Columbus

ICICI Bank FY25 में टॉप पर: जानिए कैसे घटा एट्रिशन रेट 30% से 18% तक

ICICI Bank FY25 में टॉप पर: जानिए कैसे घटा एट्रिशन रेट 30% से 18% तक

ICICI Bank ने वित्त वर्ष 2025 में 18% कर्मचारी एट्रिशन रेट के साथ बड़े प्राइवेट बैंकों में सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है। पिछले तीन वर्षों में बैंक का यह रेट लगातार घटा है। HDFC, एक्सिस, कोटक और इंडसइंड बैंक में भी कमी दर्ज हुई, लेकिन ICICI ने सबसे कम स्तर हासिल किया।

नई दिल्ली: देश के दूसरे सबसे बड़े प्राइवेट सेक्टर बैंक ICICI Bank ने लगातार तीसरे वर्ष कर्मचारी एट्रिशन रेट में गिरावट दर्ज करते हुए नया मानक स्थापित किया है। वित्त वर्ष 2025 में बैंक का एट्रिशन रेट घटकर 18% पर आ गया, जो 2024 में 24.5% और 2022-23 में 30.9% था। बैंक की ताज़ा बिज़नेस रिस्पॉन्सिबिलिटी एंड सस्टेनेबिलिटी रिपोर्ट (BRSR) के मुताबिक, यह रेट बड़े प्राइवेट सेक्टर बैंकों में सबसे कम है। दूसरी ओर, HDFC, एक्सिस, कोटक और इंडसइंड बैंक में भी गिरावट का रुझान दिखा, लेकिन ICICI ने सबसे स्थिर कर्मचारी आधार बनाए रखा।

प्राइवेट सेक्टर बैंकों में स्थिरता की ओर रुझान

पिछले तीन वित्तीय वर्षों में प्राइवेट सेक्टर बैंकों में कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने की दर में लगातार कमी आई है। इंडस्ट्री में बढ़ती प्रतिस्पर्धा, बेहतर वेतन पैकेज, करियर ग्रोथ के अवसर और कार्य संस्कृति में सुधार ने इस ट्रेंड को मजबूत किया है। बैंकिंग सेक्टर में यह बदलाव कर्मचारियों की दीर्घकालिक स्थिरता के संकेत देता है।

ICICI Bank का प्रदर्शन

वित्त वर्ष 2025 में ICICI Bank का एट्रिशन रेट 18% रहा, जो न सिर्फ पिछले साल की तुलना में कम है बल्कि इंडस्ट्री एवरेज से भी काफी नीचे है। वर्ष 2022-23 में यह 30.9% था और 2023-24 में घटकर 24.5% हो गया था। बैंक की नीतियों में कर्मचारी संतुष्टि, लचीले कार्य विकल्प और स्किल डेवलपमेंट पर फोकस ने इस कमी में अहम भूमिका निभाई।

बाकी बड़े बैंकों की स्थिति

HDFC Bank

  • FY23: 34.2%
  • FY24: 26.9%
  • FY25: 22.6%

Axis Bank

  • FY23: 35%+
  • FY24: 28.8%
  • FY25: 25.5%

Kotak Mahindra Bank

  • FY24: 39.6%
  • FY25: 33.3%

IndusInd Bank

  • FY23: 51%
  • FY24: 37%
  • FY25: 29%

रिपोर्ट्स के आंकड़ों से खुलासा

ये सभी आंकड़े बैंकों की वार्षिक रिपोर्ट और BRSR रिपोर्ट में दर्ज हैं। इसमें साफ देखा जा सकता है कि FY23 से FY25 के बीच सभी प्रमुख प्राइवेट बैंकों में एट्रिशन रेट में उल्लेखनीय कमी आई है। हालांकि, ICICI Bank ने इस दौरान अपने कर्मचारी आधार को सबसे मजबूत बनाए रखा।

कर्मचारियों के लिए संदेश

कम एट्रिशन रेट का मतलब है कि कर्मचारी बैंक में लंबे समय तक टिके हुए हैं, जो संस्थान की कार्य संस्कृति, विकास के अवसर और वेतन संरचना पर भरोसे का संकेत देता है। इससे न केवल बैंक की उत्पादकता बढ़ती है बल्कि ग्राहकों को भी स्थिर और अनुभवी स्टाफ का लाभ मिलता है।

Leave a comment