खंडवा रेलवे स्टेशन के पास मुंबई-दिल्ली मार्ग पर मालगाड़ी डिरेल हो गई। एक डिब्बा हवा में लटक गया और दूसरा झुका हुआ पाया गया। चार घंटे तक यातायात बाधित रहा, लेकिन कोई जनहानि नहीं हुई, जांच जारी है।
खंडवा: रेलवे स्टेशन के पास मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात मुंबई से गुरुग्राम जा रही एक मालगाड़ी डिरेल हो गई। हादसे में इंजन सुरक्षित रहा, लेकिन उसके पीछे जुड़े दो डिब्बे पटरी से उतर गए। पहला डिब्बा हवा में लटक गया और दूसरा डिब्बा तिरछा फंस गया। गनीमत रही कि मालगाड़ी पूरी तरह खाली थी, जिससे किसी की जान या माल का नुकसान नहीं हुआ।
रेलवे टर्निंग पॉइंट पर डिब्बे झुक गए
घटना स्टेशन के ठीक पहले पड़ने वाले टर्निंग पॉइंट पर हुई। इंजन सुरक्षित आगे बढ़ गया, लेकिन दो डिब्बे मोड़ को पार करते समय असंतुलित हो गए। पहला डिब्बा हवा में लटका और दूसरा डिब्बा दो पटरियों के बीच तिरछा फंस गया। रेलवे कर्मियों के अनुसार, यह दृश्य देखना काफी डरावना था और रेलवे स्टाफ में तत्काल हड़कंप मच गया।
मौके पर पहुंचे तकनीकी दल और रेलवे स्टाफ ने स्थिति का जायजा लिया। डिब्बों को सुरक्षित निकालने और पटरी पर लाने के लिए रातभर काम किया गया। आसपास की गलियों में तेज गड़गड़ाहट और भारी आवाज से स्थानीय लोग भी भयभीत हो गए।
यात्रियों और स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल
हादसे के कारण मुंबई-दिल्ली रेल मार्ग पर यातायात बाधित हो गया। आधा दर्जन से अधिक ट्रेनें रातभर और तड़के सुबह तक अपने पिछले स्टेशनों पर खड़ी रहीं। यात्रियों और स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल रहा।
रेलवे अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि हादसे में किसी का हताहत होना या माल का नुकसान नहीं हुआ। तकनीकी टीम ने रातभर रुकावट हटाने का कार्य किया और सुबह 5 बजे तक मुख्य रूट पर यातायात सुचारू कर दिया गया।
टर्निंग पॉइंट पर लंबाई के कारण संतुलन बिगड़ा
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि हादसे की मुख्य वजह डिब्बों की असामान्य लंबाई रही। आमतौर पर मालगाड़ी के डिब्बे 17 मीटर तक होते हैं, जबकि इस मालगाड़ी के डिब्बे 24 मीटर लंबे थे। टर्निंग पॉइंट पर मोड़ लेते समय लंबाई के कारण संतुलन बिगड़ गया, जिससे दो डिब्बे पटरी से उतर गए।
विशेषज्ञों का कहना है कि इतने लंबे डिब्बे सामान्य पटरियों पर मोड़ लेते समय बैलेंस खो देते हैं। यही कारण रहा कि इंजन सुरक्षित रहा, लेकिन पीछे के डिब्बे दबाव झेल नहीं पाए।
रेलवे प्रशासन ने हादसे की पूरी जांच के आदेश दिए
घटना के बाद रेलवे प्रशासन ने पूरी घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि तकनीकी जांच के बाद ही हादसे की वास्तविक वजह सामने आएगी।
रेलवे ने यह भी कहा कि भविष्य में लंबी डिब्बों वाले मालगाड़ियों की निगरानी और मोड़ वाले पॉइंट्स पर विशेष सतर्कता बढ़ाई जाएगी। इससे ऐसे हादसों को रोकने का प्रयास किया जाएगा।