मानसून का मौसम अपने साथ ठंडक और सुकून तो लाता है, लेकिन साथ ही यह मौसम स्वास्थ्य के लिए चुनौतीपूर्ण भी होता है। खासकर लिवर के लिए यह समय सबसे ज़्यादा संवेदनशील होता है। गंदा पानी, दूषित भोजन और बाढ़ जैसी स्थितियां बैक्टीरिया और वायरस को जन्म देती हैं, जो लिवर इंफेक्शन का बड़ा कारण बनते हैं। ऐसे में लिवर को मज़बूत बनाना ज़रूरी है, ताकि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे। योग गुरु स्वामी रामदेव के बताए गए कुछ आसान उपायों को अपनाकर आप अपने लिवर को स्वस्थ और शक्तिशाली बना सकते हैं।
लिवर क्यों है शरीर का असली योद्धा?
लिवर शरीर का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण अंग है जो 500 से अधिक कार्य करता है। यह खून को साफ करता है, पाचन में मदद करता है, टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है, कोलेस्ट्रॉल और शुगर लेवल को कंट्रोल करता है, और प्रोटीन बनाने में भी भूमिका निभाता है। लेकिन मानसून में लिवर वायरस और बैक्टीरिया से घिरा रहता है। हेपेटाइटिस A, E, टाइफाइड और डिसेंट्री जैसी बीमारियाँ इसका कामकाज बिगाड़ सकती हैं। ऐसे में लिवर को मजबूती देना आवश्यक है।
स्वामी रामदेव के 5 असरदार आयुर्वेदिक उपाय
1. त्रिफला चूर्ण का सेवन
रात में सोने से पहले एक चम्मच त्रिफला चूर्ण गुनगुने पानी के साथ लें। यह पाचन को सुधारता है और लिवर की सफाई करता है।
2. भृंगराज और कालमेघ का काढ़ा
ये दोनों जड़ी-बूटियां लिवर की सूजन कम करने और विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करती हैं। रोज़ सुबह इनका काढ़ा पीना लाभकारी है।
3. योगासन और प्राणायाम
- कपालभाति: पेट और लिवर की सफाई में मददगार
- अग्निसार क्रिया: पाचन तंत्र को सक्रिय करता है
- भुजंगासन और मकरासन: लिवर को स्ट्रेच और मजबूती देते हैं
4. एलोवेरा जूस और गिलोय का रस
रोज़ सुबह एक चम्मच एलोवेरा और गिलोय रस मिलाकर पीने से इम्यूनिटी बढ़ती है और लिवर को विषाणुओं से सुरक्षा मिलती है।
5. नीम और तुलसी के पत्ते
खाली पेट 4-5 तुलसी और नीम के पत्तों को चबाएं। यह शरीर को डिटॉक्स करता है और लिवर इंफेक्शन से बचाता है।
लिवर को स्वस्थ रखने के लिए अपनाएं ये जीवनशैली
स्वस्थ लिवर के लिए केवल दवाइयों या जड़ी-बूटियों पर निर्भर रहना काफी नहीं है, बल्कि पूरी जीवनशैली को सुधारना ज़रूरी है।
क्या करें
- रोज़ाना 30-45 मिनट तक योग या हल्की कसरत करें
- भरपूर पानी पीएं और हाइजीन का ध्यान रखें
- मौसमी फल, हरी सब्ज़ियां, साबुत अनाज और लो फैट डेयरी लें
- वजन को कंट्रोल में रखें
- समय पर सोएं और नींद पूरी करें
क्या न करें
- स्ट्रीट फूड या खुले में मिलने वाला खाना न खाएं
- बिना डॉक्टर की सलाह के दवाइयां न लें
- प्रोसेस्ड और डिब्बाबंद खाद्य पदार्थों से परहेज करें
- देर रात खाना या भारी भोजन न करें
मानसून में सबसे अधिक खतरे वाली बीमारिया
- हेपेटाइटिस A और E: दूषित भोजन और पानी से फैलते हैं।
- टाइफाइड (सलमोनेला टाइफी): बुखार, सिरदर्द और पेट दर्द इसका संकेत हैं।
- गैस्ट्रोएंटेराइटिस: फ्लू की तरह लक्षण, मरोड़ और उल्टी।
- बैसिलरी डिसेंट्री: गंभीर डायरिया और पेट में ऐंठन।
मानसून का मौसम जहां ठंडक लाता है वहीं बीमारियों का खतरा भी बढ़ा देता है, विशेषकर लिवर से जुड़ी समस्याएं। ऐसे में सावधानी और स्वामी रामदेव के बताए योग-आयुर्वेदिक उपायों को अपनाकर हम लिवर को मजबूती दे सकते हैं। याद रखें, लिवर का ख्याल रखना मतलब पूरी सेहत की सुरक्षा करना है। तो आज से ही अपनी दिनचर्या में बदलाव करें और लिवर को दें आयुर्वेदिक ताकत का सहारा।