हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक शनिवार को नजरबंदी से रिहा होने के बाद प्रो. अब्दुल गनी भट के सोपोर स्थित निवास पहुंचे और उनके परिवार को सांत्वना दी। भट का निधन बुधवार रात हुआ था।
श्रीनगर: हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक को तीन दिन की नजरबंदी के बाद शनिवार को रिहा कर दिया गया। रिहाई के तुरंत बाद वे सोपोर पहुंचे, जहां उन्होंने हाल ही में दिवंगत हुए वरिष्ठ हुर्रियत नेता और शिक्षाविद प्रो. अब्दुल गनी भट के घर जाकर उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की।बुधवार रात प्रो. गनी भट का निधन हो गया था, लेकिन नजरबंदी के कारण मीरवाइज उनके जनाजे में शामिल नहीं हो पाए। रिहाई के बाद उन्होंने भट को अपना "मार्गदर्शक, स्नेही बुजुर्ग और प्रिय मित्र" बताते हुए उनके निधन को व्यक्तिगत क्षति करार दिया।
नजरबंदी के बाद दी गई अनुमति
मीरवाइज कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि उमर फारूक को तीन दिन की नजरबंदी के बाद बाहर जाने की अनुमति दी गई। इसके बाद उन्होंने सोपोर जाकर दिवंगत नेता के परिजनों से मुलाकात की और फातिहा-ख्वानी की। बयान के अनुसार, मीरवाइज ने परिवार को धैर्य और शक्ति प्रदान करने के लिए प्रार्थना की और कहा कि भट की शांति और संवाद की विरासत हमेशा आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।
मीरवाइज उमर फारूक ने अपने वक्तव्य में कहा,प्रोफेसर अब्दुल गनी भट का निधन मेरे लिए एक बड़ी व्यक्तिगत क्षति है। वे न केवल मेरे मार्गदर्शक थे, बल्कि एक स्नेही बुजुर्ग और प्रिय मित्र भी थे। उन्होंने अफसोस जताया कि नजरबंदी के चलते वे उनके अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके। उन्होंने कहा कि गनी भट का जीवन संवाद, संयम और सकारात्मक सोच का प्रतीक था।
अब्दुल गनी भट: शिक्षाविद और दूरदर्शी नेता
प्रो. अब्दुल गनी भट को घाटी में एक सम्मानित शिक्षाविद, विद्वान और राजनीतिक दूरदर्शी के रूप में जाना जाता था। उन्होंने हमेशा बातचीत और शांतिपूर्ण तरीकों से आगे बढ़ने की वकालत की। भट ने कश्मीर की राजनीति में एक बौद्धिक दृष्टिकोण लाया और हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के भीतर भी संवाद और संतुलन की आवाज़ बने रहे। उनके निधन को घाटी के राजनीतिक और शैक्षिक जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति माना जा रहा है।
भट के निधन से हुर्रियत नेतृत्व और स्थानीय समाज में गहरा शोक व्याप्त है। विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने उनके योगदान को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। मीरवाइज उमर फारूक ने कहा कि गनी भट की विरासत आने वाली पीढ़ियों को संवाद, शांति और समझदारी की राह दिखाएगी। उन्होंने परिवार को विश्वास दिलाया कि पूरा समाज इस दुख की घड़ी में उनके साथ खड़ा है।