दिल्ली के नेहरू विहार में UPSC की तैयारी कर रहे स्टूडेंट अमन मीणा टेलीग्राम ऐप पर साइबर ठगों के जाल में फंस गए। उन्होंने निवेश का झांसा देकर लाखों रुपये ठगे। पीड़ित ने साइबर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
नई दिल्ली: दिल्ली के नेहरू विहार इलाके में एक UPSC स्टूडेंट टेलिग्राम ऐप के माध्यम से साइबर ठगों के चंगुल में फंस गया। आरोपियों ने कम निवेश में अधिक मुनाफा कमाने का झांसा देकर पीड़ित से लाखों रुपये हड़प लिए। युवती ने आरोपी के लगातार पैसे मांगने पर फ्रॉड का एहसास किया और नॉर्थ साइबर पुलिस थाने में केस दर्ज करवाया।
पुलिस के अनुसार, पीड़ित अमन मीणा ने 12 अगस्त को टेलिग्राम पर एक विज्ञापन देखा, जिसमें दावा किया गया कि गरीब और स्टूडेंट कम निवेश में भारी मुनाफा कमा सकते हैं। अमन ने इस झांसे में आकर आरोपियों को पैसे ट्रांसफर किए और अंततः लाखों रुपये गंवा बैठे।
टेलिग्राम के जरिए ठगी
पुलिस ने बताया कि अमन मीणा, जो UPSC की तैयारी कर रहे हैं, ने विज्ञापन पर क्लिक किया और उन्हें वॉट्सऐप नंबर पर ले जाया गया। वहां चैट शुरू हुई और आरोपियों ने QR कोड भेजकर ट्रांजेक्शन करवाया। पहले दो ट्रांजेक्शन में अमन ने 2 हजार और 1 हजार रुपये ट्रांसफर किए।
अगले चरण में आरोपी ने कहा कि अब उन्हें 8 हजार रुपये की जॉइनिंग करनी होगी। जब अमन के पास इतने पैसे नहीं थे, तो आरोपियों ने उधार लेने की बात कहकर उन्हें मजबूर किया। 45 मिनट में जॉइनिंग का झांसा देकर अमन ने 5 हजार रुपये और ट्रांसफर कर दिए।
SIP के नाम पर 16,265 रुपये ट्रांसफर
अमनों का कहना है कि आरोपियों ने 45 मिनट बाद प्रोफिट दिखाने का दावा किया। लेकिन मुनाफा निकालने के लिए SIP का पैसा जमा करना जरूरी बताया गया, जो कि 16,265 रुपये था। अमन ने यह रकम भी ट्रांसफर कर दी।
दो मिनट बाद आरोपियों ने रकम में 0.40 रुपये और जोड़ने को कहा। इसके बाद उन्होंने GST समेत अन्य फर्जी खपत दिखाकर और राशि की मांग की। इसी समय अमन को समझ आया कि वे साइबर ठगी का शिकार हो गए हैं।
अमन की शिकायत और पुलिस जांच
अमन ने साइबर पुलिस को पूरी घटना बताई। पुलिस ने अमन की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। अधिकारियों ने बताया कि इस प्रकार के मामले कम निवेश और अधिक मुनाफा देने के झांसे पर छात्रों और गरीबों को निशाना बनाते हैं।
साइबर पुलिस ने आम जनता को सावधान रहने और किसी भी ऑनलाइन निवेश में बिना जांच के पैसे न भेजने की चेतावनी दी है। विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसे ठग सामान्यत: टेलिग्राम और व्हाट्सऐप जैसे प्लेटफॉर्म पर छात्रों और नौकरीपेशा लोगों को निशाना बनाते हैं।
पुलिस की जांच जारी
नॉर्थ साइबर पुलिस ने कहा कि आरोपियों की पहचान और ट्रैकिंग के लिए तकनीकी टीम जांच कर रही है। सोशल मीडिया और एप्स पर आने वाले किसी भी निवेश प्रस्ताव को सत्यापित किए बिना कभी पैसे नहीं भेजने की सलाह दी गई है।
साइबर अपराध विशेषज्ञों ने कहा कि पीड़ित को जितनी जल्दी हो सके संबंधित बैंक और मोबाइल वॉलेट के माध्यम से अपने खाते की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। साथ ही, किसी भी संदिग्ध ट्रांजेक्शन की जानकारी तुरंत पुलिस को देना चाहिए।