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Jewar Airport उद्घाटन से NCR प्रॉपर्टी में 3 साल में 3 गुना उछाल, जानिए पूरी डिटेल

Jewar Airport उद्घाटन से NCR प्रॉपर्टी में 3 साल में 3 गुना उछाल, जानिए पूरी डिटेल

यमुना एक्सप्रेसवे कॉरिडोर में रियल एस्टेट मार्केट तेजी से बदल रहा है। जेवर एयरपोर्ट के निर्माण और नए एक्सप्रेसवे के कारण प्रॉपर्टी की कीमतें पिछले तीन वर्षों में 2 से 3 गुना बढ़ चुकी हैं। निवेशक और डेवलपर्स इस क्षेत्र को एनसीआर का प्रमुख इंवेस्टमेंट हब मान रहे हैं।

Property prices: यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे रियल एस्टेट मार्केट में तेजी देखने को मिल रही है, खासकर जेवर एयरपोर्ट प्रोजेक्ट के कारण। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 नवंबर 2021 को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की आधारशिला रखी थी और अब यह 30 अक्टूबर को उद्घाटन के लिए तैयार है। एयरपोर्ट के अलावा, 30 किलोमीटर लंबे नए एक्सप्रेसवे और मजबूत कनेक्टिविटी के कारण क्षेत्र में जमीन की कीमतें पिछले तीन सालों में 2 से 3 गुना बढ़ गई हैं, जिससे निवेशकों और डेवलपर्स दोनों के लिए यह कॉरिडोर आकर्षक बन गया है।

उभरता यमुना एक्सप्रेसवे कॉरिडोर

गौर्स ग्रुप के सीएमडी मनोज गौर ने फाइनेंशियल एक्सप्रेस को बताया कि यमुना एक्सप्रेसवे कॉरिडोर भारत के सबसे प्रोमिसिंग निवेश लैंडस्केप में से एक बनकर उभरा है। जल्द ही नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट शुरू होने वाला है। इसके साथ ही फिल्म सिटी, प्रौद्योगिकी पार्क और लॉजिस्टिक्स हब जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स पर तेजी से काम चल रहा है। इन सभी कारणों से इस क्षेत्र के रियल एस्टेट मार्केट में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है।

मनोज गौर ने कहा कि इस ग्रोथ स्टोरी की सबसे बड़ी खासियत यहां की मजबूत कनेक्टिविटी और लंबी अवधि के इन्फ्रास्ट्रक्चर पर काम होना है। यमुना एक्सप्रेसवे कॉरिडोर की यह विशेषता इसे निवेशकों और संभावित खरीदारों के लिए आकर्षक बनाती है।

जमीन की कीमतों में तीन गुना इजाफा

निम्बस रियल्टी के सीईओ साहिल अग्रवाल ने बताया कि यमुना एक्सप्रेसवे कॉरिडोर एनसीआर के तेजी से बढ़ते रियल एस्टेट डेस्टिनेशन में से एक बन गया है। पिछले तीन वर्षों में इस इलाके में जमीन की कीमतें लगभग दोगुनी या तिगुनी हो गई हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि पिछले साल लगभग 390 एकड़ जमीन 2,340 करोड़ रुपए में खरीदी गई थी। यह निवेशकों के बढ़ते विश्वास को दर्शाता है।

साहिल अग्रवाल ने बताया कि इस तेजी का मुख्य कारण प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स हैं। इनमें आगामी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और 30 किलोमीटर लंबे नए एक्सप्रेसवे का निर्माण शामिल है। यह एक्सप्रेसवे यमुना नदी के समानांतर होगा और नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे से पुश्ता रोड को जोड़ देगा। इसके चलते कनेक्टिविटी बेहतर होगी और ट्रैवल टाइम कम होगा।

जेवर एयरपोर्ट का असर

होम एंड सोल की अध्यक्ष साक्षी कटियाल ने भी यमुना एक्सप्रेसवे कॉरिडोर पर जमीन की कीमतों में हुई तेजी पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि पिछले तीन सालों में जमीन की कीमतें लगभग दोगुनी या तिगुनी हो गई हैं, और इसका मुख्य कारण आगामी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट है। उन्होंने कहा कि 30 किलोमीटर लंबे नए एक्सप्रेसवे की मंजूरी से लोगों का विश्वास और बढ़ा है।

साक्षी कटियाल ने आगे कहा कि यह नया कॉरिडोर यमुना नदी के किनारे मौजूदा नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के पैरेलल में होगा। यह निवेशकों और एंड यूजर्स दोनों के लिए क्षेत्र की आकर्षकता को और बढ़ाएगा।

बड़े प्रोजेक्ट्स और निवेश की संभावना

यमुना एक्सप्रेसवे कॉरिडोर में निवेशकों की रुचि बढ़ने के पीछे कई कारण हैं। इंटरनेशनल एयरपोर्ट के अलावा इस क्षेत्र में बड़े कमर्शियल और हाउसिंग प्रोजेक्ट्स की योजना बनाई जा रही है। फिल्म सिटी, प्रौद्योगिकी पार्क और लॉजिस्टिक्स हब इस इलाके की समग्र विकास संभावनाओं को मजबूत करते हैं।

इसके अलावा, रियल एस्टेट एक्सपर्ट्स का मानना है कि एयरपोर्ट के खुलने और बेहतर कनेक्टिविटी के बाद इस इलाके में निवेश की संभावना और बढ़ जाएगी। प्रॉपर्टी की मांग के साथ-साथ भविष्य में यहां बड़े सौदे होने की संभावना है।

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