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माउंट आबू में रेस्क्यू टीम की बड़ी सफलता, लापता प्रोफेसर अभिमन्यु सिंह मिले सुरक्षित

माउंट आबू में रेस्क्यू टीम की बड़ी सफलता, लापता प्रोफेसर अभिमन्यु सिंह मिले सुरक्षित

माउंट आबू में उदयपुर से आए प्रोफेसर अभिमन्यु सिंह शेरगांव के जंगलों में लापता हो गए थे। 36 घंटे के सघन रेस्क्यू ऑपरेशन में जिला प्रशासन, पुलिस, वन विभाग, सीआरपीएफ, आर्मी और स्थानीय ग्रामीणों की मदद से उन्हें सुरक्षित ढूंढ निकाला गया। बारिश और घने जंगल के बावजूद टीम ने उन्हें सुरक्षित बचाया।

Mount Abu Rescue: राजस्थान के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल माउंट आबू (Mount Abu) से बड़ी राहत की खबर आई है। उदयपुर से घूमने आए प्रोफेसर अभिमन्यु सिंह (Professor Abhimanyu Singh), जो शनिवार को शेरगांव के घने जंगलों में ट्रेकिंग के दौरान अपने समूह से बिछड़ गए थे, उन्हें सोमवार को सुरक्षित ढूंढ लिया गया। यह सफलता जिला प्रशासन, पुलिस, वन विभाग, आपदा प्रबंधन, सीआरपीएफ, आर्मी और स्थानीय ग्रामीणों की मदद से 36 घंटे तक चलाए गए सघन रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद मिली।

प्रोफेसर अभिमन्यु सिंह उस ट्रेकिंग दल का हिस्सा थे, जिसमें कुल छह लोग शामिल थे। घने जंगल और पगडंडी वाले कठिन रास्तों के कारण वे समूह से बिछड़ गए और देर शाम तक उनका कोई पता नहीं चला। मोबाइल लोकेशन ट्रैक करने पर पता चला कि उनकी अंतिम लोकेशन शेरगांव के पास एक मंदिर के आसपास थी।

घटना के बाद प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई शुरू की

घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन ने तुरंत पुलिस, वन विभाग, आपदा प्रबंधन दल, सीआरपीएफ, आर्मी और स्थानीय लोगों की कई टीमें गठित की। शनिवार देर रात से ही तलाश अभियान शुरू हुआ और रविवार सुबह से अलग-अलग टीमें शेरगांव वन्य क्षेत्र में भेजी गईं।

रविवार रात को एक विशेष 15 सदस्यीय टीम जंगल में ठहरी। इसमें सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट, स्थानीय ट्रैकर्स और ग्रामीण शामिल थे। इसका उद्देश्य सोमवार सुबह सर्च ऑपरेशन को तुरंत शुरू करना और प्रोफेसर की लोकेशन के पास मौजूद रहकर खोज तेज करना था।

भारी बारिश में रेस्क्यू टीम ने शुरू किया सर्च ऑपरेशन

इस सर्च अभियान को आसान नहीं कहा जा सकता। माउंट आबू में लगातार बारिश हो रही थी और घना जंगल होने के कारण टीमों के लिए आगे बढ़ना बेहद कठिन था। वहीं, जंगल में ठहराव ने टीमों को फायदा दिया क्योंकि सोमवार सुबह भारी बारिश के बावजूद वे पहले से ही संभावित सर्च लोकेशन के करीब मौजूद थे।

स्थानीय ट्रैकर्स और ग्रामीणों का योगदान इस ऑपरेशन में महत्वपूर्ण रहा। उनके अनुभव और क्षेत्र की जानकारी ने रेस्क्यू टीम को सुरक्षित और तेज़ी से आगे बढ़ने में मदद की।

रेस्क्यू टीम ने प्रोफेसर को सुरक्षित बाहर निकाला

सोमवार सुबह करीब 9 बजे प्रोफेसर अभिमन्यु सिंह से मोबाइल पर संपर्क हुआ। रेस्क्यू टीम तुरंत उनकी लोकेशन की ओर बढ़ी और कुछ ही देर बाद उन्हें सुरक्षित ढूंढ लिया गया। प्रोफेसर ने इस दौरान हिम्मत बनाए रखी और टीम के मार्गदर्शन से सुरक्षित बाहर आए।

जिला कलेक्टर ने बताया, “स्थानीय ग्रामीणों और ट्रैकर्स के योगदान के साथ सीआरपीएफ और अन्य दलों ने समन्वय से काम किया। प्रोफेसर अभिमन्यु सिंह पूरी तरह सुरक्षित हैं और उन्हें किसी प्रकार की चोट नहीं आई है। यह एक शानदार टीमवर्क का परिणाम है।”

पर्यटकों-नागरिकों से सुरक्षा की अपील

इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया कि माउंट आबू जैसे पर्यटन स्थलों पर ट्रेकिंग करते समय सतर्क रहना और सुरक्षा उपाय अपनाना बेहद जरूरी है। प्रशासन ने पर्यटकों से अपील की है कि वे घने जंगलों में अकेले न जाएं और हमेशा मोबाइल लोकेशन चालू रखें।

स्थानीय प्रशासन और वन विभाग ने यह भी सुनिश्चित किया कि ऐसे हादसों को रोकने के लिए आवश्यक सुरक्षा उपाय किए जाएं और भविष्य में पर्यटकों की सुरक्षा बेहतर ढंग से सुनिश्चित हो।

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