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Isha Koppikar ने बताया साउथ इंडस्ट्री में शुरुआती दिनों का कड़वा अनुभव, मिला था दर्दनाक तिरस्कार

Isha Koppikar ने बताया साउथ इंडस्ट्री में शुरुआती दिनों का कड़वा अनुभव, मिला था दर्दनाक तिरस्कार

बॉलीवुड एक्ट्रेस ईशा कोप्पिकर ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत साउथ इंडियन फिल्मों से की थी, जहां उन्होंने तमिल और तेलुगु सिनेमा में अच्छा नाम कमाया। इसके बाद उन्होंने बॉलीवुड का रुख किया और कई चर्चित फिल्मों में काम किया।

एंटरटेनमेंट: बॉलीवुड और साउथ फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बना चुकीं ईशा कोप्पिकर (Isha Koppikar) की कहानी एक संघर्षशील अभिनेत्री की उस सच्चाई को बयां करती है, जहां शुरुआती दिनों में तिरस्कार झेलना पड़ता है लेकिन अगर जुनून और मेहनत हो, तो वही कलाकार एक दिन चमकता सितारा बन जाता है।

आज उन्हें फिल्म कंपनी के आइकॉनिक गाने ‘खल्लास’ के कारण ‘खल्लास गर्ल’ के नाम से जाना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कभी उन्हें यह तक कहा गया था कि "तुम्हें कुछ आता-जाता नहीं है?

साउथ इंडस्ट्री में शुरुआती दिनों का कड़वा अनुभव

हाल ही में एक डिजिटल इंटरव्यू में ईशा कोप्पिकर ने अपने करियर के शुरुआती दिनों को याद करते हुए एक ऐसा वाकया साझा किया, जिसने उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाई थी। ईशा ने बताया कि जब उन्होंने साउथ इंडस्ट्री में अपने करियर की शुरुआत की, तब उन्हें डांस का कोई अनुभव नहीं था। उन्होंने कहा,

'मैंने अपनी पहली फिल्म साउथ में की थी। सेट पर डांस सीक्वेंस चल रहा था और वहां के डांस स्टाइल काफी तेज और मुश्किल होते हैं। मैं नए माहौल में थी और मेरी डांसिंग स्किल्स उतनी अच्छी नहीं थीं। तभी कोरियोग्राफर ने सबके सामने कहा, ‘ये बॉलीवुड से लड़कियां आती हैं, कुछ आता-जाता नहीं है, पता नहीं क्यों ले लेते हैं इन्हें।'

यह टिप्पणी उनके लिए अपमानजनक थी, जिसने उन्हें अंदर तक झकझोर दिया।

डांस न आने पर उठे सवाल, मिला दर्दनाक तिरस्कार

ईशा के मुताबिक, उस पल उन्हें खुद पर बहुत शर्मिंदगी महसूस हुई। वे भावुक होकर अपने मेकअप रूम में चली गईं और रोने लगीं। उन्होंने कहा, मुझे नहीं पता कि उस कोरियोग्राफर पर कोई प्रेशर था या नहीं, लेकिन उन्होंने मुझसे कहा कि अगर डांस नहीं आता तो यहां क्यों आई हो? उस वक्त मुझे बहुत बुरा लगा। मुझे ऐसा लगा कि मैं गलत जगह पर हूं। लेकिन तभी मैंने खुद से वादा किया कि अब मैं डांस में एक्सपर्ट बनूंगी।

अपमान को चुपचाप सहने के बजाय ईशा ने उसे एक ‘चैलेंज’ की तरह लिया। उन्होंने कहा कि उन्होंने खुद को साबित करने का संकल्प लिया और उसी समय देश की मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान के पास जाकर डांस सीखना शुरू किया।

मैंने डांस सीरियसली लेना शुरू किया। मैंने क्लासिकल, बॉलीवुड और मास डांस के हर मूव को बारीकी से सीखा। मैं नहीं चाहती थी कि कोई फिर से मुझसे ये कहे कि मुझे कुछ नहीं आता।

‘खल्लास गर्ल’ बनकर हासिल किया स्टारडम

उनकी मेहनत रंग लाई और साल 2002 में राम गोपाल वर्मा की फिल्म ‘कंपनी’ में आए गाने ‘खल्लास’ ने उन्हें रातों-रात सुपरस्टार बना दिया। उनकी बोल्ड स्क्रीन प्रेजेंस, एनर्जी और डांसिंग स्किल्स को दर्शकों ने खूब सराहा। यही वह गाना था जिससे ईशा को बॉलीवुड में ‘खल्लास गर्ल’ का टैग मिला, जो आज भी उनके साथ जुड़ा हुआ है।

इसके बाद उन्होंने ‘डॉन’, ‘सलाम-ए-इश्क’, ‘मैंने प्यार क्यों किया’, ‘एक विवाह ऐसा भी’ जैसी फिल्मों में काम किया और हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाई। ईशा कोप्पिकर की यह कहानी उन युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत है जो ग्लैमर वर्ल्ड में कदम रखते हैं लेकिन शुरुआत में नाकामी, आलोचना या उपेक्षा का सामना करते हैं।

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