर हमास ने समझौते का पालन नहीं किया या बंधकों की रिहाई में सहयोग नहीं किया, तो उसके ठिकाने पूरी तरह नष्ट कर दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि आने वाले हफ्तों में यह देखना होगा कि युद्धविराम टिकता है या नहीं। इसके लिए तीन अहम शर्तें जरूरी हैं — पहला, हमास को हथियार डालने होंगे। दूसरा, गाजा में मानवीय सहायता (humanitarian aid) की आपूर्ति सुनिश्चित करनी होगी। तीसरा, गाजा के पुनर्निर्माण (reconstruction) की प्रक्रिया शुरू करनी होगी।
इजरायल और हमास के बीच कब हुआ युद्धविराम?
इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम 10 अक्टूबर से लागू किया गया था। हालांकि, इसके बावजूद गाजा में छिटपुट हमले हुए और कई बार दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी भी हुई। इन घटनाओं ने सीजफायर पर संदेह खड़ा किया, लेकिन दोनों पक्षों ने यह दोहराया है कि वे समझौते के प्रति प्रतिबद्ध (committed) हैं।
युद्धविराम की स्थिति पर अमेरिकी नजर
अमेरिका ने हमास और इजरायल दोनों से संयम बनाए रखने की अपील की है। अमेरिकी प्रशासन (administration) चाहता है कि दोनों पक्ष युद्धविराम को स्थायी (permanent) बनाने के लिए ठोस कदम उठाएं। वेंस ने कहा कि “सीजफायर तभी टिकेगा जब हमास हिंसा छोड़ देगा और अंतरराष्ट्रीय सहायता को गाजा तक पहुंचने देगा।”
इजरायल की प्रतिक्रिया
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) के कार्यालय ने कहा कि मिस्र की खुफिया एजेंसी के प्रमुख मेजर जनरल हसन रशद युद्धविराम के क्रियान्वयन पर चर्चा के लिए इजरायल पहुंचे हैं। उन्होंने नेतन्याहू और अमेरिकी अधिकारियों से मुलाकात की। वहीं, इजरायल ने यह भी स्पष्ट किया है कि जब तक सभी बंधक वापस नहीं आ जाते, तब तक उसकी सैन्य कार्रवाई (military operation) पूरी तरह नहीं रुकेगी।
हमास की ओर से प्रतिक्रिया
हमास के मुख्य वार्ताकार (chief negotiator) खलील अल-हय्या ने काहिरा में बयान जारी करते हुए कहा कि संगठन शर्म अल-शेख (Sharm al-Sheikh) समझौते के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि “हम युद्धविराम को लागू करने और बंधकों की वापसी की प्रक्रिया पूरी करने के लिए तत्पर हैं।”