गोल्डन बॉय के नाम से मशहूर नीरज चोपड़ा ने पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन किया है। एथलेटिक्स में ट्रैक एंड फील्ड इवेंट में ओलंपिक गोल्ड मेडल जीतने वाले वे भारत के पहले खिलाड़ी हैं।
स्पोर्ट्स न्यूज़: भारत की एथलेटिक्स दुनिया में एक नई प्रतिभा उभरकर सामने आई है। महज 20 साल के शिवम लोहाकरे ने 74वीं इंटर सर्विस एथलेटिक्स चैंपियनशिप में ऐसा प्रदर्शन किया है, जिसने पूरे देश का ध्यान खींच लिया। शिवम ने जैवलिन थ्रो में नीरज चोपड़ा का 7 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ते हुए 84.31 मीटर का थ्रो किया। यह उपलब्धि न केवल उनकी कड़ी मेहनत का परिणाम है, बल्कि भारत के भविष्य के स्टार एथलीट के रूप में उन्हें स्थापित करती है।
शिवम लोहाकरे – एक उभरता सितारा
शिवम लोहाकरे भारतीय खेल जगत में नया नाम हैं, लेकिन उनकी प्रतिभा और समर्पण ने उन्हें कम समय में ही लोकप्रिय बना दिया है। वे भारतीय सेना की सर्विसेज स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड (SSCB) टीम का हिस्सा हैं। इंटर सर्विसेज एथलेटिक्स चैंपियनशिप में उन्होंने पुरुषों की जैवलिन थ्रो प्रतियोगिता में 84.31 मीटर का शानदार थ्रो किया। यह थ्रो अब तक का सबसे बड़ा थ्रो साबित हुआ और इससे पहले का रिकॉर्ड नीरज चोपड़ा के नाम था।
नीरज चोपड़ा का रिकॉर्ड
भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने 2018 में 83.80 मीटर का थ्रो कर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था। तब से यह रिकॉर्ड भारतीय जैवलिन थ्रो इतिहास में एक मील का पत्थर बना हुआ था। नीरज चोपड़ा ओलंपिक में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले ट्रैक एंड फील्ड खिलाड़ी हैं और उन्हें “गोल्डन बॉय” के नाम से जाना जाता है।
हालाँकि, शिवम लोहाकरे का रिकॉर्ड नॉन सर्टिफाइड स्टेडियम में दर्ज किया गया है, इसलिए इसे वर्ल्ड एथलेटिक्स के आधिकारिक रिकॉर्ड में शामिल नहीं किया जाएगा। फिर भी, खेल प्रेमियों और विशेषज्ञों ने इसे भारतीय एथलेटिक्स के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया है। नीरज चोपड़ा ने शिवम के इस प्रदर्शन की खुले दिल से सराहना की। उन्होंने कहा कि नए खिलाड़ियों का उभरना खेल की प्रगति के लिए आवश्यक है।
नीरज ने शिवम के समर्पण, तकनीक और अनुशासन की तारीफ करते हुए उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दीं। यह समर्थन न केवल शिवम के आत्मविश्वास को बढ़ाता है, बल्कि अन्य युवा खिलाड़ियों को भी प्रेरित करता है।