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राजस्थान में भ्रष्टाचार पर बड़ा खुलासा: ACB की छापेमारी में ट्रांसपोर्ट इंस्पेक्टर के पास मिली 2.5 करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति

राजस्थान में भ्रष्टाचार पर बड़ा खुलासा: ACB की छापेमारी में ट्रांसपोर्ट इंस्पेक्टर के पास मिली 2.5 करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति

राजस्थान में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने शनिवार, 26 जुलाई 2025 को सिरोही जिले में तैनात एक ट्रांसपोर्ट इंस्पेक्टर के कई ठिकानों पर छापेमारी की।

जयपुर: राजस्थान में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही मुहिम के तहत एक बड़ा मामला सामने आया है। राज्य के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने सिरोही जिले में तैनात ट्रांसपोर्ट इंस्पेक्टर सुजानाराम चौधरी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। इस छापेमारी में अधिकारियों ने करीब 2.5 करोड़ रुपये से अधिक की अघोषित और अनुपातहीन संपत्ति का खुलासा किया है। यह संपत्ति उनकी ज्ञात आय से 201 प्रतिशत अधिक बताई जा रही है।

कई जिलों में फैली है अवैध संपत्ति

एसीबी ने एक साथ सिरोही, जालौर, जोधपुर, भीनमाल और माउंट आबू में स्थित सुजानाराम के ठिकानों पर छापेमारी की। जांच में सामने आया है कि उन्होंने सरकारी नौकरी में नियुक्ति के कुछ वर्षों के भीतर ही करोड़ों रुपये की संपत्ति अर्जित कर ली। इनमें आवासीय भवन, व्यावसायिक संपत्तियां, जमीन के टुकड़े और अन्य निवेश शामिल हैं।

एसीबी के अनुसार, यह सारी संपत्ति सुजानाराम की वैध आय के स्रोतों से मेल नहीं खाती। उनके द्वारा अर्जित की गई संपत्ति की कुल कीमत उनकी आय से दोगुना से भी ज्यादा पाई गई है।

बैंक खातों में करोड़ों का ट्रांजेक्शन

एसीबी प्रवक्ता के अनुसार, सिर्फ संपत्ति ही नहीं, बल्कि बैंक खातों में भी संदिग्ध लेनदेन का पता चला है। सुजानाराम और उनके परिजनों के खातों में कई करोड़ रुपये के लेनदेन दर्ज किए गए हैं, जिनका कोई वैध स्रोत अभी तक सामने नहीं आया है। अधिकारी के खातों से हुए इन लेनदेन की भी गहनता से जांच की जा रही है।

प्रवक्ता ने कहा कि परिवहन निरीक्षक के तौर पर सुजानाराम चौधरी की पोस्टिंग के बाद से उन्होंने जिस स्तर पर संपत्ति बनाई है, वह अत्यधिक संदिग्ध है। यह संपत्ति उनकी वेतन और अन्य वैध आय से मेल नहीं खाती।

एसीबी की सख्त निगरानी में आरोपी

एसीबी अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि इस मामले में आगे चलकर कई और सरकारी अधिकारियों और बिचौलियों के नाम सामने आ सकते हैं। सुजानाराम की संपत्ति का नेटवर्क बहुत विस्तृत है, और यह भी जांच का विषय है कि कहीं इसमें फर्जी कंपनियों, बेनामी संपत्तियों या शेल अकाउंट्स का तो इस्तेमाल नहीं किया गया।

वर्तमान में सुजानाराम चौधरी को निगरानी में रखा गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। एसीबी की टीमें अलग-अलग स्थानों पर दस्तावेजों, बैंक स्टेटमेंट, संपत्ति रजिस्ट्रेशन पेपर, ज्वेलरी, और नकद राशि की गिनती कर रही हैं। सूत्रों के अनुसार, छापेमारी में कीमती गहनों, लग्जरी वाहनों और नकदी का भी पता चला है, जिनका मूल्यांकन किया जा रहा है।

राजस्थान सरकार और ACB की संयुक्त कोशिशों से पिछले कुछ महीनों में कई ऐसे मामलों का भंडाफोड़ हुआ है, जहां सरकारी अफसरों ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए भारी मात्रा में संपत्ति अर्जित की। यह मामला भी उसी कड़ी का हिस्सा है, जो यह दिखाता है कि सरकारी व्यवस्था में पारदर्शिता लाने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।

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