पंजाब अगले साल तक "नो-पावरकट" राज्य बन जाएगा। अरविंद केजरीवाल और CM भगवंत मान ने 5,000 करोड़ रुपये की लागत से "रोशन पंजाब" परियोजना शुरू की, जिससे पूरे राज्य में 24 घंटे मुफ्त बिजली और आधुनिक पावर नेटवर्क सुनिश्चित होगा।
चंडीगढ़: पंजाब अगले साल तक "नो-पावरकट" राज्य बनने की ओर बढ़ रहा है। बुधवार (8 अक्टूबर) को आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ "रोशन पंजाब" परियोजना का शुभारंभ किया। जालंधर में 5,000 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले इस प्रोजेक्ट में पावर ट्रांसमिशन और डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क को आधुनिक बनाया जाएगा।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पंजाब में जनता को 24 घंटे मुफ्त बिजली मिलने का सपना पूरा होने जा रहा है। उन्होंने बताया कि पूरे राज्य में बिजली नेटवर्क को अपग्रेड करने के लिए 25,000 किलोमीटर नई केबल बिछाई जाएगी, 8,000 नए ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे, 77 नए सबस्टेशंस बनाए जाएंगे और 200 सबस्टेशनों का ओवरहॉल किया जाएगा।
24 घंटे मुफ्त बिजली का लक्ष्य
केजरीवाल ने बताया कि आम आदमी पार्टी की सरकार पंजाब में बिजली व्यवस्था को दुरुस्त कर रही है। पहले ही 90% पंजाबियों को मुफ्त बिजली मिल रही है, जिसमें हर परिवार को दो महीने में 600 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाती है।
किसानों को अब दिन में 8 घंटे बिजली मिलती है, जिससे सिंचाई में सुविधा बढ़ी है। उद्योगों को भी देश में चौथी सबसे सस्ती बिजली दी जा रही है। केजरीवाल ने कहा कि इस परियोजना के पूरा होने के बाद, स्काडा सिस्टम के जरिए बिजली का नियंत्रण कंट्रोल रूम से किया जाएगा, जिससे फील्ड में जाकर निगरानी की आवश्यकता समाप्त हो जाएगी।
रोशन पंजाब प्रोजेक्ट की तकनीकी योजना
पंजाब में रोशन पंजाब प्रोजेक्ट के तहत पूरे राज्य में 25,000 किलोमीटर नई केबल बिछाई जाएगी और 8,000 पुराने ट्रांसफार्मरों को बदलकर नए ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे। इसके अलावा 77 नए सबस्टेशन बनाए जाएंगे और 200 पुराने सबस्टेशनों का ओवरहॉल किया जाएगा, जिससे बिजली वितरण नेटवर्क पूरी तरह आधुनिक और स्मार्ट बन जाएगा।
अरविंद केजरीवाल ने बताया कि पिछले 75 वर्षों में बिजली के ट्रांसमिशन और डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क पर कोई काम नहीं हुआ था। इस परियोजना के बाद राज्य में बिजली की आपूर्ति सतत, भरोसेमंद और 24 घंटे उपलब्ध होगी, जिससे घरेलू, कृषि और औद्योगिक क्षेत्रों में निर्बाध बिजली पहुंच सकेगी।
बाढ़ पीड़ितों के लिए सरकार ने की राहत घोषणा
अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में हाल ही में आई बाढ़ की स्थिति का जिक्र करते हुए बताया कि लगभग 60 लोगों की मौत हुई थी और 3,500 स्कूल, 1,500 मोहल्ला क्लीनिक, फसलें, घर और पशु बह गए।
बाढ़ पीड़ित 35 लोगों के आश्रितों को लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में नौकरी देने का प्रावधान किया गया। केजरीवाल ने इसे स्थायी सामाजिक सहायता करार दिया, जो बार-बार आने वाला खर्च है।
मुख्यमंत्री ने केजरीवाल के कार्यों की प्रशंसा की
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की दूरदर्शी सोच ने राज्य और देश के राजनीतिक दलों को अपनी नीतियों में सुधार करने के लिए मजबूर किया है। उन्होंने बताया कि पंजाब में पिछवाड़ा कोयला खदान से कोयले की आपूर्ति फिर से शुरू की गई और गोइंदवाल पावर प्लांट को जीवीके पावर से खरीदकर लोगों को बड़ी आर्थिक राहत दी गई।
उन्होंने शिक्षा और स्वास्थ्य सुधार पर भी जोर दिया। स्कूल ऑफ एमिनेंस और सरकारी स्कूलों के छात्रों ने JEE और NEET में सफलता हासिल की है। इसके अलावा, 881 आम आदमी क्लीनिक खोले गए और अब तक 1.75 करोड़ लोगों को मुफ्त दवाइयां दी गई हैं। मान ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार पंजाब को हर तरह के अंधेरे से रोशन करने के लिए प्रतिबद्ध है।