पंजाब के माधोपुर रेलवे स्टेशन के पास एक बड़ा हादसा हुआ है, जहां लैंडस्लाइड के कारण पठानकोट-जम्मू रेलखंड पर गुजर रही एक मालगाड़ी का इंजन और तीन वैगन पटरी से उतर गए। यह घटना सुबह हुई, जब पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा रेलवे ट्रैक पर गिर गया। ट्रेन की रफ्तार कम होने की वजह से बड़ा नुकसान टल गया और किसी के घायल होने की सूचना नहीं मिली। इस हादसे ने यात्रियों और स्थानीय लोगों में चिंता और दहशत पैदा कर दी है।
राहत कार्य और पटरी की मरम्मत में जुटा रेलवे विभाग
रेलवे अधिकारियों ने हादसे की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू कर दिया है। भारी मशीनरी जैसे क्रेन की मदद से मलबा हटाने का काम तेजी से चल रहा है और पटरी की मरम्मत में भी तेजी लाई गई है। रेलवे विभाग ने बताया है कि जल्द से जल्द ट्रैक को दुरुस्त कर इस महत्वपूर्ण रूट पर रेल परिचालन पुनः शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है। इस समय प्रभावित क्षेत्र में ट्रेनों का संचालन रोक दिया गया है, जबकि कुछ ट्रेनों को यात्रियों की सुविधा के लिए अलग रास्तों से भेजा जा रहा है ताकि उन्हें कम से कम असुविधा हो।
जांच में जुटी रेलवे सुरक्षा आयुक्त की टीम
रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) की टीम भी घटनास्थल पर पहुंच गई है और इस दुर्घटना की जांच शुरू कर दी गई है। टीम यह पता लगाने में लगी है कि इस संवेदनशील पहाड़ी इलाके में मलबा गिरने की संभावना क्यों समय रहते नहीं पहचानी जा सकी और क्या सुरक्षा एवं निगरानी के उचित प्रबंध किए गए थे। यह क्षेत्र मानसून के दौरान भूस्खलन के लिए जाना जाता है। रेलवे ने पहले भी इस रूट पर सतर्क रहने के निर्देश जारी किए थे, लेकिन इस बार लैंडस्लाइड की तीव्रता इतनी अधिक थी कि ट्रेन को ट्रैक से हटाने का वक्त नहीं मिल पाया।
रेलवे विभाग की प्राथमिकता फिलहाल पटरी को दुरुस्त कर यात्री सेवाओं को जल्द से जल्द पुनः चालू करना है। स्थानीय प्रशासन भी राहत कार्यों में पूरी तत्परता से सहयोग कर रहा है ताकि प्रभावित लोगों को जल्द राहत मिल सके।