महाराष्ट्र कांग्रेस ने नए पदाधिकारियों के लिए पुणे में दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित की है। मल्लिकार्जुन खरगे उद्घाटन करेंगे। वरिष्ठ नेता शामिल होंगे और राजनीतिक रणनीतियों पर चर्चा होगी।
Maharashtra Congress: महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी अपने नवनियुक्त पदाधिकारियों के लिए सोमवार से पुणे के पास एक रिज़ॉर्ट में दो दिवसीय आवासीय कार्यशाला आयोजित कर रही है। इस कार्यशाला का उद्घाटन कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे डिजिटल माध्यम से करेंगे। पार्टी का मानना है कि यह कार्यक्रम संगठन को और अधिक मज़बूत करने में अहम भूमिका निभाएगा।
वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी
कार्यशाला में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के महाराष्ट्र प्रभारी रमेश चेन्नितला और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल सहित कई वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। इनके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, कांग्रेस विधायक दल के नेता विजय वडेट्टीवार, विधान परिषद समूह के नेता सतेज पाटिल और कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य बालासाहेब थोराट भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे।
पैनल चर्चाएं और संवाद सत्र
इस दो दिवसीय कार्यक्रम में कई पैनल डिस्कशन और इंटरएक्टिव सत्र होंगे, जिनका उद्देश्य पदाधिकारियों को संगठन की नीतियों, चुनावी रणनीति और जमीनी स्तर पर पार्टी को मज़बूत करने के तरीकों से अवगत कराना है। पार्टी का मानना है कि ऐसे सत्र संगठनात्मक एकता को बढ़ाते हैं और कार्यकर्ताओं के बीच समन्वय को बेहतर बनाते हैं।
राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक
कार्यशाला के दौरान महाराष्ट्र कांग्रेस की राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक भी आयोजित की जाएगी। इस बैठक में राज्य की मौजूदा राजनीतिक परिस्थिति, आगामी चुनावी तैयारियों और पार्टी की नीतियों पर विस्तृत चर्चा की जाएगी।
नए पदाधिकारियों की बड़ी सूची
हाल ही में महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने 387 सदस्यीय नई समिति की घोषणा की है। यह नियुक्तियां संगठन को व्यापक रूप से मज़बूत करने और ज़्यादा से ज़्यादा कार्यकर्ताओं को जोड़ने के उद्देश्य से की गई हैं।
वफादार कार्यकर्ताओं को सम्मान
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने बताया कि समिति में ऐसे कार्यकर्ताओं को जगह दी गई है जो पार्टी के मुश्किल समय में भी उसके साथ खड़े रहे। उन्होंने कहा कि कुछ पूर्व विधायकों के भाजपा में जाने के बावजूद इन कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के प्रति अपनी निष्ठा बनाए रखी, इसलिए उन्हें संगठन में ज़िम्मेदारी देना उचित है।