30 अक्टूबर को शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स 593 अंक टूटकर 84,404 पर और निफ्टी 176 अंक गिरकर 25,878 पर बंद हुआ। फार्मा सेक्टर सबसे कमजोर रहा, जबकि L&T और कोल इंडिया में बढ़त दिखी। विदेशी निवेशकों की बिकवाली और अमेरिकी फेड की सतर्क टिप्पणी से बाजार पर दबाव रहा।
Stock Market Today: भारतीय शेयर बाजार में बुधवार, 30 अक्टूबर को जबरदस्त गिरावट देखी गई। विदेशी पूंजी की लगातार निकासी और अमेरिकी फेड की सावधानीपूर्ण टिप्पणी के चलते सेंसेक्स 593 अंक गिरकर 84,404 पर और निफ्टी 176 अंक टूटकर 25,878 पर बंद हुआ। फार्मा सेक्टर में सबसे बड़ी गिरावट रही, जबकि कोल इंडिया और L&T जैसे शेयरों ने कुछ सहारा दिया। बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों के मार्केट कैप में करीब 3.5 लाख करोड़ रुपये की कमी आई।
सेंसेक्स 500 अंकों से ज्यादा टूटा
बीएसई सेंसेक्स आज के कारोबार में 593 अंक गिरकर 84,404 के स्तर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सूचकांक 84,699 के ऊपरी स्तर से फिसलकर 84,466 तक आया। वहीं, एनएसई निफ्टी 176 अंक की गिरावट के साथ 25,878 पर बंद हुआ। दिनभर के उतार-चढ़ाव में निफ्टी 25,900 के मनोवैज्ञानिक स्तर को भी संभाल नहीं पाया।
ब्रॉडर मार्केट्स पर भी दबाव देखने को मिला। निफ्टी बैंक 354 अंक टूटकर 58,031 पर बंद हुआ। मिडकैप इंडेक्स 53 अंक गिरकर 60,096 पर और स्मॉलकैप इंडेक्स भी मामूली गिरावट के साथ सत्र समाप्त किया।
गिरावट का दायरा रहा व्यापक
बाजार में गिरावट का दायरा व्यापक रहा। निफ्टी की 50 में से करीब 40 कंपनियां लाल निशान में बंद हुईं। इससे साफ है कि बाजार पर बिकवाली का दबाव पूरे सेक्टर में फैला रहा। फार्मा, एफएमसीजी, मेटल और बैंकिंग शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई।
फार्मा इंडेक्स में सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली। डॉ. रेड्डीज लैब्स का शेयर करीब 5 प्रतिशत फिसला और यह आज का टॉप लूजर बना। कंपनी पर सेमाग्लूटाइड दवा से जुड़ी खबरों का असर देखने को मिला। वहीं, सिप्ला के शेयर में 3 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई क्योंकि कंपनी के सीईओ उमंग वोहरा ने पद छोड़ने की घोषणा की।
मार्केट कैप में भारी नुकसान
बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण आज के सत्र में लगभग 3.5 लाख करोड़ रुपये घट गया। मार्केट कैप 475.04 लाख करोड़ रुपये से गिरकर 471.56 लाख करोड़ रुपये पर आ गया। इससे निवेशकों की संपत्ति में बड़ी कमी आई।
टॉप गेनर्स और लूजर्स
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में सन फार्मा, भारती एयरटेल, पावर ग्रिड, आईटीसी, टाटा स्टील और एशियन पेंट्स सबसे ज्यादा नुकसान में रहे। दूसरी ओर, लार्सन एंड टुब्रो, अदाणी पोर्ट्स, मारुति और कोल इंडिया के शेयरों में बढ़त देखने को मिली।
कोल इंडिया का शेयर लगभग 2 प्रतिशत चढ़ा, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कोयले की कीमतों में उछाल दर्ज की गई। एलएंडटी का शेयर भी हरे निशान में बंद हुआ, हालांकि यह इंट्राडे हाई से नीचे आ गया।
 
                                                                        
                                                                             
                                                












