रूस के ड्रोन हमलों से पोलैंड की हवाई सीमा पर तनाव बढ़ गया। अमेरिकी F-35 और सहयोगी देशों के एयरक्राफ्ट अलर्ट पर हैं। पोलैंड ने एयरपोर्ट बंद कर सुरक्षा बढ़ाई। अमेरिकी प्रतिनिधि ने इसे "एक्ट ऑफ वॉर" बताया।
Russia Attack: रूस के ड्रोन हमलों ने पोलैंड की हवाई सीमा पर गंभीर तनाव पैदा कर दिया है। अमेरिकी F-35 फाइटर जेट और सहयोगी देशों के एयरक्राफ्ट अलर्ट पर हैं। पोलैंड ने अपने एयर डिफेंस सिस्टम को सक्रिय कर दिया है और वारसॉ तथा जेशोव एयरपोर्ट को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। अमेरिकी प्रतिनिधि जो विल्सन ने इस घटना को "एक्ट ऑफ वॉर" बताया। हालांकि ड्रोन के पोलैंड के एयरस्पेस में उल्लंघन की आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं हुई है।
सहयोगी देशों का रेस्पॉन्स
पोलैंड की हवाई सीमा में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। अमेरिकी F-35 फाइटर जेट पोलैंड के एयरस्पेस में सक्रिय हैं, वहीं डच और इटालियन एयरफोर्स की गतिविधियां भी सामने आई हैं। यह कदम रूस द्वारा यूक्रेन के पश्चिमी क्षेत्रों पर हवाई हमले के तुरंत बाद उठाया गया। इन क्षेत्रों में वोलिन और ल्वीव जैसे इलाके शामिल हैं, जो पोलैंड की सीमा से सटे हैं और हाल के हमलों के चलते लगातार अलर्ट पर रखे गए हैं।
यूक्रेनी एयरफोर्स का बयान
यूक्रेन की एयरफोर्स ने दावा किया कि रूसी ड्रोन ने नाटो सदस्य पोलैंड के एयरस्पेस में प्रवेश किया और जामोश्च शहर के लिए खतरा बन सकते हैं। हालांकि बाद में इस बयान को उनके टेलीग्राम चैनल से हटा दिया गया। बुधवार से यूक्रेन के ज्यादातर हिस्सों में एयर रेड अलर्ट जारी रहा, खासकर पश्चिमी क्षेत्रों में, जो पोलैंड की सीमा से लगे हुए हैं।
अमेरिकी प्रतिनिधि का रुख
अमेरिकी प्रतिनिधि जो विल्सन ने इस घटना को सीधे हमला करार दिया और कहा कि रूस ईरानी शहीद ड्रोन का इस्तेमाल कर नाटो सहयोगी पोलैंड पर हमला कर रहा है। उन्होंने इसे "एक्ट ऑफ वॉर" बताया। विल्सन ने कहा कि यह हमला ऐसे समय में हुआ जब हाल ही में राष्ट्रपति ट्रंप ने व्हाइट हाउस में पोलैंड के राष्ट्रपति करोल नवरोकी की मेजबानी की थी। उन्होंने अमेरिका और नाटो सहयोगियों का आभार व्यक्त किया जिन्होंने तुरंत प्रतिक्रिया दी। साथ ही उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप से अपील की कि रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाए जाएं और यूक्रेन को ऐसे हथियार दिए जाएं जो सीधे रूस पर प्रहार कर सकें।
पोलैंड का डिफेंस सिस्टम सक्रिय
पोलैंड की सेना ने कहा कि देश और सहयोगी देशों के एयरक्राफ्ट उनके एयरस्पेस में ऑपरेट कर रहे हैं। साथ ही ग्राउंड-बेस्ड एयर डिफेंस और राडार रिकॉन्नेसेंस सिस्टम को भी सक्रिय किया गया है। इस कदम का मकसद एयरस्पेस की सुरक्षा सुनिश्चित करना और संभावित खतरों को रोकना है।
मीडिया रिपोर्ट्स दावा
यूक्रेनी मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि रूसी ड्रोन पोलैंड के एयरस्पेस में दाखिल हुए थे। हालांकि पोलैंड की ओर से अभी तक इसका आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। ड्रोन हमले और एयरस्पेस उल्लंघन की स्थिति ने क्षेत्र में नाटो सहयोगियों की सतर्कता बढ़ा दी है। अमेरिकी और यूरोपीय फाइटर जेट लगातार निगरानी कर रहे हैं और किसी भी संभावित खतरे के तुरंत जवाब के लिए तैयार हैं।