महाराष्ट्र की सियासत में हलचल एक बार फिर तेज़ हो गई है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्य के जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन ने रविवार को बड़ा दावा करते हुए कहा कि शिवसेना (UBT) समेत विपक्ष के कई सांसद भारतीय जनता पार्टी के संपर्क में हैं और जल्द ही पार्टी की संसद में ताकत बढ़ सकती है। उन्होंने यह बयान 20 जुलाई को पंढरपुर मंदिर में दर्शन के बाद पत्रकारों से बातचीत में दिया।
महाजन के इस बयान से राज्य की राजनीतिक फिजा गरमा गई है। उन्होंने कहा कि पहले से ही चार सांसद बीजेपी के संपर्क में हैं और अब तीन और नेता जल्द ही जुड़ सकते हैं। ये बयान ऐसे वक्त में आया है जब महाराष्ट्र में आगामी नगर निगम चुनावों की तैयारी जोरों पर है। ऐसे में विपक्षी दलों में संभावित टूट और दल-बदल को लेकर चर्चाओं का बाजार गरम हो गया है।
ठाकरे ब्रांड की अब कोई प्रासंगिकता नहीं
गिरीश महाजन ने उद्धव ठाकरे के उस हालिया इंटरव्यू पर भी निशाना साधा जिसमें ठाकरे ने खुद को मराठी अस्मिता और हिंदुत्व की पहचान बताया था। इसका पलटवार करते हुए महाजन ने कहा, ठाकरे ब्रांड बहुत पहले ही खत्म हो चुका है। बालासाहेब ठाकरे असली शिवसेना और हिंदुत्व के प्रतीक थे, लेकिन 2019 में कांग्रेस के साथ गठबंधन कर उद्धव ठाकरे ने उस विचारधारा से समझौता कर लिया। वहीं से ठाकरे ब्रांड की प्रासंगिकता भी खत्म हो गई।
बीजेपी नेता के इस बयान को राजनीतिक विश्लेषक नगर निगम चुनावों से पहले भाजपा की रणनीति के रूप में देख रहे हैं, जिससे पार्टी मराठी वोट बैंक को फिर से साधने की कोशिश में है।
विपक्षी आरोपों पर BJP का पलटवार
कांग्रेस नेता नाना पटोले द्वारा हाल में दिए गए सीडी और पेनड्राइव संबंधी आरोपों को लेकर भी गिरीश महाजन ने जवाबी हमला बोला। उन्होंने कहा, अगर किसी के पास कोई ठोस सबूत है, तो उसे विधानसभा अध्यक्ष को सौंपना चाहिए। हवा में बातें करना सिर्फ अफवाहें फैलाना है। नासिक या किसी अन्य जगह की सीडी की बात की जा रही है, लेकिन जब तक सबूत सामने नहीं आते, तब तक यह सब निराधार है।
महाजन ने विपक्षी नेताओं से ज़िम्मेदारी के साथ बोलने की अपील करते हुए कहा कि राजनीति में आरोप लगाना आसान है, लेकिन जनता के सामने सच लाना और प्रमाण देना ज़रूरी है।
उद्धव-फडणवीस मुलाकात पर दी सफाई
हाल ही में विधानसभा सत्र के दौरान उद्धव ठाकरे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मुलाकात ने राजनीतिक गलियारों में चर्चा को जन्म दिया था। इस पर भी गिरीश महाजन ने सफाई देते हुए कहा कि दोनों नेताओं के बीच केवल औपचारिक बातचीत हुई थी, जिसे लेकर अनावश्यक राजनीतिक रंग नहीं दिया जाना चाहिए।
वहीं, कांग्रेस नेता नाना पटोले द्वारा ठाणे, नासिक और मंत्रालय में कथित हनीट्रैप केस के आरोपों पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि ऐसी कोई ब्लैकमेलिंग या साजिश की घटना सामने नहीं आई है। उन्होंने बताया कि नासिक में एक महिला द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई थी, लेकिन बाद में वह शिकायत वापस ले ली गई।