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सारा अली खान ने ट्रोलिंग से निपटने के लिए बनाया ‘मानसिक फिल्टर’, बोलीं - 'सार्वजनिक हस्ती के लिए...'

सारा अली खान ने ट्रोलिंग से निपटने के लिए बनाया ‘मानसिक फिल्टर’, बोलीं - 'सार्वजनिक हस्ती के लिए...'

बॉलीवुड अभिनेत्री सारा अली खान आज केवल अपनी फिल्मों के लिए ही नहीं, बल्कि अपनी सादगी, बेबाकी और सकारात्मक सोच के लिए भी जानी जाती हैं। हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में सारा ने खुलकर बताया कि एक सार्वजनिक हस्ती के रूप में उन्हें सोशल मीडिया ट्रोलिंग का सामना करना पड़ता है।

एंटरटेनमेंट न्यूज़: अभिनेता सैफ अली खान और अमृता सिंह की बेटी सारा अली खान बॉलीवुड की उन अभिनेत्रियों में से हैं जो हमेशा सुर्खियों में रहती हैं। सारा सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं और अपने फैंस के साथ अक्सर अपनी तस्वीरें व वीडियो शेयर करती रहती हैं। हालांकि, कई बार उन्हें अपने लुक, कपड़ों या बयानों को लेकर ट्रोलिंग का सामना भी करना पड़ता है। 

सारा का कहना है कि लगातार होने वाली आलोचना और नकारात्मक टिप्पणियों से निपटना आसान नहीं होता, खासकर जब बात निजी जीवन की हो। लेकिन समय के साथ उन्होंने अपने लिए एक मानसिक फिल्टर विकसित कर लिया है, जिससे अब वह केवल उन बातों पर ध्यान देती हैं जो उनके लिए मायने रखती हैं।

सार्वजनिक हस्ती के लिए चीजें आसान नहीं होतीं

सारा अली खान, अभिनेता सैफ अली खान और अमृता सिंह की बेटी हैं। बॉलीवुड में उनका सफर 2018 में दिवंगत सुशांत सिंह राजपूत के साथ आई फिल्म ‘केदारनाथ’ से शुरू हुआ था। इस फिल्म ने सारा को पहचान दिलाई और उसके बाद उन्होंने ‘सिम्बा’, ‘लव आज कल’, ‘कुली नंबर 1’, ‘अतरंगी रे’ और ‘जरा हटके जरा बचके’ जैसी फिल्मों में अभिनय किया।

हाल ही में हिंदुस्तान टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में सारा ने बताया कि एक पब्लिक फिगर होने के कारण उन्हें हर तरफ से सुझाव और आलोचनाएँ मिलती हैं। उन्होंने कहा, जब आप एक सार्वजनिक हस्ती होते हैं, तो चीजें आसान नहीं होतीं। हर तरफ से आपको सलाह मिलती रहती है — चाहे आप इसे मानें या न मानें। लेकिन समय के साथ मैंने एक मानसिक फिल्टर बनाना सीख लिया है। अब मैं जानती हूं कि किस चीज़ पर ध्यान देना है और किसे अनदेखा करना है।

मानसिक फिल्टर की अहमियत

सारा के मुताबिक, मानसिक रूप से संतुलित रहना उनके लिए अब प्राथमिकता बन गया है। वह मानती हैं कि सभी आलोचनाएँ एक जैसी नहीं होतीं — कुछ रचनात्मक होती हैं जो आपको बेहतर बनने में मदद करती हैं, जबकि कुछ केवल नकारात्मकता फैलाने के लिए होती हैं. उन्होंने आगे कहा –

'मैं रचनात्मक आलोचना की बहुत कद्र करती हूं, क्योंकि वह मेरे काम को बेहतर बनाने में मदद करती है। लेकिन जब आलोचना व्यक्तिगत हो जाती है या किसी का मकसद सिर्फ आपको गिराना होता है, तो मैं उसे अपने मन में जगह नहीं देती। मैंने समझ लिया है कि हर कोई आपको नहीं जानता और यह ज़रूरी भी नहीं है कि हर कोई जाने।'

सारा कहती हैं कि अब वह केवल उन लोगों की राय को महत्व देती हैं जो उन्हें स्क्रीन के बाहर भी जानते हैं — यानी परिवार, करीबी दोस्त और वे लोग जो उनकी असल शख्सियत को समझते हैं।

उदास होना भी बिल्कुल ठीक है

सारा अली खान को अक्सर ऊर्जावान और चुलबुले स्वभाव में देखा जाता है, लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि वह भी कभी-कभी उदासी या चिंता का अनुभव करती हैं। उन्होंने कहा  मैं ज़्यादातर समय खुश और ऊर्जावान रहती हूं, लेकिन यकीन मानिए, मेरे भी कुछ ऐसे दिन होते हैं जब मैं थक जाती हूं या उदास महसूस करती हूं। मैंने यह सीखा है कि चिंतित या दुखी होना बिल्कुल ठीक है — यह इंसान होने का हिस्सा है।

उनके अनुसार, भावनाओं को दबाने की बजाय उन्हें स्वीकार करना और संतुलित दृष्टिकोण बनाए रखना ही असली मजबूती है। काम की बात करें तो सारा अली खान हाल ही में अनुराग बसु की फिल्म ‘मेट्रो… इन दिनों’ में नजर आईं, जिसमें उनके साथ अनुपम खेर, नीना गुप्ता, कोंकणा सेन शर्मा, पंकज त्रिपाठी, आदित्य रॉय कपूर, अली फज़ल और फातिमा सना शेख जैसे दिग्गज कलाकार भी थे। दर्शकों ने फिल्म में सारा के सहज और भावनात्मक अभिनय की सराहना की।

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