पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड के निवेशकों के लिए 1 अगस्त की सुबह निराशा लेकर आई। कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर गिरीश कौसगी के इस्तीफे की खबर ने शेयर बाजार में उथल-पुथल मचा दी। जैसे ही यह खबर बाजार में आई, पीएनबी हाउसिंग के शेयरों में जोरदार गिरावट देखी गई।
शेयर बाजार में कंपनी के शेयर लुढ़के
बीएसई में शुक्रवार को ट्रेडिंग की शुरुआत होते ही पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस के शेयरों में भारी बिकवाली देखने को मिली। शेयर करीब 10 फीसदी की गिरावट के साथ खुले और कुछ ही देर में 15 फीसदी तक गिर गए। दिन के कारोबार में शेयर 838 रुपये के स्तर तक लुढ़क गया जो इसका इंट्रा-डे लो रहा।
एक वक्त पर यह स्टॉक 15 फीसदी से ज्यादा टूटकर 838.30 रुपये पर पहुंच गया जबकि गुरुवार को इसका बंद भाव करीब 985 रुपये था। गिरावट की यह रफ्तार निवेशकों के लिए बड़ा झटका साबित हुई क्योंकि बीते दो सालों में इस शेयर ने काफी अच्छा रिटर्न दिया था।
गिरीश कौसगी का कार्यकाल और इस्तीफे की वजह
पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस ने एक आधिकारिक बयान में बताया कि गिरीश कौसगी ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है और वह 28 अक्टूबर 2025 तक अपने पद पर बने रहेंगे।
गिरीश कौसगी अक्टूबर 2022 में कंपनी से जुड़े थे। उन्हें चार साल के लिए एमडी और सीईओ नियुक्त किया गया था, लेकिन अपने कार्यकाल के पूरा होने से पहले ही उन्होंने पद छोड़ने का फैसला किया है।
कंपनी ने अभी तक उनके इस्तीफे की सीधी वजह सार्वजनिक नहीं की है, लेकिन बोर्ड ने यह जरूर स्पष्ट किया कि उन्होंने स्वयं इस्तीफा देने का फैसला किया है।
बोर्ड ने जताया भरोसा, जल्द होगा नया नेतृत्व तय
पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस ने अपने बयान में कहा कि कंपनी की प्रदर्शनकारी टीम भविष्य में भी अपने टारगेट को हासिल करने में सक्षम है।
बोर्ड ने कहा है कि कौसगी के नेतृत्व में कंपनी ने मजबूत प्रगति की और अब आगे एक अनुभवी पेशेवर को लाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। बोर्ड ने भरोसा जताया कि इस क्षेत्र में अनुभव रखने वाले योग्य उम्मीदवारों की पहचान कर ली गई है और जल्द ही नए नेतृत्व की घोषणा की जाएगी।
गिरीश कौसगी के कार्यकाल में तेजी से बढ़ा शेयर
गिरीश कौसगी के आने के बाद से कंपनी के शेयरों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। अक्टूबर 2022 से लेकर अब तक पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस के शेयरों में 200 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
इस दौरान कंपनी ने न केवल अपने एसेट बेस को मजबूत किया बल्कि रिटेल सेगमेंट में भी अच्छा विस्तार किया। अब जब उनका कार्यकाल अचानक खत्म हो रहा है, तो निवेशकों को चिंता है कि यह बदलाव कंपनी की भविष्य की रणनीति और संचालन पर क्या असर डालेगा।
क्या करती है पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस
पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड एक प्रमुख हाउसिंग फाइनेंस कंपनी है जो नेशनल हाउसिंग बैंक से रजिस्टर्ड है।
यह कंपनी डिपॉजिट स्वीकार करने वाली हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों में से एक है और देश भर में मध्यमवर्गीय परिवारों को घर खरीदने, बनाने या मरम्मत के लिए लोन देती है।
कंपनी का बिजनेस मॉडल मुख्य रूप से रिटेल हाउसिंग लोन पर आधारित है। इसके अलावा, कंपनी लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी, कमर्शियल प्रॉपर्टी फाइनेंस और कंस्ट्रक्शन फाइनेंस भी देती है।
कंपनी की मौजूदा स्थिति और निवेशकों की चिंता
हाल के महीनों में पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस की बैलेंस शीट में सुधार देखने को मिला है। एसेट क्वालिटी में मजबूती और मार्जिन्स में ग्रोथ कंपनी की मजबूती को दिखाता है।
हालांकि, गिरीश कौसगी के इस्तीफे ने बाजार में अनिश्चितता बढ़ा दी है। निवेशकों को डर है कि नेतृत्व परिवर्तन का असर कंपनी के ग्रोथ पथ पर पड़ सकता है।
इस खबर के बाद बाजार में मची हड़बड़ाहट यह दिखाती है कि निवेशकों का भरोसा मौजूदा लीडरशिप पर कितना था। अब यह देखना अहम होगा कि कंपनी किसे अगला सीईओ बनाती है और उसकी रणनीति क्या होगी।
कंपनी के शेयर पर एक नजर
- पिछला बंद भाव: 985 रुपये
- आज का ओपनिंग प्राइस: करीब 886 रुपये
- दिन का न्यूनतम स्तर: 838.30 रुपये
- गिरावट प्रतिशत: लगभग 15 प्रतिशत
- पिछले दो वर्षों में बढ़त: 200 प्रतिशत से ज्यादा
1 अगस्त की हलचल ने साफ कर दिया है कि एक लीडर के हटने से भी बाजार में कितना बड़ा प्रभाव पड़ सकता है। अब सबकी नजरें कंपनी के अगले फैसलों पर टिकी हैं।