JD Cables के शेयरों ने BSE SME पर एंट्री के साथ ₹160 तक पहुंचकर 5% का लिस्टिंग गेन दिखाया, लेकिन जल्दी ही गिरकर ₹152 के लोअर सर्किट पर आ गए। IPO से जुटाए गए ₹84.41 करोड़ में से ₹26 करोड़ कर्ज चुकाने, ₹45 करोड़ वर्किंग कैपिटल और शेष सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
JD Cables IPO Listing: पावर ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर की कंपनी JD Cables के IPO के शेयर BSE SME पर ₹160 पर खुले, जिससे निवेशकों को 5.26% का लिस्टिंग गेन मिला, लेकिन जल्दी ही शेयर ₹152 के लोअर सर्किट पर आ गया। IPO के तहत ₹84.41 करोड़ के नए शेयर जारी किए गए हैं, जिनमें से ₹26 करोड़ कर्ज चुकाने, ₹45 करोड़ वर्किंग कैपिटल और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च किए जाएंगे।
लिस्टिंग के पहले दिन का हाल
जेडी केबल्स के शेयरों की BSE SME पर शुरुआती एंट्री ₹160 पर हुई। IPO के दौरान शेयर ₹152 के भाव पर जारी किए गए थे, इसलिए शुरुआती कारोबार में निवेशकों को 5.26 प्रतिशत का लिस्टिंग गेन मिला। हालांकि, शेयरों की यह तेजी ज्यादा देर नहीं टिक सकी। बाजार में कारोबार के दौरान शेयर टूटकर ₹152 के लोअर सर्किट पर आ गया। इसका मतलब यह है कि IPO निवेशक न तो मुनाफे में रहे और न ही नुकसान में।
IPO के तहत जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल
जेडी केबल्स ने IPO के जरिए कुल ₹95.99 करोड़ जुटाए। IPO की सब्सक्रिप्शन प्रक्रिया 18 से 22 सितंबर तक चली। इसे निवेशकों का जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला और IPO 127.78 गुना अधिक सब्सक्राइब हुआ। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 125.44 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 179.28 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 106.89 गुना भरा गया।
IPO के तहत ₹84.41 करोड़ के नए शेयर जारी किए गए हैं। इसके अलावा ₹10 की फेस वैल्यू वाले 7,61,600 शेयर ऑफर फॉर सेल के तहत बिके। ऑफर फॉर सेल के पैसे शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को प्राप्त हुए। वहीं, नए शेयरों से जुटाए गए पैसों में से ₹26 करोड़ का उपयोग कर्ज कम करने के लिए, ₹45 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों के लिए और बाकी पैसे अन्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए खर्च किए जाएंगे।
जेडी केबल्स की शुरुवात
जेडी केबल्स की स्थापना 2015 में हुई थी। यह कंपनी पावर ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर के लिए उच्च गुणवत्ता वाले केबल्स और कंडक्टर्स बनाती है। इसके प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में पावर केबल्स, कंट्रोल केबल्स, एरियल बंच्ड केबल्स, सिंगल-कोर सर्विस वायर्स के साथ ऑल एलुमिनियम कंडक्टर, ऑल एलुमिनियम एलॉय कंडक्टर और एलुमिनियम कंडक्टर स्टील रीइंफोर्स्ड शामिल हैं।
कंपनी के दो मैनुफैक्चरिंग यूनिट्स हावड़ा और हुगली में स्थित हैं। इसके उत्पाद मुख्य रूप से पावर और डिस्ट्रिब्यूशन सेक्टर के लिए उपयोग किए जाते हैं।
वित्तीय प्रदर्शन
जेडी केबल्स का वित्तीय प्रदर्शन पिछले कुछ वर्षों में लगातार मजबूत हुआ है। वित्त वर्ष 2023 में कंपनी का शुद्ध मुनाफा ₹32 लाख था, जो वित्त वर्ष 2024 में ₹4.58 करोड़ पर और वित्त वर्ष 2025 में ₹22.15 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की टोटल इनकम सालाना 147 प्रतिशत की चक्रवृद्धि दर से बढ़कर ₹250.70 करोड़ हो गई।
हालांकि, इस दौरान कंपनी का कर्ज भी लगातार बढ़ा है। वित्त वर्ष 2023 के अंत में कर्ज ₹3.84 करोड़ था, जो वित्त वर्ष 2024 के अंत में ₹17.77 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 के अंत में ₹45.91 करोड़ पर पहुंच गया। वहीं, रिजर्व और सरप्लस भी बढ़े हैं। वित्त वर्ष 2023 में यह ₹1.15 करोड़ था, जो वित्त वर्ष 2024 में ₹17.77 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹45.91 करोड़ पर पहुंच गया।
निवेशकों में दिखा उत्साह
IPO के तुरंत बाद शेयरों की लिस्टिंग ने निवेशकों में उत्साह पैदा किया। शुरुआती 5 प्रतिशत की तेजी ने निवेशकों को लाभ का मौका दिया, लेकिन लोअर सर्किट पर आने के बाद निवेशकों की खुशी थोड़ी फीकी पड़ गई। निवेशक अब देख रहे हैं कि आगे कारोबार में शेयर किस दिशा में बढ़ते हैं।