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कसौली लिटफेस्ट! अय्यर ने बताया सेना की नासमझी, राजीव गांधी की दूरदर्शिता पर डाला प्रकाश

कसौली लिटफेस्ट! अय्यर ने बताया सेना की नासमझी, राजीव गांधी की दूरदर्शिता पर डाला प्रकाश

कसौली लिटफेस्ट में मणिशंकर अय्यर ने ऑपरेशन ब्लू स्टार को सेना की नासमझी बताया। उन्होंने राजीव गांधी की शांति नीति, तमिल और एलटीटीई मुद्दों में उनकी दूरदर्शिता और भारत की सांस्कृतिक विरासत पर भी चर्चा की।

New Delhi: कसौली में आयोजित खुशवंत सिंह लिटरेरी फेस्टिवल में मणिशंकर अय्यर ने ऑपरेशन ब्लू स्टार को लेकर अहम बयान दिया। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई सेना के वरिष्ठ अधिकारियों की नासमझी का परिणाम थी। इसके साथ ही उन्होंने पंजाब में शांति स्थापित करने में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की भूमिका पर भी प्रकाश डाला। उनके अनुसार लोंगोवाल समझौता इसी नीति का हिस्सा था।

राजीव गांधी की दूरदर्शिता

मणिशंकर अय्यर ने बताया कि राजीव गांधी एक दूरदर्शी नेता थे जिन्होंने देश के ऐतिहासिक महत्व को प्राथमिकता दी। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी ने श्रीलंका में शांति सेना भेजने का निर्णय सही तरीके से लिया। इसके अलावा, उन्होंने प्रधानमंत्री रहते हुए रामायण और महाभारत को दूरदर्शन पर दिखाने का निर्णय लिया, जिससे घर-घर में भारतीय संस्कृति और इतिहास की समझ बढ़ी।

पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम का दृष्टिकोण

एक दिन पहले पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने भी ऑपरेशन ब्लू स्टार पर अपने विचार साझा किए थे। उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई के लिए केवल इंदिरा गांधी को दोषी ठहराना सही नहीं है, क्योंकि इसमें सेना, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका भी शामिल थी। उनका कहना था कि राजीव गांधी ने परिस्थितियों का समझदारी से सामना किया और देशहित को प्राथमिकता दी।

लिटफेस्ट में मणिशंकर अय्यर का सत्र

कसौली लिटफेस्ट के अंतिम दिन मणिशंकर अय्यर ने अपने सत्र में भारत के भविष्य के लिए राजीव गांधी की विरासत पर चर्चा की। वार्ताकार जवाहर सरकार के साथ उन्होंने अपनी किताब ‘द राजीव आइ न्यू’ के माध्यम से राजीव गांधी की नीतियों और उनके योगदान पर प्रकाश डाला। सत्र में ऑपरेशन ब्लू स्टार, एलटीटीई और कश्मीरी पंडितों के मुद्दों पर भी बातचीत हुई।

मणिशंकर अय्यर ने तमिल समस्या और एलटीटीई के मुद्दों पर भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि राजीव गांधी ने इन मामलों में सकारात्मक भूमिका निभाई और क्षेत्रीय शांति के लिए प्रभावी कदम उठाए। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि राजनीति में लीडरशिप और दूरदर्शिता से ही देश के संघर्षों को हल किया जा सकता है।

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