अमेरिका की एयरस्ट्राइक के बाद ईरान और इजरायल के बीच तनाव बढ़ गया है। ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई ने इजरायल को सज़ा देने की चेतावनी दी और मिसाइल से जवाबी हमला किया।
Israel Iran War: ईरान और इजरायल के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। अमेरिका की एयरस्ट्राइक के बाद ईरान ने जवाबी कार्रवाई करते हुए इजरायल पर मिसाइल हमला किया। अब ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इजरायल को ‘सजा’ देने की बात कही है। उन्होंने इसे एक बड़ा अपराध बताया है और कहा है कि इसकी सजा दी जा रही है। इस बीच ईरान ने अमेरिका के हमले को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करार देते हुए गंभीर नतीजों की चेतावनी दी है।
खामेनेई का बयान: इजरायल को दी जा रही सजा
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इजरायल के खिलाफ सख्त शब्दों का इस्तेमाल करते हुए कहा है कि उसने एक गंभीर गलती की है। उन्होंने कहा कि यह एक बड़ा अपराध है और इसके लिए उसे सजा मिलनी चाहिए। खामेनेई ने कहा कि यह सजा अब शुरू हो चुकी है और यह जारी रहेगी।
उन्होंने यह बयान उस समय दिया जब अमेरिका और इजरायल पर ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले का आरोप लगाया जा रहा है। उनका इशारा साफ है कि ईरान अब पीछे हटने वाला नहीं है।
अमेरिका के हमले से भड़का ईरान
हाल ही में अमेरिका ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों पर हमला किया। यह हमला बेहद गुप्त तरीके से किया गया, जिसमें आधुनिक स्टील्थ बॉम्बर्स और पनडुब्बियों से मिसाइलें दागी गईं। इस हमले में इस्फहान, नतांज़ और फोर्डो जैसे संवेदनशील ठिकानों को निशाना बनाया गया।
हमले के तुरंत बाद वैश्विक बाजारों में तेल की कीमतों में तेजी देखी गई। ब्रेंट क्रूड की कीमत करीब 3 प्रतिशत बढ़ गई और यह 79 डॉलर प्रति बैरल के आसपास पहुंच गई। इससे साफ है कि यह सैन्य कार्रवाई केवल एक क्षेत्रीय मामला नहीं रह गया, बल्कि इसका असर पूरी दुनिया पर पड़ा है।
ईरान ने बताया अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने अमेरिकी हमलों की निंदा करते हुए इसे संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया। उन्होंने कहा कि ईरान अपनी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा के लिए सभी विकल्प खुले रखता है।
अराघची ने यह भी कहा कि यह हमला परमाणु हथियारों से जुड़ी संधियों का भी गंभीर उल्लंघन है। उन्होंने दुनिया को चेतावनी दी कि अगर इस पर तुरंत रोक नहीं लगी, तो इसके नतीजे गंभीर होंगे।
हमले में इस्तेमाल हुए ‘बंकर बस्टर’ बम
इस ऑपरेशन में अमेरिका ने बी‑2 स्टील्थ बॉम्बर्स का इस्तेमाल किया जो 18 घंटे की लंबी उड़ान के बाद ईरान पहुंचे। उन्होंने ‘बंकर बस्टर’ बम गिराए, जो जमीन के भीतर जाकर विस्फोट करते हैं। इसके साथ ही एक अमेरिकी पनडुब्बी से इस्फहान ठिकाने पर दो दर्जन से ज्यादा टॉमहॉक क्रूज़ मिसाइलें दागी गईं।
जवाब में ईरान ने इजरायल पर दागी मिसाइल
अमेरिकी हमले के बाद ईरान ने ‘खैबर शेकन’ मिसाइल के ज़रिए इजरायल पर जवाबी कार्रवाई की। यह मिसाइल लंबी दूरी तक मार करने में सक्षम है और इसे ईरान की प्रमुख जवाबी क्षमता माना जाता है।