भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह के पास एक बड़ा माइलस्टोन हासिल करने का सुनहरा मौका है। बुमराह अपनी घातक यॉर्कर और सटीक लाइन-लेंथ के लिए दुनियाभर में मशहूर हैं, और अब वह टी20 इंटरनेशनल (T20I) क्रिकेट में 100 विकेट पूरे करने के बेहद करीब हैं।
स्पोर्ट्स न्यूज़: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही टी20 सीरीज का पहला मैच बारिश की वजह से रद्द हो गया था, जिससे क्रिकेट फैंस को निराशा हाथ लगी। उस मुकाबले में शुभमन गिल और सूर्यकुमार यादव शानदार लय में नजर आ रहे थे, लेकिन मौसम ने मैच का मजा खराब कर दिया। अब दोनों टीमें 31 अक्टूबर को मेलबर्न के प्रतिष्ठित मैदान पर दूसरा टी20 मुकाबला खेलने उतरेंगी।
इस मैच में सभी की नजरें टीम इंडिया के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह पर होंगी, जो एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर सकते हैं। बुमराह अब तक अंतरराष्ट्रीय टी20 क्रिकेट में 75 से अधिक विकेट ले चुके हैं, और अगर वह इस मैच में कुछ विकेट झटकते हैं तो भारत के लिए टी20 क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में एक और स्थान ऊपर पहुंच जाएंगे।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न में बड़ा मौका
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टी20 सीरीज़ का पहला मुकाबला बारिश की वजह से रद्द हो गया था, जिससे फैंस को निराशा हुई। हालांकि, दूसरा मैच अब 31 अक्टूबर को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) में खेला जाएगा, जहां बुमराह के पास इतिहास रचने का मौका होगा। मेलबर्न की पिच पर हमेशा से ही तेज़ गेंदबाज़ों को मदद मिलती है, और बुमराह की स्विंग और यॉर्कर इस मैदान पर विपक्षी बल्लेबाज़ों के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकती है।
जसप्रीत बुमराह ने साल 2016 में भारत के लिए टी20 इंटरनेशनल डेब्यू किया था। तब से लेकर अब तक उन्होंने टीम इंडिया के लिए कई मैच जिताने वाले प्रदर्शन किए हैं। अभी तक बुमराह ने 76 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 96 विकेट झटके हैं। यानी वह महज चार विकेट दूर हैं अपने शतक से — और ऐसा करने वाले केवल दूसरे भारतीय बनेंगे।
इससे पहले अर्शदीप सिंह भारत के लिए टी20 इंटरनेशनल में 100 विकेट का आंकड़ा पार कर चुके हैं। अगर बुमराह इस उपलब्धि तक पहुंचते हैं, तो वह अर्शदीप के बाद यह मील का पत्थर छूने वाले दूसरे भारतीय गेंदबाज़ बन जाएंगे।
टी20 वर्ल्ड कप 2024 में दिखाया था दम
बुमराह ने हाल ही में हुए टी20 वर्ल्ड कप 2024 में शानदार प्रदर्शन किया था। वह टूर्नामेंट के दौरान भारत के सबसे सफल गेंदबाज़ों में से एक रहे और टीम की जीतों में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने वर्ल्ड कप में 15 विकेट हासिल किए और अपनी यॉर्कर और स्लोअर डिलीवरी से विपक्षी बल्लेबाज़ों की कमर तोड़ दी। उनके शानदार प्रदर्शन के चलते भारत कई करीबी मुकाबलों में विजेता बना। यही वजह रही कि उन्हें कई मैचों में प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड भी मिला।
बुमराह की सबसे बड़ी ताकत उनकी निरंतरता और दबाव में भी संयम बनाए रखना है। चाहे डेथ ओवर हों या पावरप्ले, बुमराह हमेशा कप्तान के भरोसेमंद हथियार साबित हुए हैं।
 
                                                                        
                                                                             
                                                












