एनडीए बैठक में पीएम मोदी ने अमित शाह की तारीफ की। जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा देने के संकेत दिए। उपराष्ट्रपति चुनाव, ऑपरेशन सिंदूर और तिरंगा अभियान पर चर्चा हुई।
PM Modi NDA Meeting: 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के सांसदों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। यह बैठक संसद के मानसून सत्र के बीच आयोजित की गई, जिसमें देश के कई ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा हुई। पीएम मोदी की इस बैठक को राजनीतिक रूप से बेहद अहम माना जा रहा है।
अमित शाह की तारीफ में पीएम मोदी
बैठक की शुरुआत में प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की सराहना की। उन्होंने कहा कि अमित शाह अब तक के सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले गृह मंत्री बन चुके हैं। पीएम ने उन्हें सुरक्षा और आंतरिक मामलों में किए गए कार्यों के लिए धन्यवाद दिया।
ऑपरेशन सिंदूर पर विपक्ष को घेरा
प्रधानमंत्री मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कहा कि यह एक ऐतिहासिक कदम है और विपक्ष को इस पर चर्चा की मांग कर पछताना पड़ा है। उन्होंने इस ऑपरेशन की जानकारी साझा करते हुए कहा कि इससे देश की सुरक्षा नीति को नई दिशा मिली है।
5 अगस्त का विशेष महत्व
पीएम मोदी ने कहा कि 5 अगस्त केवल एक तारीख नहीं, बल्कि भारत के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। इसी दिन अयोध्या में राम जन्मभूमि का भूमि पूजन हुआ था। साथ ही इस दिन को संविधान और राष्ट्रवाद के नजरिए से भी महत्वपूर्ण बताया गया।
जम्मू कश्मीर पर दिया बड़ा संकेत
बैठक में जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा देने की संभावनाओं पर भी चर्चा हुई। हाल ही में पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की थी, जिससे अटकलें तेज हो गईं कि जम्मू कश्मीर को लेकर जल्द कोई बड़ा ऐलान हो सकता है।
तिरंगा अभियान और राष्ट्रीय दिवसों की तैयारी
प्रधानमंत्री ने सांसदों से अपील की कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में "हर घर तिरंगा" अभियान को सफल बनाएं। इसके साथ ही उन्होंने 23 अगस्त को मनाए जाने वाले राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस और 29 अगस्त को आने वाले राष्ट्रीय खेल दिवस को भी बड़े स्तर पर मनाने का निर्देश दिया।
पहलगाम टेरर अटैक पर श्रद्धांजलि और प्रस्ताव
एनडीए की इस बैठक में हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई। इसके अलावा भारतीय सेना के साहसिक कार्यों और पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए भेजे गए डेलीगेशन पर भी प्रस्ताव पारित किया गया।
उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर मंथन
यह बैठक उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले हुई है, जिसकी नामांकन प्रक्रिया 7 अगस्त से शुरू होगी। एनडीए के पास पर्याप्त बहुमत है, ऐसे में यह तय माना जा रहा है कि यदि चुनाव हुआ तो एनडीए का उम्मीदवार आसानी से जीत दर्ज करेगा। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिवों को सहयोगी दलों के साथ समन्वय करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
विपक्ष का विरोध और संसद सत्र में गतिरोध
इस बैठक का आयोजन ऐसे समय में हुआ जब संसद का मानसून सत्र बार-बार स्थगित हो रहा है। विपक्ष बिहार में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण और अन्य मुद्दों को लेकर सदन की कार्यवाही रोक रहा है। बावजूद इसके एनडीए अपनी रणनीति तय करने में जुटा है।
सहयोगियों के साथ मजबूत एनडीए की तस्वीर
2024 के आम चुनावों में बीजेपी ने पूर्ण बहुमत तो नहीं पाया, लेकिन अपने सहयोगियों के समर्थन से सरकार बना ली। इसके बाद पार्टी ने संसदीय दल की बैठकों में एनडीए सहयोगियों को भी शामिल करना शुरू किया है। टीडीपी, जेडीयू और एलजेपी जैसे दल अब इन बैठकों का हिस्सा बन चुके हैं।