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भारत-चीन डायरेक्ट फ्लाइट फिर शुरू, 26 अक्टूबर से कोलकाता से उड़ान भरेगी

भारत-चीन डायरेक्ट फ्लाइट फिर शुरू, 26 अक्टूबर से कोलकाता से उड़ान भरेगी

भारत और चीन के बीच पांच साल बाद डायरेक्ट फ्लाइट्स फिर से शुरू हो रही हैं। IndiGo 26 अक्टूबर से कोलकाता–ग्वांगझू रूट पर नॉन-स्टॉप उड़ानें चलाएगी। फ्लाइट रात 10 बजे कोलकाता से उड़ेगी और सुबह 4:05 बजे ग्वांगझू पहुंचेगी। टिकट कीमत लगभग 15,708 रुपये है। एयर इंडिया भी साल के अंत तक सीधी उड़ानें शुरू कर सकती है।

India-China Relations: लंबे समय बाद भारत और चीन के बीच डायरेक्ट फ्लाइट्स की सेवा फिर से बहाल हो रही है। IndiGo 26 अक्टूबर 2025 से कोलकाता से ग्वांगझू के लिए नॉन-स्टॉप डेली उड़ानें शुरू करेगी। एयरबस A320neo विमान पर संचालित ये उड़ानें रात 10 बजे कोलकाता से रवाना होकर सुबह 4:05 बजे ग्वांगझू पहुंचेगी। यह कदम दोनों देशों के पर्यटन, व्यापार और रणनीतिक साझेदारी को नई ऊर्जा देगा।

उड़ानों का समय और किराया

कोलकाता से ग्वांगझू की यह फ्लाइट रोजाना रात 10 बजे कोलकाता से उड़ेगी और सुबह 4:05 बजे (चीन का लोकल टाइम) ग्वांगझू में लैंड करेगी। इस रूट पर एयरबस A320neo विमान इस्तेमाल किया जाएगा। टिकट की कीमत लगभग 15,708 रुपये तय की गई है। इंडिगो का कहना है कि यह उड़ानें व्यापार, पर्यटन और रणनीतिक साझेदारियों को बढ़ावा देंगी।

एयर इंडिया भी मैदान में

सूत्रों के अनुसार, एयर इंडिया भी साल के अंत तक चीन के लिए अपनी डायरेक्ट फ्लाइट शुरू कर सकती है। इससे यात्रियों को विकल्प मिलेंगे और दोनों देशों के बीच संपर्क और मजबूत होगा। इस कदम से व्यापारिक गतिविधियों, शिक्षा, पर्यटन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान में तेजी आने की उम्मीद है।

विदेश मंत्रालय का बयान

भारत के विदेश मंत्रालय ने बताया कि इस साल की शुरुआत से ही दोनों देशों के सिविल एविएशन अधिकारी तकनीकी स्तर पर डायरेक्ट फ्लाइट बहाल करने पर चर्चा कर रहे थे। अब तय हो गया है कि सर्दियों के शेड्यूल के तहत अक्टूबर के अंत से उड़ानें शुरू की जा सकती हैं। मंत्रालय ने कहा कि यह कदम लोगों से लोगों के बीच संपर्क और द्विपक्षीय आदान-प्रदान को बढ़ावा देगा।

डायरेक्ट फ्लाइट बंद होने का कारण

पांच साल पहले गलवान घाटी में हुई झड़प और उसके बाद कोरोना महामारी के चलते भारत और चीन के बीच सीधी हवाई सेवाएं बंद कर दी गई थीं। इस दौरान पर्यटक और व्यापारिक यात्राएं प्रभावित हुईं। दोनों देशों के बीच यह सेवा बंद रहने से बिजनेस ट्रिप्स और पर्यटन गतिविधियों में कठिनाई रही।

कूटनीतिक प्रयास और रिश्तों में सुधार

पिछले साल सीमा पर तनाव कम करने के लिए कई दौर की सैन्य और कूटनीतिक वार्ताएं हुईं। इसके साथ ही व्यापारिक पाबंदियों में ढील और उच्च स्तर की बैठकों ने भी माहौल को बेहतर बनाया। इन पहलुओं के कारण अब डायरेक्ट फ्लाइट शुरू करने का निर्णय लिया गया। विशेषज्ञ मानते हैं कि यह कदम दोनों देशों के बीच धीरे-धीरे सामान्य होते संबंधों का संकेत है।

व्यापार और पर्यटन पर असर

डायरेक्ट फ्लाइट शुरू होने से व्यापारियों को फायदा होगा। चीन और भारत के बीच निर्यात-आयात गतिविधियों में तेजी आएगी। इसके अलावा पर्यटन क्षेत्र को भी बढ़ावा मिलेगा। चीनी निवेशक और व्यापारी भारत की विभिन्न क्षेत्रों में निवेश को बढ़ावा देने के लिए आसानी से यात्रा कर सकेंगे। यात्रियों के लिए भी यह सुविधा समय और खर्च दोनों की बचत करेगी।

यात्रियों की उम्मीदें

यात्री इस नई सुविधा को लेकर उत्साहित हैं। कोलकाता और ग्वांगझू के बीच उड़ान का समय सुविधाजनक है और कीमत भी अपेक्षाकृत उचित रखी गई है। इससे व्यापारिक यात्राओं के साथ-साथ परिवार और पर्यटन यात्राओं में भी आसानी होगी।

विशेषज्ञों का कहना है कि दोनों देशों के बीच यह पहल आने वाले समय में और बढ़ सकती है। नई उड़ानों से न केवल आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि होगी बल्कि लोगों के बीच संपर्क और बेहतर होगा। साथ ही यह चीन और भारत के बीच आपसी समझ और सहयोग को भी मजबूत बनाएगी।

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