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Karwa Chauth 2025: विदेश में पति होने पर भी विधिपूर्वक कैसे करें व्रत, जानें सही नियम

Karwa Chauth 2025: विदेश में पति होने पर भी विधिपूर्वक कैसे करें व्रत, जानें सही नियम

करवा चौथ 2025 का व्रत 10 अक्टूबर को रखा जाएगा। जिन महिलाओं के पति विदेश में हैं, वे वीडियो कॉल या पति की तस्वीर देखकर विधिपूर्वक पूजा कर सकती हैं। चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद पति को देखकर या उनकी तस्वीर देखकर व्रत खोलना चाहिए। इस दिन विवाद और अपशब्द से बचना जरूरी है।

Karwa Chauth 2025: करवा चौथ का व्रत 10 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस अवसर पर महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और खुशहाल वैवाहिक जीवन के लिए व्रत रखती हैं और शाम को करवा माता की पूजा करती हैं। जिनके पति विदेश में हैं, वे वीडियो कॉल या पति की तस्वीर देखकर पूजा कर सकती हैं और चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद व्रत खोल सकती हैं। इस दिन किसी भी तरह का विवाद या अपशब्द व्रत का फल बिगाड़ सकता है।

आधुनिक समय में कई बार करवा चौथ पर पति काम या किसी अन्य कारण से विदेश में होते हैं। ऐसे में कई महिलाएं व्रत और पूजा को लेकर असमंजस में रहती हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अगर पति दूर हों तो भी विधि और भक्ति के साथ व्रत किया जा सकता है। इसके लिए महिलाएं तकनीकी साधनों का सहारा ले सकती हैं।

वीडियो कॉल के माध्यम से व्रत का पालन

आज का युग डिजिटल युग माना जाता है। वीडियो कॉल के माध्यम से दूर रहते हुए भी पति और पत्नी का जुड़ाव बना रह सकता है। विदेश में रहने वाले पति की स्थिति में महिलाएं पूरी विधि के साथ पूजा कर सकती हैं। 16 श्रृंगार करके शाम की पूजा करें। चंद्रमा उदय होने से पहले वीडियो कॉल के जरिए पति से जुड़ जाएं। इस दौरान चंद्रमा को अर्घ्य दें, पति का चेहरा देखें और पानी पीकर व्रत का पारण करें।

अगर वीडियो कॉल संभव न हो

यदि तकनीकी कारणों से वीडियो कॉल करना संभव न हो तो महिलाएं करवा चौथ के दिन चंद्रमा को अर्घ्य देकर पति की तस्वीर देख सकती हैं। इस विधि से भी व्रत का फल प्राप्त होता है। महिलाओं को इस दिन पूरी भक्ति और श्रद्धा के साथ पूजा करनी चाहिए। व्रत के दौरान मन में कोई नकारात्मक विचार नहीं रखना चाहिए और किसी भी प्रकार का विवाद या अपशब्द न कहें।

व्रत का महत्व और पारंपरिक नियम

करवा चौथ का व्रत माता पार्वती को खुश करने और पति की लंबी उम्र के लिए रखा जाता है। इसे करने से महिलाओं पर अंखड सौभाग्य और वैवाहिक जीवन में खुशहाली का आशीर्वाद मिलता है। व्रत के दिन भोजन का परहेज करना और चंद्रमा उदय होने तक निर्जला उपवास रखना आवश्यक होता है। पूजा के दौरान करवा माता की प्रतिमा या मिट्टी के करवा का इस्तेमाल किया जाता है।

पूजा और विधि

शाम के समय महिलाएं 16 श्रृंगार करके सजती हैं। इसके बाद करवा माता की पूजा करती हैं। चंद्रमा उदय होने पर अर्घ्य देने के साथ व्रत खोलने की परंपरा है। विदेश में रहने वाले पति की स्थिति में वीडियो कॉल या तस्वीर देखकर यह क्रिया पूरी की जा सकती है। पूजा में पूरी निष्ठा और शांति का ध्यान रखना आवश्यक है।

ध्यान रखने योग्य बातें

करवा चौथ पर महिलाएं किसी भी प्रकार का विवाद या लड़ाई न करें। पति के साथ अपशब्द नहीं बोलें और मानसिक रूप से भी शांत रहें। यह दिन केवल भक्ति और प्रेम से जुड़ा होता है। इस दिन किए गए व्रत और पूजा का फल तभी सही रूप में मिलता है जब इसे श्रद्धा और विश्वास के साथ किया जाए।

तकनीक के इस युग में दूरी कोई बाधा नहीं बनती। विदेश में रह रहे पति के साथ वीडियो कॉल या तस्वीर के माध्यम से भी व्रत और पूजा की जा सकती है। इससे न केवल व्रत का पारंपरिक महत्व बना रहता है बल्कि पति-पत्नी का भावनात्मक जुड़ाव भी बना रहता है।

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