ब्रिटेन ने भारत में AI और फिनटेक क्षेत्रों में 3.6 बिलियन पाउंड निवेश का ऐलान किया। पीएम मोदी और स्टारमर की बैठक में 10,600 नई नौकरियों और दोनों देशों के आर्थिक सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा हुई।
India-UK: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने अपनी भारत यात्रा के दौरान एआई और फिनटेक क्षेत्रों में बड़े निवेश का ऐलान किया है। इस निवेश के जरिए भारत में हजारों नई नौकरियां पैदा होने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री स्टारमर ने कहा कि भारत की सुपर-इकोनॉमी में ब्रिटेन का निवेश भविष्य में रोजगार और आर्थिक वृद्धि दोनों को बढ़ावा देगा।
स्टारमर ने बताया कि ब्रिटेन की कंपनियों ने एआई और फिनटेक क्षेत्रों में कुल 3.6 बिलियन पाउंड का निवेश करने का निर्णय लिया है। इस निवेश के परिणामस्वरूप भारत में तकनीकी और वित्तीय क्षेत्रों में विशेषज्ञों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता
प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से विस्तृत द्विपक्षीय बैठक की। इस बैठक में दोनों नेताओं ने व्यापार, आर्थिक सहयोग और तकनीकी साझेदारी को मजबूत करने पर चर्चा की। स्टारमर ने कहा कि उनकी यात्रा ने ब्रिटेन को जुलाई में हुए व्यापक व्यापार और आर्थिक समझौते (CETA) द्वारा उत्पन्न अवसरों का लाभ उठाने में मदद की।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत में ब्रिटिश व्यवसायों के लिए अधिक दरवाजे खोले जाएंगे। इस कदम से शुल्क घटेंगे और व्यापार प्रक्रिया तेज, सस्ता और सरल होगी। इससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध मजबूत होंगे और नई नौकरियों का सृजन होगा।
भारत-ब्रिटेन साझेदारी को मजबूती
स्टारमर ने बताया कि भारत यात्रा के दौरान ब्रिटेन ने नए निवेश सुनिश्चित किए हैं। देशभर में 10,600 नई नौकरियां बनाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन भारत में अपनी कंपनियों के माध्यम से व्यापार का झंडा लहराते हुए साझेदारी को और मजबूत करेगा। इस निवेश से लोगों को अपने समुदाय में वास्तविक बदलाव महसूस होगा।
ब्रिटिश निवेशों में ग्राफकोर का बड़ा योगदान शामिल है। यह सॉफ्टबैंक ग्रुप का हिस्सा है और बेंगलुरु में एआई इंजीनियरिंग कैम्पस में 1 बिलियन पाउंड तक निवेश करेगा। इस निवेश से भारत की सेमीकंडक्टर उद्योग में 500 उच्च-स्किल्ड नौकरियां बनेंगी।
फिनटेक क्षेत्र में ब्रिटिश निवेश
यूके की फिनटेक कंपनी टाइड ने भारत में अगले पांच वर्षों में 500 मिलियन पाउंड का निवेश करने की योजना बनाई है। कंपनी अगले 12 महीनों में अपने भारतीय कार्यबल को 800 पेशेवरों से बढ़ाकर 2,300 करेगी।
इसके अलावा, यूके की अन्य फिनटेक कंपनी रेवोल्ट भी भारत में 500 मिलियन पाउंड निवेश करेगी। पेमेंट्स ऑर्केस्ट्रेशन कंपनी पेसेक्योर ने कहा कि वह भारत के प्रमुख बैंकों और पेमेंट गेटवे के साथ एकीकरण के माध्यम से ब्रिटिश व्यापारों के लिए 370 मिलियन पाउंड के निर्यात को पांच वर्षों में बढ़ाने का लक्ष्य रखती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने किया स्वागत
डाउनिंग स्ट्रीट ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने मुंबई में दो दिवसीय व्यापार मिशन के समापन पर यूके-भारत साझेदारी की सराहना की। मोदी ने कहा कि ब्रिटेन का निवेश भारत में वृद्धि, नौकरियों और लोगों के जीवन स्तर को बेहतर बनाएगा।
ब्रिटिश कंपनियों के इस 3.6 बिलियन पाउंड निवेश से भारत में हजारों नई नौकरियां सृजित होंगी। यह निवेश भारत की तकनीकी और फिनटेक उद्योग की क्षमता को बढ़ाएगा और दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग को मजबूत करेगा।
परस्पर लाभकारी परियोजनाएं
भारत और यूके ने परस्पर लाभ देने वाले निवेश परियोजनाओं पर भी चर्चा की। इसके तहत 64 भारतीय निवेश परियोजनाओं का एलान किया गया, जिनमें 1.3 बिलियन पाउंड का निवेश शामिल है। इससे यूके में 6,900 नई नौकरियां बनेंगी।
इसके अलावा, 350 मिलियन पाउंड का नया सौदा, जिसमें यूके निर्मित मिसाइलों का भारत में आपूर्ति कार्य होगा, उत्तरी आयरलैंड में 700 नौकरियों का सृजन करेगा। यशराज फिल्म्स ने भी अगले वर्ष से यूके में तीन नई बॉलीवुड फिल्में बनाने की योजना बनाई है। इससे अनुमान है कि अगले साल 3,000 से अधिक नई नौकरियां बनेंगी।